-रांची के लोगों की डिमांड पर एक हफ्ते मेला अवधि बढ़ाई गई

-19 जनवरी को सीएम ने किया था उद्घाटन, 28 को था समापन

स्टॉलों पर उमड़ रही भीड़
बताते चलें कि 19 जनवरी को महोत्सव का उद्घाटन मुख्यमंत्री रघुबर दास ने रांची के आड्रे हाउस में किया था और इसमें पहले ही दिन से जनता की भारी भीड़ उमड़ रही है। क्षेत्रीय प्रबंधक ने बताया कि यहाँ जनजातीय उत्पादों, खानपान, शिल्प, वस्त्रों और कपड़ों के कुल 70 स्टाल लगे हैं, जिसमें झारखण्ड से 20 स्टाल हैं। इसके साथ ही जनजातीय व्यंजनों का लुत्फ लेने के लिए भी यहाँ बहुत से स्टाल लगे हुए हैं, जहाँ लोग परिवार के साथ अद्भुत व्यंजनों का स्वाद उठाने के लिए बड़ी तादाद में पहुँच रहें हैं।

कार्यक्रम पेश किया जा रहा
जबकि हर शाम महोत्सव के मंच पर जनजातीय लोक कलाओं, उनकी संस्कृति, गीत संगीत और नृत्य का भी सजीव कार्यक्रम पेश किया जा रहा है जिसे देखने सुनने के लिए शौकीनों की भारी भीड़ शाम से पहले ही जमा हो जाती है। इस राष्ट्रीय जनजातीय महोत्सव में 25 राज्यों के 100 शिल्पकार और मास्टर आर्टिस्ट भाग ले रहे हैं। इसका आयोजन केंद्रीय जनजातीय मामले मंत्रालय भारत सरकार के अधीन संस्था ट्राईफेड द्वारा किया गया है।