-मुख्तार अब्बास नकवी व महेश पोद्दार ने जीते चुनाव

-नकवी को 29 व महेश को 27 वोट मिले, जबकि बसंत को सिर्फ 26 वोट

RANCHI: शनिवार को हुए चुनाव में राज्यसभा की दोनों सीटों पर एनडीए(बीजेपी मुख्य पार्टी) ने जीत दर्ज कर ली है। बीजेपी के प्रत्याशी मुख्तार अब्बास नकवी व महेश पोद्दार दोनों ने राज्यसभा चुनाव जीत लिया है। वहीं, विपक्ष के साझा उम्मीदवार बसंत सोरेन की हार हो गई है। बीजेपी प्रत्याशी मुख्तार अब्बास नकवी को पहली वरीयता के ख्9 वोट मिले, जबकि महेश पोद्दार को पहली वरीयता के ख्ब् और दूसरी वरीयता के फ् वोट मिले। वहीं, बसंत सोरेन को ख्म् वोट ही मिले।

दो विधायकों ने की क्रास वोटिंग

झारखंड के राज्यसभा चुनाव की परंपरा को निभाते हुए इस बार भी दो विधायकों ने क्रॉस वोटिंग की है। इनमें लातेहार से जेवीएम विधायक प्रकाश राम और निरसा के विधायक अरूप चटर्जी ने शामिल हैं। इन लोगों ने क्रास वोटिंग कर बीजेपी प्रत्याशी के पक्ष में वोट किया।

79 विधायकों ने डाले वोट

राज्यसभा की दो सीटों के लिए शनिवार सुबह नौ बजे से शाम चार बजे तक हुए मतदान में कुल 79 विधायकों ने वोट डाले। जबकि कुल 8क् निर्वाचित विधायक हैं। लेकिन, शनिवार की देर रात गिरफ्तारी हो जाने के बाद जेएमएम विधायक चमरा लिंडा व गिरफ्तारी वारंट जारी होने के कारण कांग्रेस के देवेंद्र सिंह उर्फ बिट्टू सिंह मतदान में हिस्सा नहीं ले सके।

विपक्षी विधायकों का भी मिला साथ

भाजपा के दो उम्मीदवारों के पक्ष में भ्क् विधायकों ने प्रथम और द्वितीय वरीयता के मत डाले। इसमें भाजपा के ब्फ् विधायकों के अलावा आजसू पार्टी के ब्, नौजवान संघर्ष मोर्चा के भानू प्रताप शाही, झारखंड पार्टी के एनोस एक्का, जय भारत समानता पार्टी की गीता कोड़ा और बहुजन समाज पार्टी के कुशवाहा शिवपूजन मेहता शामिल हैं। इस तरह सत्तारूढ़ गठबंधन ने विपक्षी खेमे के चार विधायकों को अपने साथ कर चुनाव जीत लिया।

बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने सबसे पहले वोट डाला

विधानसभा परिसर में बनाए गए मतगणना केंद्र में सुबह नौ बजे सबसे पहले भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष विधायक ताला मरांडी ने वोट डाला। इसके बाद भाजपा और सत्तारुढ़ गठबंधन के सहयोगी आजसू पार्टी के चार विधायकों ने वोट डाले। सत्तारुढ़ गठबंधन की रणनीति के तहत पहले ही घंटे में भाजपा के दोनों प्रत्याशियों के पक्ष में भाजपा-आजसू के ब्ब् विधायकों ने वोट डाल दिए, जबकि मुख्यमंत्री रघुवर दास, विधानसभा अध्यक्ष डॉ दिनेश उरांव और नगर विकास मंत्री सीपी सिंह ने दोपहर बाद वोट डाले। इसके पीछे रणनीति यह रही कि मतदान के दौरान तीन-चार सदस्यों की अनुपस्थिति होने पर भाजपा के तीन सदस्य इस तरह से वोटिंग करें कि पार्टी के दोनों सदस्यों की जीत सुनिश्चित हो सके, भाजपा और आजसू के कई विधायकों द्वारा प्रथम और द्वितीय वरीयता के मत डाले गए। वहीं विपक्षी सदस्यों की ओर से सिर्फ प्रथम वरीयता के ही वोट डाले गए।

चार विधायकों के वोट को लेकर था संशय

राज्यसभा चुनाव में विपक्ष के चार सदस्यों के वोट डालने को लेकर संशय बना हुआ था। इनमें से दो सदस्य वोट डालने पहुंच गए, लेकिन विपक्ष के दो सदस्य चमरा लिंडा और देवेंद्र सिंह शाम चार बजे तक वोट डालने नहीं पहुंच सके। ख्0क्फ् में विधानसभा के समक्ष प्रदर्शन करने के मामले में झामुमो विधायक चमरा लिंडा गिरफ्तार कर लिए गए। वहीं कांग्रेस के दो विधायकों देवेंद्र सिंह उर्फ बिट्टू और निर्मला देवी के खिलाफ भी वारंट जारी हुए, लेकिन नेता प्रतिपक्ष हेमंत सोरेन के साथ करीब तीन बजे कांग्रेस विधायक निर्मला देवी मतदान करने पहुंची, जबकि पुलिस दबिश के कारण देवेंद्र सिंह नहीं पहुंच पाए। इधर, झामुमो विधायक जगरनाथ महतो पिछले कई दिनों से बोकारो जेल में बंद थे। अदालत से अनुमति मिलने के बाद वे मतदान करने पहुंचे।

आर्किड अस्पताल पुलिस छावनी में तब्दील

झामुमो विधायक चमरा लिंडा को पिछली रात ही पुलिस ने आर्किड अस्पताल में नजरबंद कर दिया। अस्पताल के बाहर बड़ी संख्या में पुलिस बलों की तैनाती की गई थी। घुड़सवार दस्ता भी तैनात था। झामुमो, कांग्रेस समेत अन्य विपक्षी दलों के नेताओं की आर्किड अस्पताल में देर रात पुलिस के साथ बकझक हुई थी।