RANCHI: राजधानी के दूसरे बड़े सरकारी हॉस्पिटल सदर में इलाज के लिए आने वाले मरीजों को डॉक्टर से दिखाने के लिए अब दौड़ नहीं लगानी होगी। चूंकि हॉस्पिटल प्रबंधन सभी ओपीडी को एक ही जगह शिफ्ट करने जा रहा है। वहीं, एक ही फ्लोर पर सभी तरह के मरीज इलाज करा सकेंगे। इसके अलावा पैथोलॉजी टेस्ट कराने के लिए भी एक फ्लोर से दूसरे फ्लोर का चक्कर नहीं लगाना होगा। बताते चलें कि 16 मार्च से हास्पिटल की नई बिल्डिंग का दूसरा पार्ट हैंडओवर किया जा रहा है।

न्यू ओपीडी कांप्लेक्स में 16 कमरे

न्यू कांप्लेक्स में एक फ्लोर पर ओपीडी होगा, जिसके लिए 16 कमरे रखे गए हैं। इन कमरों में सभी विभागों के ओपीडी चलेंगे। वहां पर मरीजों के बैठने की भी व्यवस्था होगी, जिससे कि मरीजों को अब अलग-अलग फ्लोर पर जाकर डॉक्टर से दिखाने के झंझट से छुटकारा मिल जाएगा।

फ‌र्स्ट फ्लोर पर होगा पैथोलॉजी टेस्ट

सदर में इलाज के लिए सबसे ज्यादा प्रेग्नेंट महिलाएं आती है। जिन्हें सीढि़यां चढ़ने की मनाही होती है। लेकिन तीसरे फ्लोर पर पैथोलॉजी लैब में टेस्ट कराने के लिए जाना पड़ता है। इस चक्कर में उनकी सांसें फूलने लगती है। वहीं बुजुर्गो के तो पसीने छूट जाते है। ऐसे में नए विंग में फ‌र्स्ट फ्लोर पर ही पैथोलॉजी टेस्ट किए जाएंगे। इससे मरीजों को सैंपल देने के लिए भी ज्यादा भटकना नहीं होगा। वहीं सीढि़यां चढ़ने में मरीजों की सांसें नहीं फूलेगी।

डायलिसिस विंग होगा 20 बेड का

हॉस्पिटल में किडनी के मरीजों के लिए डायलिसिस विंग की शुरुआत की गई है। जहां पांच बेड पर फिलहाल डायलिसिस की सुविधा मरीजों को मिल रही है। एक दिन में 15 मरीजों का डायलिसिस भी किया जा रहा है। लेकिन मरीजों की वेटिंग लिस्ट को देखते हुए अब विंग का एक्सटेंशन करने की तैयारी हो गई है। जिसे पहले 10 बेड का किया जाएगा। इसके बाद 20 बेड की डायलिसिस विंग रन करेगी। जिससे कि मरीजों का कम खर्च में डायलिसिस हो सकेगा। वहीं डायलिसिस के लिए प्राइवेट सेंटरों का चक्कर नहीं लगाना होगा।

नया विंग का हैंडओवर करने को कंस्ट्रक्शन कंपनी को कहा गया है। जहां फ‌र्स्ट और सेकेंड फ्लोर कंस्ट्रक्शन कंपनी दे देगी। जिसमें एक फ्लोर पर 16 कमरे है और सेकेंड फ्लोर पर पैथोलॉजी लैब का प्लान है। चूंकि पूरी बिल्डिंग में ओपीडी और लैब का प्लान नए विंग में ही है। लेकिन पुराने विंग में बेड के साथ ओपीडी को चालू करना पड़ा था। अब प्लान के अनुसार बिल्डिंग में सारी सुविधाएं मिलेगी।

-डॉ एस मंडल, डीएस, सदर