रांची (ब्यूरो) । सरला बिरला विश्वविद्यालय में इसरो द्वारा चंद्रयान-3 के चंद्रमा के साउथ पोल सतह पर लांचिंग की सफलता पर समारोह आयोजित कर इसरो के समस्त टीम मेंबर्स को शुभकामनाएं दी गई। सफलता पर हर्ष व्यक्त करते हुए एवं सभी को शुभकामनाएं प्रेषित करते हुए विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर गोपाल पाठक ने चंद्रयान-3 के सफलता के विभिन्न कारकों की चर्चा करते हुए कहा कि जब अ'छा नेतृत्व एवं उचित मार्गदर्शन प्राप्त हो तभी ऐतिहासिक एवं साहसिक कार्य संभव हो सकते हैं। उन्होंने इसरो के उद्देश्य एवं कार्यों की चर्चा करते हुए चंद्रयान-2 की सफलता - असफलता के द्वारा मिली प्रेरणा को चंद्रयान- 3 की सफलता का कारण बताया। उन्होंने कहा कि असफलताओं से घबराना नहीं एवं सफलता के लिए सतत प्रयास करते रहना, इसरो के वैज्ञानिकों से सीखने की आवश्यकता है।

बजट का प्रावधान

विश्वविद्यालय के मुख्य कार्यकारी पदाधिकारी डॉ प्रदीप कुमार वर्मा ने भी इसरो द्वारा चंद्रयान-3 की सफलता पर शुभकामनाएं प्रेषित की। विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रोफेसर विजय कुमार सिंह ने कहा कि इसरो के वैज्ञानिकों के मनोबल को बनाए रखने के लिए देश का वर्तमान नेतृत्व हर संभव सहयोग करते हुए स्पेस सेक्टर की संभावनाओं को साकार करने के लिए पहले से काफी कुछ बजट में प्रावधान किया गया। डिप्टी रजिस्ट्रार प्रो अमित गुप्ता एवं ईसीई के फैकल्टी डॉ मनोज पाण्डेय तथा एमसीए की छात्रा रिया कुमारी ने भी अपने उधर व्यक्त किया। इस अवसर पर सभी पदाधिकारी, प्राध्यापक, कर्मचारी गण एवं छात्र छात्राएं उपस्थित थे।

मेहनत के साथ चुनें सही रास्ता

गुरुवार को राम लखन सिंह यादव कॉलेज, रांची के एंथ्रोपोलॉजी विभाग में विदाई समारोह मनाया गया। इसमें सत्र 2020-23 के सेमेस्टर 6 के विद्यार्थियों को विदाई दी गई। इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ जेपी सिंह ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि जीवन में आगे बढऩे के लिए हमेशा मेहनत करें तथा सही रास्ता का चुनाव करें। मौके पर डॉ स्मिता किरण टोप्पो ने विद्यार्थियों के उज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी तथा लक्ष्य प्राप्ति के लिये निरंतर मेहनत कड़े की सलाह दी। इस अवसर पर शिक्षकों ने सेमेस्टर 6 के विद्यार्थियों को उपहार दिया तथा इस कार्यक्रम के परंपरा को बनाये रखने की सलाह दी। मौक पर सेमेस्टर 2 की छात्रा नेहा लकड़ा ने डांस प्रस्तुत किया। कार्यक्रम में मंच संचालन काजल कुमारी ने किया। इस अवसर पर डॉ पीपी आशुतोष, सुनील कुमार, डॉ मनीष चंद्र टूडू, डॉ रंजू कुमारी, अनल किशोर मिंज़ तथा विभाग के विद्यार्थीगण मौजूद थे ।