RANCHI: हर साल आसमानी बिजली की चपेट में आकर सैकड़ों जान गंवाने वाले राजधानी रांची के लिए अच्छी खबर है। यहां वज्रपात तो होगा लेकिन उससे कोई नुकसान नहीं होगा, यह सब संभव होगा बिजली गिरने से पहले मोबाइल पर आने वाले अलर्ट मैसेज से। ज्योंही अलर्ट मैसेज आएगा लोगों को सुरक्षित जगह पर पहुंचा दिया जाएगा। झारखंड डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी की ओर से जल्द ही आम लोगों के लिए एक मोबाइल एप लॉन्च करने की योजना है, जिसके जरिए लोगों को बिजली गिरने से पहले सतर्क कर दिया जाएगा। अथॉरिटी के ज्वाइंट सेक्रेटरी मनीष कुमार तिवारी ने बताया कि इसके जरिए राज्य के लोगों को बिजली गिरने से होने वाले नुकसान से बचाया जा सकेगा।

नामकुम में ज्यादा वज्रपात

रांची के नामकुम प्रखंड के एक गांव में सबसे अधिक आसमानी बिजली गिरती है। इस इलाके में ठनका गिरने के कारण अधिकतर लोगों को नुकसान पहुंचा है। एक अनुमान के अनुसार, झारखंड में हर साल करीब 130 लोगों की मौत ठनका की चपेट में आकर होती है। अब मोबाइल एप लांच होने के बाद 45 मिनट पहले अलर्ट मैसेज आ जाएगा।

पदाधिकारियों को भी आएगा मैसेज

इस ऐप के माध्यम से जो सरकारी पदाधिकारी हैं उनके मोबाइल पर भी यह सूचना भेज दी जाएगी कि उनके इलाके में ठनका गिरने वाला है। इसलिए वे आम लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचा दें। प्रखंड, गांव या शहर में जो भी अधिकारी हैं उनको भी मोबाइल पर यह मैसेज मिल जाएगा कि वो लोगों को जान-माल के नुकसान से बचाने के लिए एलर्ट हो जाएं।

ऐसे काम करेगा मोबाइल एप

मनीष कुमार तिवारी ने बताया कि यह जो मोबाइल एप लांच किया जा रहा है, उसमें स्पेसिफि क लोकेशन का डाटा पहले से फ ड करके रखेगा। जिस इलाके में बिजली गिरने की आशंका अधिक रहती है वहां पर डॉप्लर रडार लगाया जाएगा। इसके माध्यम से यह पता चल जाएगा कि अगले 1 घंटे के अंदर मौसम कैसा रहेगा और वहां बिजली गिरने की आशंका कितनी अधिक है। सूचना आने के बाद संबंधित क्षेत्र के लोगों को एसएमएस भेज दिया जाएगा।

2 किलोमीटर तक का रेडियस होगा

इस मोबाइल ऐप के माध्यम से दो किलोमीटर तक का रेंज जहां ठनका गिर सकता है, उसको कवर किया जा सकेगा। इस रेंज में रहने वाले लोगों को बिजली गिरने से पहले ही सतर्क किया जा सकेगा। इस रेंज के लोगों को मोबाइल पर एसएमएस से सूचना दी जाएगी।

वर्जन

बरसात शुरू होने के साथ ही ठनका गिरने की संभावना बढ़ जाती है। जान-माल को पहले ही सतर्क करने के लिए मोबाइल एप लांच किया जाएगा, ताकि जिस इलाके में ठनका गिरने की संभावना है लोगों को पहले ही मैसेज भेजकर अलर्ट किया जा सके।

-मनीष कुमार तिवारी, ज्वाइंट सेक्रेटरी, डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी, रांची