RANCHI: बीआइटी मेसरा का क्00 करोड़ रुपए से मेकओवर होगा। इसके तहत फ्0 क्लासरूम को स्मार्ट बनाया जाएगा। हॉस्टल का स्वरूप बदलेगा। कैंटिन एडवांस होगी। वहीं व‌र्ल्ड लेबल का लैब भी बनाया जाएगा। यह निर्णय बीआइटी की बोर्ड ऑफ गवर्नेस की मीटिंग में लिया गया है। मीटिंग में बीआइटी मेसरा के इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट के लिए क्00 करोड़ रुपए खर्च करने की सहमति बनी। यह राशि तीन साल में खर्च की जाएगी। गौरतलब हो कि बीआइटी मेसरा में फ्0 साल बाद क्लासरूम में बदलाव करने का फैसला लिया गया है। इसका लाभ स्टूडेंट्स को मिलेगा। हर क्लास होगी स्मार्ट बीआइटी बोर्ड ऑफ गवर्नेस की मीटिंग में फ्0 क्लासरूम को मॉडर्न बनाने का निर्णय लिया गया है। इसके तहत इंफ्रास्ट्रक्टचर डेवलपमेंट पर जोर है, ताकि हर क्लासरूम स्मार्ट बन सके। इस पैसे से क्लास रूम में बेहतर सुविधाएं अवेलेबल करवाई जाएंगी। व‌र्ल्ड क्लास लैब बीआइटी मेसरा प्रशासन का फोकस लैब पर भी है। सभी डिपार्टमेंट्स के लैब में सुविधाएं बढ़ाई जाएंगी। इसके लिए बीआइटी एडमिनिस्ट्रेशन जल्द ही किसी कंसल्टेंसी से संपर्क करेगा। विभाग की ओर से रिसर्च में काम आने वाली तमाम नई तकनीक की मशीनें मंगाई जाएंगी। रेस्टोरेंट जैसी कैंटिन बीआइटी मेसरा की कैंटिन भी मॉडर्न बनाई जाएगी। यहां किसी रेस्टोरेंट जैसी सुविधा मिलेगी। मेनु की संख्या भी बढ़ाई जाएगी। हॉस्टल से हटेगा लोहा, लगेंगे लकड़ी के फर्नीचर हॉस्टल में रहने वाले स्टूडेंट्स के लिए भी खुशखबरी है। अब उन्हें लोहे के बेड, टेबल व कुर्सी से छुटकारा मिलने वाला है। जल्द ही सभी हर रूम में लकड़ी के बेड, कुर्सी, टेबल होंगे। इसकी योजना तो कई सालों से थी लेकिन धरातल पर अब उतरेगी। दरअसल, कुछ सालों से लगातार मेसरा में हुई आत्महत्याओं पर एक संस्था ने अपनी रिपोर्ट पेश की है। इसमें गया गया है कि हॉस्टलों से लोहे का सामान हटाया जाए। कहा गया कि लोहे से निकलने वाली एनर्जी भी सुसाइड की टेंडेंसी को बढ़ाती है।