RANCHI: नगड़ी थाना क्षेत्र के एडचोरो फुटबॉल मैदान के पास एक कच्चे मकान में रविवार को एक व्यक्ति का अधजला शव मिलने से इलाके में सनसनी फैल गई। शव 4 दिनों से लापता रुस्तम अंसारी की बताई गई। इस संबंध में मृतक की पत्नी सलमा खातून ने नगड़ी थाना में अज्ञात अपराधियों के विरोध प्राथमिक दर्ज कराई है। उसने बताया कि 23 तारीख की रात 9 बजे फोन आने पर यह कहकर निकले कि तुरंत आ रहे हैं। इसके बाद उनका कोई पता नहीं चला। इधर, लापता होने के बाद भी नगड़ी थाना में सनहा दर्ज किया गया था। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है। जानकारी के अनुसार, एड़चोरो निवासी स्व। रमजान अंसारी का पुत्र रुस्तम अंसारी (42वर्ष) 23 अक्टूबर की रात लगभग 9 बजे किसी के फोन आने के बाद अपने घर से यह कहकर निकला था कि तुरंत आ रहे हैं। इसके बाद वह रात में घर नहीं लौटा। दो दिनों तक परिवारवालों ने सभी रिश्तेदार और परिचितों में उसकी तलाश की, जब उसका पता नहीं लगा तो 26 अक्टूबर को नगड़ी थाने में उसकी पत्नी सलमा खातून ने एक लिखित सनहा दर्ज कराया।

क्या है मामला

रविवार की सुबह एड़चोरो कब्रिस्तान के निकट एक कुएं में लोगों ने एक छोटे सिलिंडर को देखा। सिलेंडर को रुस्तम के घरवालों ने अपने घर का होने की बात कही। इसके बाद लोगों ने शव होने के शक में झागर कांटा एवं अन्य चीजों के माध्यम से कुएं को छान मारा। कुएं में जब कुछ नहीं मिला, तो घर वाले फुटबॉल मैदान के निकट रुस्तम द्वारा बनाए गए कमरे में गए, जिसमें वह सिलिंडर रखा रहता था। वहां पहुंचने पर उन्हें कमरे में बाहर से ताला लगा हुआ मिला, पर अंदर से शव के सड़ने की गंध आ रही थी। इसके बाद लोगों ने नगड़ी पुलिस को खबर की। पुलिस के आने में देर होने पर लोगों ने कमरे के बाहर से लगे ताले को तोड़ दिया। अंदर पहुंचने पर अंदर का दृश्य बहुत ही भयावह था, जमीन में रुस्तम का जला हुआ शव पड़ा था। शव पेट के बल था। शायद तड़पने की वजह से एक पैर ऊपर खींचकर उठा हुआ था। शव को नजदीक से देखने वालों ने बताया कि सीने के आसपास गोली लगने जैसा एक जख्म है। उसके शव को जलाया गया है।

गुस्साए लोगों ने शव उठाने से रोका

इसके बाद नगड़ी थानाप्रभारी संतोष कुमार पांडेय सदल बल घटना स्थल पर पहुंचे। पुलिस के पहुंचने पर भीड़ आक्रोशित हो गई। लोग शव को उठाने नहीं दे रहे थे। लोग प्रशासन के विरुद्ध नारे लगा रहे थे। इसके बाद ग्रामीण एसपी ऋषभ कुमार झा और डीएसपी हरिश्चंद्र सिंह घटनास्थल पर पहुंचे और लोगों के साथ वार्ता की। इसके बाद बुद्धिजीवियों की पहल पर प्रशासन के आश्वासन के बाद लोगों ने शव उठाने दिया। नगड़ी पुलिस ने शव को अपने कब्जे में ले लिया और पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए रिम्स भेज दिया।