रांची : सुबह के दस बजे हैं। रांची सदर अस्पताल में कोरोना का टीका लेने के लिए पहुंचीं कई महिला हेल्थ वर्कर टीका लेने को लेकर उत्साहित और रोमांचित हैं। शनिवार को दिन में 10:35 बजे टीका लेने के लिए सबसे पहले लाइन में आगे खड़ी नर्स टेरेसा ¨मज को बुलाया जाता है। सबसे पहले उसके तापमान की जांच होती है तथा उसके हाथ सैनिटाइज कराए जाते हैं। उसे सबसे पहले रूम नंबर-1 में भेजा जाता है, जहां उसके कोविन प्लेटफार्म पर निबंधन की जांच होती है। नाम सही पाए जाने पर उसके पहचान पत्र की जांच कर टीकाकरण के लिए निर्धारित दूसरे कमरे में भेजा जाता है। वहां भी उसकी जांच करने के बाद नर्स उसे टीका के बारे में संक्षिप्त जानकारी देती है। इसके बाद उसे टीका लगाया जाता है।

कमरे में रहने का सुझाव

टीका लगाने के बाद उसे आधे घंटे अलग से बनाए गए पर्यवेक्षण कमरे में रहने का सुझाव दिया जाता है। यह भी बताया जाता है कि चक्कर आने, सांस लेने में परेशानी, बुखार आदि की समस्या होने पर वहां उपस्थित दूसरे वैक्सीनेटर अफसरों को बताए। यह भी बताती है कि घबराने की कोई आवश्यकता नहीं है, क्योंकि गिने-चुने को ही यह परेशानी होती है, जो बाद में ठीक भी हो जाता है। पर्यवेक्षण कक्ष में उसे सिर दर्द की समस्या होती है, जिसके बाद उसे बगल के कमरे में बेड पर लिटाकर आराम कराया जाता है। चंद मिनटों में ही उसकी यह शिकायत दूर हो जाती है और वह वापस अपने घर लौट जाती है। टीका लेने वाली दूसरी व अन्य कई हेल्थ वर्कर को कोई भी समस्या नहीं होती। यह सब रांची सदर अस्पताल में कोरोना टीकाकरण के पूर्वाभ्यास (ड्राइ रन) के क्रम में हो रहा था। यहां कुल 25 हेल्थ वर्करों को टीका लगाने का पूर्वाभ्यास कराया गया। हालांकि, किसी को टीका नहीं पड़ा। सभी कुछ रिहर्सल के रूप में हो रहा था।

पूर्वाभ्यास में यह सब हुआ :

- टीका को कोल्ड चेन प्वाइंट से टीका केंद्र (सेशन साइट) पर ले जाया गया।

- सेशन साइट पर चयनित लाभुक (अभी हेल्थ वर्कर) की थर्मल स्क्री¨नग से जांच हुई।

- इसके बाद सत्यापन किया गया कि उसका पोर्टल पर निबंधन हुआ है या नहीं। निबंधन के सत्यापन के बाद उसके प्रमाणपत्रों की जांच हुई। प्रमाणपत्रों की जांच के बाद उसे टीका लगाया गया।

- नकली टीका लगाने के बाद प्रत्येक लाभुकों को आधे घंटे दूसरे कमरे में रहने का भी अभ्यास कराया गया। एक-दो को कुछ परेशानी (नकली) की शिकायत के बाद उसके एडवर्स रिएक्शन की भी जांच का अभ्यास किया गया।

कोरोना टीकाकरण के पूर्वाभ्यास में भी साहबगिरी :

रांची सदर अस्पताल में कोरोना टीकाकरण के पूर्वाभ्यास में भी साहबगिरी सामने आई। सुबह नौ बजे से पूर्वाभ्यास शुरू होना था, लेकिन इस समय यहां फर्श का मैल ही मशीन से साफ किया जा रहा था। अभी तक यहां टीकाकरण की कोई व्यवस्था नहीं की गई थी। न तो प्रोटोकॉल के तहत चार कमरों में अभी तक बैठने की व्यवस्था की गई थी और न ही कमरों के बाहर कोई साइन एज लगाया गया था। न ही बेड आदि पर चादर आदि लगाए गए थे। नौ बजे के बाद राज्य प्रतिरक्षण पदाधिकारी, सिविल सर्जन, विश्व स्वास्थ्य संगठन, यूनिसेफ आदि के विशेषज्ञों की उपस्थिति में सभी कुछ आनन-फानन में लगाया गया। पहले से तैयारी नहीं होने के कारण सुबह नौ बजे के बजाए 10.35 बजे पूर्वाभ्यास शुरू हुआ। पूर्वाभ्यास शुरू होने के बाद रांची उपायुक्त छवि रंजन भी पहुंचे। इधर, बड़ी संख्या में फ्लैक्स-बैनर तो बनवा लिए गए थे, लेकिन समय पर नहीं लगाए जाने के कारण अधिसंख्य धरे रह गए।

सिस्टम में भी आई खराबी

पूर्वाभ्यास के दौरान 'कोविन' सॉफ्टवेयर खुलने में भी परेशानी हुई। इसमें भी काफी समय लगा। टीका लेने वाले कुछ हेल्थ वर्करों के नाम भी बदल गए थे। एक चिकित्सक नाम नहीं होने पर वापस लौट गए, जबकि उन्हें टीका के रिहर्सल के लिए बुलाया गया था। लैपटॉप नहीं खुल पाने से भी रिहर्सल शुरू होने में कुछ देर हुई।