रांची(ब्यूरो)। राजधानी रांची में 24 और हेल्थ सेंटर खोले जाएंगे। नगर निगम के सभी वार्ड में अर्बन हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर खोलने का निर्णय लिया गया है। ये सेंटर सरकार के 15वें वित्त आयोग के फंड से संचालित किए जाएंगे। पहले फेज में 24 सेंटर खोलने की योजना है। इन सेंटर को इसी महीने के अंत तक या अगले महीने के पहले सप्ताह तक खोलने का लक्ष्य है। एक सेंटर पर 25 लाख रुपए का बजट रखा गया है। सेंटर की सबसे खास बात होगी कि यहां योग की ट्रेनिंग भी दी जाएगी। स्वास्थ्य विभाग और नगर निगम द्वारा संयुक्त रूप से इन सेंटर का संचालन किया जाएगा। यहां आठ घंटे सर्विस दी जाएगी। मुहल्ले में रहने वाले लोगों को फ्री मेडिकल फैसिलिटी मुहैया कराई जाएगी।

घर के पास ही इलाज

हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर में आने वाले मरीजों को जांच के लिए इधर-उधर भटकना नहीं पड़ेगा। अस्पताल में ही तमाम तरह की जांच की व्यवस्था होगी। रिपोर्ट के आधार पर उन्हें मुफ्त में दवाइयां भी दी जाएंगी। दरअसल, सभी मरीज रिम्स या सदर अस्पताल नहीं जा सकते हैं। घर के पास ही अस्पताल होगा तो उन्हें ज्यादा सुविधा होगी। यहां आने के बाद मरीजों को कहीं भटकने की जरूरत नहीं पड़ेगी। जांच के आधार पर बीमारी को चिन्हित कर इलाज किया जाएगा।

सेंटर में रहेंगे ये डॉक्टर्स

सेंटर में हर दिन एक जेनरल फिजिशियन बैठेंगे। वहीं, दो दिन गायनेकोलॉजिस्ट भी बैठेंगी। महिलाओं में अक्सर एनीमिया का खतरा होता है। इसके लिए जरूरी दवा उपलब्ध होगी। डॉक्टर से परामर्श लेने से जांच कराने व दवाई तक सभी सर्विस मुफ्त होगी। इसका सबसे अधिक लाभ महिलाओं को मिलेगा। छोटी-मोटी परेशानी पर वो अस्पताल नहीं जा पाती हैं, लेकिन मोहल्ला में क्लीनिक होने से समुचित इलाज हो सकेगा। ये सेंटर सरकारी भवन जैसे प्रज्ञा केंद्र या प्राइमरी हेल्थ केयर सेंटर में स्थापित किए जाएंगे। दूसरे चरण मेें 29 और सेंटर खोलने की योजना है। पहले फेज की सफलता को देखते हुए यह निर्णय लिया जाएगा।

सुबह 10 से शाम 5 बजे तक

नगर निगम अधिकारी के मुताबिक, स्वास्थ्य एवं आरोग्य केंद्र मई महीने के अंत तक तैयार हो जाएगा। यह केंद्र सभी बुनियादी स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करेगा। हालांकि, इससे पहले अटल क्लिनिक संचालित हो रहा है। लेकिन यहां सिर्फ चार घंटे ही इलाज की सुविधा होती है। हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर यह फैसिलिटी आठ घंटे तक दी जाएगी। फिलहाल राजधानी में कुल 18 अटल क्लीनिक हैं। इसमें 24 और सेंटर जुड़ जाएंगे। स्वास्थ्य एवं आरोग्य केंद्र जेनरल ओपीडी की तरह काम करेगा। सेंटर पर एक साल के अनुबंध पर डॉक्टर और नर्स बहाल किए जाएंगे। सेंटर पर ही लोगों को हेल्थ सुविधा भी प्रदान की जाएगी। ये सेंटर वैसे स्थान पर खोले जाएंगे, जहां स्वास्थ्य जांच संबंधी कोई सुविधा उपलब्ध नहीं है। इसके लिए जगह चिन्हित किया जा रहा है। अटल क्लिनिक में जहां सुबह आठ से 12 बजे तक मरीजों को परामर्श दिया जाता है। वहीं, वेलनेस सेंटर में सुबह दस से शाम पांच बजे तक यह सुविधा दी जाएगी।

अटल क्लिनिक के डॉक्टर-नर्स गायब

नगर निगम की ओर से लोगों के स्वास्थ को देखते हुए निर्णय तो ले लिये जाते हैं, लेकिन इसका अनुपालन कराना नगर निगम भूल जाता है। फिलहाल सिटी में अटल क्लिनिक संचालित हो रहे हैं। लेकिन यहां डॉक्टर आ रहे हैं या नहीं, इसे देखने वाला कोई नहीं है। वार्ड संख्या 30 में संचालित हो रहे अटल क्लिनिक में डॉक्टर कभी आते हैं तो कभी नहीं। दैनिक जागरण आईनेक्स्ट के पत्रकार जब यहां पहुंचे तो डॉक्टर और नर्स दोनों गायब मिलेे। सफाईकर्मियों ने बताया कि डॉक्टर कभी आते हैं, कभी नहीं। ऐसे में जिस उद्देश्य से अटल क्लिनिक या हेल्थ वेलनेस सेंटर खोले जा रहे हैं, उसकी पूर्ति होना असंभव है। इसकी मॉनिटरिंग जरूरी है। 25 लाख रुपए खर्च करके जब एक सेंटर तैयार होगा, तो यहां लोगों का इलाज हो, इसका भी निगम को ख्याल रखना होगा।