रांची : मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने जिला प्रशासन के अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे हाट-बाजारों में सख्ती से शारीरिक दूरी का पालन कराए। उन्होंने कहा कि अब भी कई जगहों से हाट-बाजारों में भीड़ उमड़ने की सूचना मिल रही है। उन्होंने कहा कि गांवों में हाट-बाजार के लिए जगह की कमी नहीं है। ऐसे में वहां शारीरिक दूरी का पालन मुश्किल नहीं है। ग्रामीण इलाकों में संक्रमण के फैलाव को रोकना जिला प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए। मुख्यमंत्री साहिबगंज सदर अस्पताल में लगाए गए ऑक्सीजन प्लांट, पाइप लाइन व दो कार्डियक एंबुलेंस के ऑनलाइन उद्घाटन के मौके पर लोगों को संबोधित कर रहे थे।

विशेष ध्यान की जरूरत

मुख्यमंत्री ने कहा कि साहिबगंज सीमावर्ती जिला है। इसलिए वहां विशेष ध्यान रखने की जरूरत है। राज्य सरकार जिले में स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर बनाने और सभी जरूरी संसाधनों को बढ़ाने का निरंतर प्रयास कर रही है। संसाधनों की कोई कमी नहीं होने दी जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि साहिबगंज जिले में आरटीपीसीआर लैब के अधिष्ठापन के बाद पीएसए प्लांट और दो कार्डियक एंबुलेंस शुरू होने का फायदा लोगों को मिलेगा। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर सभी राज्यवासियों को ईद की मुबारकबाद दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज से ही पूरे राज्य में 18 साल से ज्यादा उम्र के लाभार्थियों के लिए निश्शुल्क टीकाकरण कार्यक्रम शुरू हो चुका है। इसके लिए आरंभिक चरण में पूरे राज्य में 496 टीका केंद्र बनाए गए हैं। उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि वे टीका जरूर लें। इससे कोरोना से बचाव में काफी मदद मिलेगी।

सरकार का विशेष फोकस

मुख्यमंत्री ने कहा कि ग्रामीण इलाकों में लोग कोरोना का टेस्ट और टीका लगवाने से परहेज कर रहे हैं। इसकी वजह उनके बीच फैली तरह-तरह की भ्रांतियां हैं। आज ग्रामीणों के बीच व्याप्त इस भ्रम को तोड़ने की जरूरत है। गांवों में संक्रमण के हो रहे फैलाव पर सरकार की लगातार नजर बनी हुई है। इस बाबत जन प्रतिनिधियों और सभी जिलों के उपायुक्त व अन्य प्रशासनिक पदाधिकारियों के साथ सरकार लगातार संपर्क बनाए हुए हैं। हमारी कोशिश है कि सभी की भागीदारी से ग्रामीण इलाकों में कोरोना से निपटने में हम कामयाब होंगे। मुख्यमंत्री ने उपायुक्त को निर्देश दिया कि मुखिया, वार्ड पार्षद, प्रमुख, जिला परिषद सदस्य समेत सभी जन प्रतिनिधियों को टीका लगाने का विशेष अभियान चलाएं। जनप्रतिनिधियों के टीकाकरण से ग्रामीण इलाकों में सकारात्मक संदेश जाएगा।