-खत्म हुआ स्वर्णरेखा, खरकई का ऊफान, टला बाढ़ का खतरा

-ओडि़शा के ब्यांगविल डैम ने बंद किए सभी गेट

-ईस्ट सिंहभूम जिला प्रशासन ने राहत की सांस

JAMSHEDPUR: बाढ़ का खतरा अब पूरी तरह टल चुका है। स्वर्णरेखा और खरकई नदी का ऊफान थम चुका है और वह नॉर्मल स्थिति में बह रही है। लगातार दो दिन तक बारिश नहीं होने से लौहनगरी के लोगों की टेंशन खत्म कर दी है। वहीं बारिश न होने से डैम से छोड़ा जा रहा पानी भी बंद हो गया है। इससे जिन निचले इलाकों में नदी का पानी भर गया था, वह अब निकलने लगा है। इससे जिला प्रशासन ने भी राहत की सांस ली है। हालांकि नदी के उग्र होते रूख को देखते हुए जिला प्रशासन ने एनडीआरएफ के साथ सेना से भी मदद मांगी थी।

ओडि़शा ने बंद किए सभी गेट

धालभूमगढ़ के एसडीओ आलोक कुमार ने बताया कि अब शहर से बाढ़ का खतरा फिलहाल पूरी तरह टल गया है। दोनों नदियां डेंजर लेवल से नीचे बह रही हैं। साथ ही ओडि़शा के ब्यांगविल डैम के सभी गेट बंद कर दिए गए हैं। वेडनसडे को डैम का एक गेट खुला था, वहीं चांडिल डैम के दो गेट एक-एक मीटर पर खुले हैं। मगर बारिश नहीं होने से नदियों के जलस्तर में कोई खास फर्क नहीं पड़ रहा है। बाढ़ को देखते हुए शहर में कंट्रोल रूम बना है। जहां सिटी के लोग किसी भी तरह की प्रॉब्लम होने पर जानकारी दे सकते हैं, जिसे अधिकारी जल्द से जल्द शॉर्टआउट करेंगे।