-एनआईएमसीईटी (एनआइटी) त्रिची और वीआइटी वेल्लोर ने डिग्री को बताया अवैध

-स्टूडेंट्स ने डीसी ऑफिस के सामने किया प्रदर्शन

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JAMSHEDPUR: कोल्हान यूनिवर्सिटी द्वारा दी जा रही बीसीए की डिग्री को लेकर बवाल खड़ा हो गया है। इस डिग्री पर एडमिशन लेने गए स्टूडेंट्स को डिग्री फर्जी बताकर वापस लौटा दिया गया। वर्कर्स कॉलेज के दो स्टूडेंट्स को एनआईटी त्रिची और वीआईटी वेल्लोर ने फर्जी डिग्री बताते हुए एडमिशन लेने से इनकार कर दिया। दोनों स्टूडेंट्स ने डीसी डॉ। अमिताभ कौशल से इंसाफ की गुहार लगाई।

क्या है मामला?

संजीव कुमार और विकास मिश्रा ने वर्कर्स कॉलेज से बीसीए किया है। ये दोनों ख्0 जून को एनआईटी त्रिची और ख्ख् जून को वेल्लूर के वीआइटी में एमसीए कोर्स की काउंसलिंग के लिए गए। यहां उनकी डिग्री को फर्जी बता कर उनकी काउंसलिंग नहीं की गई और संस्थान में एडमिशन देने से इंकार कर दिया गया। एनआईटी और वीआईटी मैनेजमेंट ने कहा कि उनकी मार्कशीट में बीसीए की जगह बैचलर ऑफ कामर्स लिखा हुआ है, इसलिए यह डिग्री मान्य नहीं है। विकास मिश्रा का कहना है कि जब इस मुद्दे पर उन्होंने कोल्हान यूनिवर्सिटी के वीसी आरपीपी सिंह से बात की तो उन्होंने इस मामले में कुछ भी करने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि वह एडमिट कार्ड में कोर्स की जगह बीसीए लिखवा सकते हैं लेकिन, मार्कशीट में कोई तब्दीली नहीं हो सकेगी। इसके बाद दोनों स्टूडेंट्स ने डीसी ऑफिस में प्रदर्शन कर ज्ञापन सौंपा। इस दौरान अखिल भारतीय प्रदेश कार्यसमिति के सदस्य लवकुश तिवारी, मो। ग्यासुद्दीन, विकास, रीतेश कुमार, उदय, मंगल, अंकित तिवारी, सौरभ, ह¨रदर, राहुल और रविंदर आदि प्रजेंट थे।

लंबे समय से बीबीए, बीसीए डिग्री का चल रहा मामला

कोल्हान यूनिवर्सिटी में बीबीए और बीसीए डिग्री का मामला लंबे समय से चल रहा है। एडमिशन के लिए प्रॉस्पेक्टस में तो बीसीए लिखा है पर स्टूडेंट्स के कोर्स कंप्लीट करने के बाद उन्हें बीकॉम ऑनर्स इन वोकेशनल की डिग्री दी जाती है। इसी तरह बीबीए का कोर्स कंप्लीट करने पर बीए इन वोकेशनल की डिग्री दी जाती है। इस मुद्दे पर वीमेंस कॉलेज में लास्ट इयर काफी हंगामा हुआ था, जिसमें वीसी को खुद आकर सफाई देनी पड़ी थी। पहले तो कहा गया कि यूजीसी ने बीबीए और बीसीए डिग्री प्रोवाइड कराने का परमिशन ही नहीं दिया है। बाद में जब यह पता चला कि यूजीसी ने दो साल पहले ही इन डिग्रियों को मान्यता दे दी है तब जाकर यूनिवर्सिटी द्वारा नया रेगुलेशन बनाने की कवायद शुरू की गई। नया रेगुलेशन तैयार होने और उसे लागू हो जाने के बाद स्टूडेंट्स को बीबीए और बीसीए की डिग्रियां मिलेंगी।