रांची(ब्यूरो)। राजधानी रांची में क्रिसमस की तैयारियां तेज हो गई हैं। बाजारों में रौनक दिखने लगी है। सेंटा, क्रिसमस ट्री से लेकर विभिन्न प्रकार के सजावटी सामानों से बाजार गुलजार है। दो साल कोरोना इफेक्ट के कारण क्रिसमस का रंग भी फीका रहा था, लेकिन इस बार स्थिति सामान्य होने से दोगुने उत्साह के साथ मसीही विश्वासी इसकी तैयारी कर रहे हैं। चर्च के रंग-रोगन से लेकर साज-सजावट के काम पूरे कर लिए गए हैं। क्रिसमस को देखते हुए अलग-अलग इवेंट की भी शुरुआत हो चुकी है। प्रभु यीशु के आगमन को लेकर मसीही विश्वासयिों ने अपने-अपने घरों की सजावट पूरी कर ली है। अब बस उस क्षण का इंतजार है जब प्रभु यीशु जन्म लेंगे और चर्च में कैरोल गाए जाएंगे। क्रिसमस यानी बड़ा दिन करीब होने से उत्साह, उमंग बढ़ता जा रहा है। चर्चों में कार्यक्रम आयोजित होने लगे हैं। कहीं क्रिसमस कार्निवल तो कहीं प्रार्थना सभाएं हो रही हैं।

सजने लगी चरनी

क्रिसमस में अब कुछ दिन ही बचे हैं। ऐसे में शहर में क्रिसमस की शॉपिंग शुरू हो गई है। रविवार को छुट्टी का दिन होने के कारण काफी संख्या में लोग क्रिसमस की खरीदारी करते दिखे। पुरुलिया रोड से लेकर बहुबाजार, कडरू में दुकानें सजी हुई हैं। इन स्थानों पर क्रिसमस गीत भी सुनाई देने लगे हैं। बीते दो वर्ष से कोविड के कारण क्रिसमस का बाजार फीका था, लेकिन इस बार बाजार में रौनक है। मिशन चौक पर चरनी में सजाने के लिए ईसा मसीह, जोसेफ, मरियम, गड़ेरिया, स्वर्गदूत, पशुओं की मूर्ति भी उपलब्ध है, जिसकी खरीदारी लोग कर रहे हैं। वहीं चरनी को भी फाइनल टच दिया जा रहा है। सेंट पॉल चर्च में संचालक जेएम तोपनो की अगुवाई में क्रिसमस की जोरदार तैयारी है। इधर गोस्सनर जियोलॉजिकलज चर्च, जीईएल चर्च, कैथेड्रल चर्च, सीएनआई चर्च समेत अन्य गिरिजाघरों में भी रंग-रोगन का काम पूरा कर लिया गया है। साज-सजावट की जा रही है।

बांस व पुआल की चरनी पहली पसंद

क्रिसमस पर चरनी का अपना अलग महत्व है। प्रभु यीशु का जन्म चरनी में ही हुआ था। इस कारण इसाई समुदाय के लोग चरनी को विशेष रूप से सजाते हैं। इसमें ईसा मसीह का बालरूप, जोसेफ, मरियम, गड़ेरिया, स्वर्गदूत व पशुओं को सजाया जाता है। बाजारों में अलग-अलग तरह की चरनी मौजूद हैं। सबसे ज्यादा बांस और पुआल से बनी चरनी की मांग हो रही है। सेंट पॉल चर्च के समीप चरनी की बिक्री कर रहे दीपक लकड़ा ने बताया कि क्रिसमस के अवसर पर चरनी की काफी डिमांड होती है। 500 से लेकर 3500 रुपए तक की चरनी उपलब्ध है।

खूबसूरत क्रिसमस ट्री

इस पावन मौके पर क्रिसमस ट्री भी स्पेशल तरीके से सजाया जाता है। बाजार में अलग-अलग वैरायटी और डिफरेंट आकार में क्रिसमस ट्री अवेलेबल हैं। जिसकी कीमत दो सौ रुपए से लेकर दस हजार रुपए तक है। स्नो ट्री, रेड ट्री, ग्रीन ट्री, व्हाइट ट्री, डॉट पाइन समेत अलग-अलग क्रिसमस ट्री की मांग हो रही है। वहीं, सजाने के लिए स्टार, क्रिसमस बेल, सेंटा क्लॉज, रंगीन झालर, हैंगिंग बॉल समेत अन्य सामान मौजूद हैं।

डेकोरेटिंग आईटम्स व उनके प्राइस

क्रिसमस ट्री 200-10000 रुपए

बेल 50-150 रुपए

बॉल 60-200 रुपए

सेंटा क्लॉज 100-1500 रुपए

चरनी 500-3500 रुपए

क्रिसमस स्टार 50-200 रुपए

झालर 30-100 रुपए

कैंडल 50-110 रुपए

पूर्व संध्या पांच बजे शुरू होगा उत्सव

सेंट पॉल महागिरजाघर में 24 दिसंबर की शाम पांच बजे से ही प्रभु यीशु का आगमन उत्सव शुरू हो जाएगा। कैरोल के साथ प्रवेशन कराया जाएगा। जिसके बाद प्रेयर और पाठ आयोजित होंगे। जेएम तोपनो के संचालन में इस कार्यक्रम का आयोजन होगा। अलग-अलग समय पर पाठ होंगे। रात के साढ़े ग्यारह बजे बिशप बीबी बास्के द्वारा अनुष्ठान कराया जाएगा। इसके बाद पाठ, भजन संहिता और गीत आयोजित होंगे। बिशप बीबी बास्के के उपदेश के बाद प्रभु भोज का आयोजन और कैरोल गाए जाएंगे। अगले दिन यानी 25 दिसंबर को भी पूरे दिन अलग-अलग कार्यक्रम आयोजित होंगे।