जमशेदपुर (ब्यूरो)। एक तरफ लोगों को पीने का पानी नहीं मिल रहा है, वहीं दूसरी ओर विभागीय लापरवाही के कारण शहर में प्रतिदिन हजारों लीटर पानी रोड पर बह रहा है। इसे देखने वाला कोई नहीं है। हम बात कर रहे हैं परसुडीह थाना क्षेत्र के बामनगोड़ा मुख्य सड़क की, जहां सालों भर आपको बारिश के मौसम का अहसास होगा।
रोड पर भरा है पानी
इस संबंध में मिली शिकायत के बाद आज जब हमने ग्रामीण जलापूर्ति योजना में छेद यानी पानी के पाइप लाइन लिकेज का जायजा लिया तो पाया कि रोड पर पानी भरा हुआ है। यह पानी ग्रामीण जलापूर्ति योजना की पाइप से ही बह रहा था। हैरानी की बात यह है कि पिछले दो माह से बारिश नहीं हुई है, लेकिन सड़क पर जल जमाव दिखा।
इसी रास्ते से जन प्रतिनिधि
स्थानीय लोगों ने बताया कि इसी सड़क से सारे पदाधिकारी, पार्षद, मुखिया, विधायक, सांसद आवाजाही करते हैं, लेकिन दुर्भाग्य की बात है कि किसी ने अबतक इसकी सुध नहीं ली। वैसे जन प्रतिनिधि लीकेज बंद करवाने का आश्वासन जरूर देते रहे हैं। आपको बता दें कि यह हाल सिर्फ बामनगोड़ा का नहीं है, बल्कि बारीगोड़ा, राहरगोड़ा और गदड़ा का भी अमूमन एक सा हाल है।
पैसा देकर भी कनेक्शन नहीं
बता दें कि बामनगोड़ा नीचे टोला में दो दर्जन से ज्यादा लोग हैं, जिन्हे आजतक पाइप लाइन से पानी नसीब नहीं हुआ, जबकि ये लोग दो वर्ष पूर्व साढ़े चार सौ रूपये पानी का कनेक्शन लेने के लिए जमा करा चुके हैं। इनके पास रसीद भी है।
क्या कहती है पब्लिक
पंचायत के माध्यम से सरकार, विभाग और जनप्रतिनिधियों का ध्यान बार-बार इस ओर आकृष्ट कराया गया, लेकिन कुछ भी नहीं हुआ। विभाग अपने आप में मस्त है। डीसी महोदया को तो एक बार आकर विजिट करना चाहिए और सड़क व यहां की नागरिक सुविधा का जायजा लेना चाहिए। बड़ा उपकार होगा।
-अमरनाथ चौबे, बारीगोड़ा

हाथ कंगन को आरसी क्या? आप स्वयं देख रहे हैं, बारिश हुआ नहीं है, फिर भी सड़क पर जलजमाव है। हर दो सौ मीटर पर पानी का पाइप लिकेज है। लोग स्वयं की पहल से पैसा लगाकर मरम्मत कराते हैं या लीकेज बंद कराते हैं।
-शिव भगत, बारीगोड़ा

पूर्व में प्रत्येक रविवार को हर क्षेत्र में पानी पंचायत आयोजित कर विभाग और स्थानीय जनप्रतिनिधियों को सड़क और पानी के लिकेज को लेकर ध्यान दिलाया गया, लेकिन कोई ठोस पहल आजतक नहीं हुई। गदड़ा में जगह-जगह पाइप लीकेज हो रहा है। यूं पानी की बर्बादी पर किसी का ध्यान नहीं है। जनता बेबस और लाचार है।
-चित्तरंजन स्वांसी, गदड़ा

लोग नारकीय जीवन व्यतीत करने को विवश हैं। न सड़क है, न बिजली की आपूर्ति ठीक है और न पानी ठीक से मिल पा रहा है। विकास का असली चेहरा एसी कमरे में बैठकर देखने वालों से अपील है एक बार बामनगोड़ा, बारीगोड़ा, सोपोडेरा, गदड़ा आकर देखिए। फिर देखिए हकीकत और दावों में क्या फर्क है।
-राकेश चौधरी, बामनगोड़ा