स्लग: अफसाना को न्याय दिलाने पुुंदाग से अरगोड़ा तक कैंडल मार्च, पंडरा की युवती का भी सुराग नहीं

- मारवाड़ी कॉलेज की छात्राएं खोज रही हैं कातिलों को, छात्राओं ने बनाई टीम

-आखिर सीसीटीवी वीडियो फुटेज वाला लड़का कौन है? क्या है उसकी पहचान

- अफसाना की उर्दू टीचर निखत सुल्ताना ने बताया, किसी से कोई मतलब नहीं था अफसाना को

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RANCHI(10 April) :

छात्र भी बने पुलिस के मददगार

अफसाना को न्याय दिलाने के लिए मारवाड़ी कॉलेज के छात्र पुलिस के मददगार हो गए हैं। मदद करने के लिए छात्राओं ने एक टीम बनाई है। टीम अप्रत्यक्ष रूप से अफसाना के कातिलों की तलाश में जुट गई है। छात्र-छात्राओं का कहना है जबतक अफसाना को न्याय नहीं मिल जाता और आरोपी पकड़े नहीं जाते हैं, तबतक तक उनलोगों का विरोध प्रदर्शन भी जारी रहेगा।

तलाश में जुटी पुलिस

रांची पुलिस को अफसाना का वीडियो फुटेज मिला है। उसमें वह पहले अकेली जाती हुई नजर आ रही है। फिर, उसके साथ एक लड़का भी दिख रहा है। ऐसे में यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि आखिर वह लड़का कौन है? उधर, लोहरदगा पुलिस ने भी सीसीटीवी फुटेज निकाला है, जिसमें अफसाना के साथ चार अन्य लोग भी दिखे हैं। पुलिस रांची से लेकर लोहरदगा तक छानबीन कर रही है।

एग्जाम बाद कॉलेज आई ही नहीं

डोरंडा में रहनेवाली अफसाना की उर्दू टीचर निखत सुल्ताना ने बताया कि बीए पार्ट टू का एग्जाम खत्म हो चुका था। उस दिन वह कॉलेज नहीं आई थी। कॉलेज आती तो कॉलेज प्रबंधन को जानकारी जरूर होती। पुलिस ने छानबीन के क्रम में मारवाड़ी कॉलेज के सीसीटीवी फुटेज को भी खंगाला। टीचर ने बताया कि वह पढ़ने- लिखने में ठीक थी। हालांकि, पुलिस ने अफसाना के टीचरों से इस संबंध में बयान नहीं लिया है।

 

बॉक्स

अफसाना के रिश्तेदार आए राडार पर

इस मामले में अफसाना के रिश्तेदार भी पुलिस के राडार पर आ चुके हैं। पुलिस ने आशंका जताई है कि अफसाना को उनके ही लोगों ने मारा है। पुलिस उस दिन से लेकर रांची से लोहरदगा तक कॉल डंप कर मामले की छानबीन में जुटी है।

क्या कहते हैं डीआईजी

डीआईजी अमोल वेणुकांत होमकर ने कहा कि इस मामले में लोहरदगा एसपी द्वारा एसआईटी गठित की गई है। इसमें एक डीएसपी व एक इंस्पेक्टर को रखा गया है। साथ ही साथ रांची पुलिस अफसाना हत्याकांड में रांची से जुड़े तमाम पहलुओं की जानकारी जुटाकर छानबीन कर रही है।

क्या कहते हैं गांव वाले

अफसाना की मौत एक साजिश है। इस साजिश का पर्दाफाश होना चाहिए। हर हाल में पुलिस ऐसे दरिंदों को जल्द से जल्द पकड़े और कड़ी सजा दिलाए।

मो सैफ गददी

 

मेरे गांव की बेटी थी अफसाना। आज तक उसने किसी को सिर उठाकर नहीं देखा, ऐसे में उसकी हत्या कौन कर सकता है। पुलिस उसके कातिलों को पकड़े।

अनिशा खातून

 

जिसने भी यह कुकृत्य किया है। उसे खुदा कभी माफ नहीं करेगा। हम लोग अफसाना के परिवार के साथ है।

मो सरफराज

 

जब तक न्याय नहीं मिलेगा, तब तक मैं इस लड़ाई में छात्रों के साथ हूं। जब तक उसे न्याय नहीं मिलेगा, तबतक उसकी रूह भटकती रहेगी।

मौ तौकीर खान

 

अफसाना की हत्या समाज को झकझोर देनेवाली घटना है। इस ने दूसरे लोगों को भी सोचने पर मजबूर कर दिया है।

मो आसू गददी

 

 

 

सेपरेट बॉक्स टॉप में

और कितनी निर्भया, कितनी अफसाना?

और कितनी निर्भया, कितनी अफसाना? एक ओर पूरी रांची पुंदाग की बेटी अफसाना हत्याकांड से गम और गुस्से में है। वहीं, एक परिवार अपनी बेटी की तलाश में पिछले 45 दिनों से थाना और पुलिस अधिकारियों के दरवाजे पर दस्तक दे रहा है। परिजनों ने आशंका जताई है कि कहीं उनकी बेटी भी किसी हादसे का शिकार न हो गई हो। मंगलवार को युवती के पिता कोतवाली थाना पहुंचे और पुलिस से बेटी को तलाश कर वापस लाने की गुहार लगाई।

सर, मेरी बेटी को बरामद करवा दीजिए

पंडरा से 27 फरवरी से चंचला कुमारी नामक युवती गायब हो गई थी। वह बानो की बिस्किट एजेंसी के मालिक नीलांबर राम बारी की बेटी है। चार मार्च को उसके भाई ऋषभ कुमार ने बहन के अपहरण की प्राथमिकी दर्ज कराई है। इस अपहरण की प्राथमिकी के बाद युवती को खोजने के लिए झारखंड पुलिस मुख्यालय का एक अधिकारी जुटा हुआ है, लेकिन अभी तक कोई पता नहीं चल पाया है। मंगलवार को उसके पिता, भाई कोतवाली थाना पहुंचे और पुलिस से बेटी को बरामद करने की गुहार लगाई। इस मामले में पुलिस का कहना है कि युवती के अपहरण के बाद पुलिस बेड़ो स्थित आरोपी के घर भी गई थी, तीन दिनों तक उसके परिजनों को हिरासत में रखने के बाद भी कोई साक्ष्य नहीं मिलने पर उन्हें रिहा कर दिया गया।