रांची(ब्यूरो)। रांची को जाम फ्री बनाने के लिए नगर निगम ने फिर एक बार मार्केट बनाने का फैसला किया है। सिटी के अलग-अलग स्थानों पर वेंडर मार्केट बनाकर वहां फुटपाथ दुकानदारों को शिफ्ट किया जाएगा। इसी साल दुकानदारों को नए स्थान पर शिफ्ट करने की योजना है। ऐसा होने पर राजधानी रांची में काफी हद तक जाम से निजात मिलने की संभावना है। हालांकि, राजधानी में चार स्थानों पर पहले से मार्केट बने हुए हंै। तीन स्थान पर दुकानदारों को शिफ्ट किया जा चुका है, एक स्थान खाली है। लेकिन मार्केट में जितने दुकानदारों को जगह दी गई है, उससे कई गुणा अधिक सड़क पर दुकान लगाते हैं। सिटी के लगभग सभी इलाकों में ऐसा ही नजारा है। पिस्का मोड़ से लेकर रातू रोड, कचहरी से शहीद चौक, मोरहाबादी, लालपुर से डिस्टलरी पुल, डोरंडा समेत अन्य इलाकों में सड़क पर ही फुटपाथ दुकानदार अपनी दुकान सजाते हंै। जहां पैदल चलने वालों के लिए स्थान खाली छोड़ा जाता है, वहां फुटपाथ दुकानदार कब्जा कर लेते हैं। इस वजह से सड़क पर जाम की समस्या उत्पन्न हो जाती है।
12 स्थानों पर मार्केट बनाने की है तैयारी
नगर निगम द्वारा शहर के 12 जगहों पर छोटे-बडे मार्केट बनाने का निर्णय लिया गया है। इसके लिए निगम ने करीब 8 स्थान भी चिन्हित कर लिया है। बिरसा चौक, हीनू, अरगोड़ा, आलम नर्सिंग होम, बूटी मोड़, मोरहाबादी एमटीएस, पीएचईडी टैंक, फुटबॉल स्टेडियम के समीप वेेंडर मार्केट बनाने का प्रस्ताव तैयार किया गया है। इन सभी स्थानों पर मार्केट बनने के बाद वहां सैकड़ों दुकानदारों को शिफ्ट कर दिया जाएगा। इससे सड़क जाम से काफी हद तक राहत मिल जाएगी। दूसरी ओर, सिविल सोसायटी से जुड़े लोगों का कहना है कि दुकानदारों की निगरानी की भी आवश्यकता है। अन्यथा कई दुकानदार ऐसे है जो मार्केट में दुकान लेने के बाद भी सड़क पर दुकान सजाते है। ऐसी कई शिकायतें सामने आ चुकी हैं।
सिटी में 10 हजार फुटपाथ दुकानदार
साल 2016 में रांची के फुटपाथ दुकानदारों का सर्वे कराया गया था। सम्मान फांउडेशन द्वारा यह सर्वे कराया गया था। इस सर्वे के अनुसार राजधानी रांची में 5590 फुटपाथ दुकानदार थे। हालांकि इस सर्वे को छह साल बीत गए हैं। इस दौरान सिटी में फुटपाथ दुकानदारों की संख्या में बेहिसाब इजाफा हुआ है। रांची के प्रमुख सड़कों के अलावा गली-मुहल्लों में भी दुकानें सजने लगी हैैं। प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना के तहत दस हजार फुटपाथ दुकानदारों ने लोन लिया है। जो यह साबित करता है कि सिर्फ रांची में करीब दस हजार दुकानदार हैं। इन सभी को मार्केट बनाकर वहां व्यवस्थित करना निगम के लिए एक चुनौती ही है।
एक हकीकत यह भी
1. राजधानी रांची में सबसे पहले रातू रोड स्थित मधुकम में वेंडर मार्केट बनाया गया था। इसका निर्माण 2016 में किया गया था। यहां करीब तीन सौ सब्जी विक्रेताओं को स्थान दिया गया है। लेकिन मार्केट में दुकान देने के बाद भी दर्जनों दुकानदार ऐसे हंै जो मार्केट के बाहर दुकान सजाए रखते हैं।

2. वर्ष 2018 में शहीद चौक के समीप अटल स्मृति वेंडर मार्केट बना। यहां करीब पांच सौ दुकानदारों को स्थान उपलब्ध कराया गया है। अल्बर्ट एक्का चौक से सर्जना चौक दुकान लगाने वाले फुटपाथ दुकानदारों को यहां स्थान दिया गया है। आज अल्र्बट एक्का चौक जाम फ्री नहीं हुआ है।

3. एक साल पहले ही रातू रोड के समीप नागा बाबा खटाल के पास वेजिटेबल मार्केट का निर्माण किया गया है। यहां 255 दुकानदारों को जगह दी गयी है। इस स्थान पर निगरानी होने के कारण मार्केट के बाहर दुकान नहीं लग रहे हैं। लेकिन अगल-बगल की गली में दुकानें अब भी सज रही हैैं।

4. लालपुर से आगे डिस्टलरी पुल के समीप वेंडर मार्केट बन कर तैयार है, लेकिन अब तक यहां दुकानदारों को स्थान नहीं मिला है। इस कारण सड़क किनारे पांच सौ से ज्यादा दुकानें लग रही हैैं और सड़क जाम की समस्या से लोगों को दो-चार होना पड़ रहा है।

जल्द ही फुटपाथ दुकानदारों को व्यवस्थित किया जाएगा। इसके लिए रोड मैप तैयार कर लिया गया है। 12 स्थानों पर मार्केट बनाने का प्लान है।
-कुंवर सिंह पाहन, डीएमसी, रांची