रांची (ब्यूरो) । पिछले पांच दशकों में, कर्नाटक उच्च शिक्षा के क्षेत्र में एक स्तंभ के रूप में खड़ा रहा है। इंजीनियरिंग में अपना करियर बनाने की ख्वाहिश रखने वालों के लिए यह हमेशा से पसंदीदा जगह बना हुआ है। इसकी वजह हैं इसके विविधतापूर्ण कॉलेजों की लम्बी श्रृंखला, शानदार शैक्षणिक सुविधाएं और ग्रेजुएशन के बाद ऊंची जॉब प्लेसमेंट दर का शानदार ट्रैक रिकॉर्ड। उच्च शिक्षा के प्रति राज्य की प्रतिबद्धता ने कुशल पेशेवरों का एक बड़ा पूल तैयार किया है, जिसने वैश्विक स्तर पर महत्वपूर्ण मांग को अपनी तरफ आकर्षित किया है।
150 से अधिक कॉलेज
कॉमेडके यूजीईटी और यूनीगेज प्रवेश परीक्षा 12 मई को एक संयुक्त परीक्षा के रूप में आयोजित होने वाली है, जिसमें क्रमश: कर्नाटक के 150 से अधिक इंजीनियरिंग कॉलेजों और भारत भर के 50 प्लस से अधिक प्रतिष्ठित निजी और डीम्ड विश्वविद्यालयों में प्रवेश के लिए आवेदन किया जा सकता है। यह एकीकृत परीक्षा कर्नाटक अनएडिड प्राइवेट इंजीनियरिंग कॉलेज एसोसिएशन (कुपेका) और यूनीगेजसदस्य विश्वविद्यालयों से जुड़े कॉलेजों के लिए विशेष रूप से तैयार की गई है, जो बीई/बीटेक कार्यक्रम प्रदान करते हैं। ऑनलाइन परीक्षा भारत के 200 प्लस शहरों में 400 प्लस परीक्षा केंद्रों पर आयोजित की जाएगी। इस वर्ष, उसे उम्मीद है कि 1,00,000 से अधिक छात्र परीक्षा में शामिल होंगे। पूरे भारत से उम्मीदवार परीक्षा के लिए आवेदन कर सकते हैं। अभ्यर्थी डब्ल्यू डब्ल्यू डब्ल्यू डॉट कॉमेडके डॉट ओरआजी पर रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं। आवेदन प्रक्रिया 1 फरवरी, 2024 से 5 अप्रैल, 2024 तक ऑनलाइन खुली है। 2022 में, कॉमेडके ने कॉमेडके केयर्स इनोवेशन हब की शुरुआत की, जिसका उद्देश्य भाग लेने वाले संस्थानों के छात्रों को कौशल वृद्धि पाठ्यक्रमों के माध्यम से वर्कफोर्स के लिए तैयार करना था।

हब स्थापित किए गए

कर्नाटक भर में आठ इनोवेशन हब स्थापित किए गए हैं, जिनमें से चार बेंगलुरु में और अन्य मैसूरु, कालाबुरागी, मैंगलोर और बेलगाम में स्थित हैं। ये अत्याधुनिक केंद्र, 5000 वर्ग फुट से अधिक में फैले हुए हैं है, लकड़ी के राउटिंग, लेजर कटिंग, 3डी प्रिंटर, एआर-वीआर उपकरण, हाथ उपकरण, कंप्यूटर सॉफ्टवेयर, युआई-यूएक्स उपकरण आदि जैसे उन्नत उपकरणों से लैस हैं। इनोवेशन हब रैपिड प्रोटोटाइपिंग, रोबोटिक्स, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मशीन लर्निंग और इंटरनेट ऑफ थिंग्स
(आईओटी) में कार्यक्रम प्रदान करते हैं। कर्नाटक कॉमेडके द्वारा इस शानदार पहल के माध्यम से निजी इंजीनियरिंग कॉलेजों में कौशल के आधार पर प्रशिक्षण शुरू करने वाला पहला राज्य है। कॉमेडके के एग्जीक्यूटिव सेक्रेटरी डॉ कुमार ने कहा, कॉमेडके में, हम इस विश्वास को मजबूत बनाते हैं कि एक छात्र की योग्यता और रुचि उसकी शैक्षिक यात्रा के लिए एकमात्र मार्गदर्शक कारक होने चाहिए।