बच्चे भिड़े थे जवानों से
सीआरपीएफ में पोस्टेड आईजी एमवी राव के मुताबिक, जब हाल के दिनों में लातेहार के कुमांडा में नक्सलियों और सीआरपीएफ के बीच एनकाउंटर हुआ था, तो उस वक्त सीआरपीएफ जवानों का मुकाबला आठ साल से लेकर 14 साल तक के बच्चे कर रहे थे.  नक्सली अपनी लड़ाई में माइनर बच्चों का इस्तेमाल करते हैं, ताकि पुलिस को उन बच्चों पर गोली चलाने से पहले सोचना पड़े।

गांववालों से मांगे हैं बच्चे
देश के टॉप नक्सलाइट्स ने झारखंड के लिए काम कर रहे नक्सलाइट लीडर्स से बच्चों की डिमांड की है। इनफॉर्मेशन के मुताबिक, पलामू, गढ़वा, लातेहार, वेस्ट सिंहभूम, लोहरदगा, खूंटी आदि के मुखिया व सरपंच को बच्चे प्रोवाइड कराने का अल्टीमेटम दिया गया है।