RANCHI: जहां कहीं भी बैठे, अगर मोबाइल का चार्जर पिन लगा हुआ है तो मोबाइल में जरूर लगाकर चार्ज करने लगते हैं। लेकिन अगर आप अनजान जगह पर अपना मोबाइल चार्ज करते हैं तो आपका बैंक अकाउंट खाली हो सकता है। स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट करते हुए लिखा है कि यदि आप अपना फ ोन पब्लिक प्लेस पर चार्ज करते हैं तो इस बारे में दो बार सोचें। इस तरह आपके फ ोन में मालवेयर भेजकर आपका फ ोन हैक किया जा सकता है, जिससे आपके फ ोन का पासवर्ड और डाटा चोरी हो सकता है।

साइबर क्रिमिनल्स की है नजर

इंटरनेट से साइबर क्राइम करने वाले लोगों ने चार्जिंग प्वाइंट से डाटा हैक करने का नया तरीका निकाला है। इसमें चार्जिंग पोर्ट के पीछे कौन सी डिवाइस लगी है या किसी को मालूम नहीं होता है। साइबर क्रिमिनल अब हैकिंग का नया तरीका ढूंढ लिए हैं। वो रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड, सिनेमा हॉल, कम्युनिटी हॉल जैसे पब्लिक प्लेस पर लगे मोबाइल चार्जिंग पोर्ट को यूएसबी के जरिए लैपटॉप या अन्य डिवाइस से जोड़ देते हैं। जैसे ही कोई व्यक्ति मोबाइल चार्ज करने के लिए पोर्ट में प्लग लगाता है, उसके मोबाइल का डाटा साइबर क्रिमिनल के पास पहुंच जाता है।

लॉक भी हो सकता है फोन

साइबर एक्सपर्ट अविनाश कुमार की मानें तो मुफ्त की चार्जिंग केबल या यूएसबी पोर्ट का उपयोग करने से फ ोन, लैपटॉप हमेशा के लिए लॉक भी हो सकता है। अब हैकर सार्वजनिक जगहों पर यूएसबी पोर्ट के माध्यम से डाटा चोरी करने लगे हैं। जालसाजों द्वारा इस तरह से लोगों का डाटा हैक करने वाली प्रक्रिया लगातार जारी है।

एटीएम भी हैक कर लेते हैं

साइबर एक्सपर्ट ने बताया कि जब लोग सार्वजनिक यूएसबी पोर्ट या केबल से फ ोन लैपटॉप चार्ज करते हैं तो मालवेयर डिवाइस की जानकारियां हैकर तक पहुंचने लगती है। हैकर आपका डाटा ट्रांसफ र कर सकते हैं और डिवाइस को ब्लॉक भी कर सकते हैं। जिस तरह हैकर डेबिट कार्ड की जानकारी चुराते हैं वैसे ही यूएसबी चार्जिंग पोर्ट में हार्डवेयर लगाकर डाटा चुरा सकते हैं।

ऐसे ट्रांसफर कर रहे डाटा

साइबर एक्सपर्ट ने बताया कि मालवेयर द्वारा मोबाइल के डाटा को कॉपी कर लिया जाता है। मालवेयर एक प्रकार का सॉफ्टवेयर प्रोग्राम है जो आपके कंप्यूटर के लिए खतरनाक साबित हो सकता है। इस सॉफ्टवेयर को हैकर्स कंप्यूटर से पर्सनल डाटा चोरी करने के लिए डिजाइन करते हैं। हैकर्स की भाषा में मालवीय वर्म का यूज वायरस स्पॉट व्हेयर और वार्म आदि के लिए किया जाता है। यह तीनों वायरस के ही रूप हैं। मालवेयर आपकी निजी फ ाइलों तक पहुंच कर उन्हें दूसरी किसी डिवाइस में ट्रांसफ र कर सकता है। इसके जरिए आप की सूचनाएं फ ोटो, वीडियो, बैंक के अकाउंट से जुड़ी जानकारी चुरा सकते हैं।

आजकल साइबर क्रिमिनल अलग तरीके से डाटा चोरी करने लगे हैं। पब्लिक प्लेस में जहां आपका मोबाइल चार्ज होता है, वहां से डाटा चोरी होने लगा है। कई शिकायतें मिल रही है।

अविनाश कुमार, साइबर एक्सपर्ट, रांची