पुलिस के दबाब में क्रिमिनल्स ने मुंशी को मुक्त कर दिया था। मुंशी ने पुलिस को बताया था कि क्रिमिनल्स ने उसके पास से मजदूरी भुगतान के पैसे लगभग 15 हजार रुपए लूट लिए थे और मुंशी के मोबाइल से ही साइड इंजीनियर असीम कुमार सिंह से रंगदारी की मांग की थी। ग्रामीण एसपी सुरेंद्र कुमार झा ने बताया कि क्रिमिनल्स की अरेस्टिंग के लिए सिल्ली डीएसपी आनंद जोसेफ तिग्गा के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया। गठित टीम में सिकिदरी थाना प्रभारी रत्नेश्वर शर्मा, सब-इंस्पेक्टर जयगोविंद गुप्ता, थाना प्रभारी अनगड़ा ने छापेमारी अभियान चलाया। छापेमारी अभियान में पांच लोग पकड़े गए। इनमें से तीन क्रमश: बहादुर रजवार, रिंटू बेदिया व रंथू उरांव हत्या के मामले में 14 साल जेल की सजा काट चुके हैं। पुलिस ने 12 हजार रुपए और मोबाइल भी बरामद किया है।