रांची (ब्यूरो)। शराब पीकर ड्राइविंग करना गैरकानूनी है, यह हर कोई जानता है। फिर भी कई लोग हैं जो शराब के नशे में ड्राइविंग करते हैं। पुलिस के पास उपकरण नहीं होने की वजह से ड्रंक एंड ड्राइव वाले को पकड़ नहीं पाती है। हालांकि, ऐसे मामलों में संदेह होने पर पुलिस सूंघ कर पता लगाती थी कि ड्राइविंग सीट पर बैठा व्यक्ति नशे में है या नहीं। अब विभाग की ओर से बीएएसी यानी ब्रेथ अल्कोहल एनालाइजर विद कैमरा उपलब्ध कराया जा रहा है, जिससे पुलिस को ड्रंक एंड ड्राइव करने वालों को पहचान करने और उन्हें पकडऩे में काफी मदद होगी। 24 जिलों के लिए 100 ब्रेथ अल्कोहल एनालाइजर विद कैमरे की खरीदारी पुलिस मुख्यालय की ओर से गई है। इसे सभी जिलों के एसपी को हैंड ओवर किया जा रहा है। रांची को दस उपकरण उपलब्ध कराया गया है। बीएएसी मिलने के बाद राज्य में नशे की हालत में वाहन चलानेवालों के खिलाफ जांच अभियान में तेजी आएगी।

क्या है बीएएसी की खूबियां

ब्रेथ अल्कोहल एनालाइजर विद कैमरे में कई खूबियां हैं। वाहन चलाने वाले किसी संदिग्ध को चेकिंग के लिए रोकने पर नाम और पता पूछने के दौरान उसके सामने यंत्र को रखा जाएगा। इससे पता चल जाएगा कि व्यक्ति नशे की हालत में है या नहीं। नशे की हालत में होने पर व्यक्ति को थाने ले जाया जाएगा जहां फिर से उस व्यक्ति की जांच की जाएगी। जांच के बाद एक प्रिंट निकलेगा जिसमे यह भी स्पष्ट हो सकेगा कि व्यक्ति कितने नशे में है। इसी एविडेंस के आधार पर उसके लिए फाइन या दूसरी सजा तय होगी।

कैमरे में कैद होगी तस्वीर

इस बार जिस यंत्र की खरीदारी पुलिस विभाग कर रहा है उसमें कैमरा भी लगा हुआ है। कैमरे में नशा करने वाले व्यक्ति की तस्वीर भी कैद होगी। इसका प्रयोग अभियोजन दायर करने के दौरान पुलिस साक्ष्य के रूप में कर सकेगी। साथ ही यदि जांच के दौरान कोई शख्स पुलिस के साथ दुव्र्यवहार करता है तो उसे भी सजा दिलाने के लिए पुलिस इन तस्वीरों को एविडेंस के रूप में इस्तेमाल कर सकेगी।

लाइसेंस भी हो सकता है रद्द

ड्रंक एंड ड्राइव करने वाले लोग अलर्ट हो जाएं। यदि नशे की हालत में ड्राइव करते हुए पकड़े गए तो लाइसेंस भी रद्द होने की नौबत आ सकती है। 30 एमएल से ज्यादा पीने वालों पर शामत आ सकती है। ब्रेथ एनालाइजर डिवाइस मुंह के पास लगाते ही चालक ने कितनी शराब पी रखी है, इसका पता चल जाएगा। शराब की मात्रा अधिक होने की स्थिति में मौजूद ट्रैफिक पुलिसकर्मी चालक को ऑन द स्पॉट चालान पकड़ा देगी। हालांकि एक बार पहले भी डिवाइस की खरीदारी की गई थी। लेकिन संख्या कम होने के कारण इसका समुचित प्रयोग नहीं हो पा रहा था। फिलहाल डिवाइस नहीं होने पर रांची की ट्रैफिक पुलिस संदिग्ध व्यक्ति को पकड़ कर उसके मुंह के भीतर पाइप डालती है। चालक के फूंक मारने के साथ ही शराब की मात्रा का पता चल जाता है। इसके बाद पाइप को फेंक दिया जाता है। लेकिन इस पद्वति से जांच करने में काफी समस्या आती है। अब यदि कोई ड्राइवर शराब पीकर गाड़ी चलाते हुए पकड़ा जाता है तो उन्हें फोटोयुक्त चालान दिया जाएगा। चालक का लाइसेंस जब्त कर उसे रद्द करने की अनुशंसा डीटीओ से की जाएगी।

खतरनाक है ड्रंक एंड ड्राइव

राजधानी रांची और आसपास में रोड एक्सीडेंट के काफी मामले आते हैं। इसमे 70 परसेंट एक्सीडेंट ड्रिंक के कारण होते हैं। सडक दुर्घटना में लोग अपनी जान तक गंवा बैठते हैं। शराब पीकर वाहन चलाने वाले सिर्फ अपने लिए नहीं, बल्कि दूसरों के लिए भी खतरनाक होते हैं। नशे की हालत में तेज गति से गाड़ी चलाते हैं और किसी गाड़ी, इलेक्ट्रिक पोल या किसी दूसरी चीज में टक्कर मार देते हैं। इससे गाड़ी में बैठे दूसरे लोग भी डरे और सहमे हुए रहते हैं।