RANCHI : जितना कुछ सुन रखा था, उससे कहीं बेहतर और खूबसूरत यह शहर है। जितना लाजवाब मौसम का मिजाज है, उतने ही अच्छे लोग भी हैं। यहां आकर दिल खुश हो गया। यह हम नहीं कह रहे हैं, बल्कि ईस्ट जोन इंटर यूनिवर्सिटी यूथ फेस्टिवल में टैलेंट दिखाने आए स्टूडेंट्स कह रहे हैं। 12 राज्यों के 18 यूनिवर्सिटी से आए इन स्टूडेंट्स को लग ही नहीं रहा है कि वे किसी दूसरे शहर में है। अजनबी होने के बाद भी इन्हें यहां अपनापन का अहसास हो रहा है। हो भी क्यों ना। आखिर शहर का अंदाज जो बिंदास है।
मौसम ने दिल जीता
कोलकाता यूनिवर्सिटी के तन्मय ने कहा कि यहां आया तो मौसम ने दिल जीत लिया। यूथ फेस्टिवल के बहाने रांची से रू-ब-रू होने का मौका मिला है। वाकई, यहां बहुत मजा आ रहा है।
हिल स्टेशन आ गए हैं
रांची बहुत खुबसूरत शहर है। पहली बार यहां आया हूं। यहां आकर लगा कि किसी हिल स्टेशन पर आ गए हैं। कोलकाता यूनिवर्सिटी के साकेत चौधरी ने कहा कि रांची का मौसम लाजवाब है।
यूथ फेस्टिवल के साथ मौसम का मजा
कोलकाता यूनिवर्सिटी के शांतनु विश्वास को विश्वास ही नहीं हो रहा है कि किसी दूसरे शहर में आए हैं। वे कहते हैं कि यहां के मौसम के मिजाज को देखकर दिल खुश हो गया। यूथ फेस्टिवल के साथ मौसम का भी मजा ले रहा हूं।
नहीं लगता कि दूसरे शहर में हैं
यहां आने के बाद लग ही नहीं रहा कि किसी दूसरे शहर में आ गए हैं। गुवाहाटी यूनिवर्सिटी के पराग वर्मन के मुताबिक, गुवाहाटी और यहां का मौसम लगभग एक जैसा है। ऐसे में यहां आकर भी अपने माटी के मौसम का अहसास हो रहा है।
जितना सुंदर शहर, उतने अच्छे लोग
गुवाहाटी यूनिवर्सिटी की पूजा प्रिया पहली बार यहां आई हैं, पर उन्हें लगता है कि यहां कई बार आ चुकी हूं जितना सुंदर यह शहर है, उतने ही अच्छे यहां के लोग हैं।
जो सुना था, उससे कहीं बेहतर है यह शहर
जितना कुछ सुना था, उससे कहीं ज्यादा अच्छा यह शहर है। यह कहना है गुवाहाटी यूनिवर्सिटी के अनिल राय का। वे कहते हैं कि यहां आकर दिल खुश हो गया। यूथ फेस्टिवल के बहाने इस शहर को देखने का मौका मिल रहा है।
गुवाहाटी और रांची एक जैसे
रांची काफी कुछ हमारे गुवाहाटी से मिलता-जुलता है। यहां का मौसम और गुवाहाटी का मौसम कमोबेश एक जैसा है। गुवाहाटी यूनिवर्सिटी के हिरकज्योति शमी ने बताया कि यहां आकर लैंग्वेज को लेकर थोड़ी दिक्कत हुई, पर बाकी मायनों में यह लाजवाब शहर है।
खूबसूरत शहर है रांची
यहां का मौैसम खुशनुमा अहसास करा रहा है। गुवाहाटी यूनिवर्सिटी के रमेंद्र पाठक ने कहा कि यहौं आने के बाद थोड़ा-बहुत घूमने का मौका है। इस दौरान यह शहर मुझे काफी खूबसूरत लगी है।
दिल को भा गया यह शहर
गुवाहाटी यूनिवर्सिटी की टीना हजारिका को कुछ ही घंटों में यह शहर भा गया है। वे कहती हैं कि गुवाहाटी की तुलना में यह शहर अच्छा है। स्टेशन से आने के दौैरान ही इसका अहसास हो गया। चार दिनों में शहर का पूरा जायजा लूंगी।
हिल स्टेशन का मिल रहा मजा
बीएचयू से आए मार्क को यह अहसास ही नहीं था कि रांची में इतनी ठंड पड़ती है। वे कहते हैं कि यहां आने के बाद हिल स्टेशन का मजा मिल रहा है। वैसे भी बस से सफर कर आया हूं। ऐसे में शहर को सफर के दौरान भी देखने का मौका मिल गया।
दूसरी बार आने का मिला है मौका
कई मायनों में यह काफी बेहतरीन शहर है। बीएचयू के प्रशांत ने कहा कि यूथ फेस्टिवल को लेकर दूसरी बार यहां आने का मौका मिला है। इस बार पूरे शहर का भ्रमण करने का प्लान बनाया है।