रांची(ब्यूरो)।गलती विभाग की और खामियाजा भुगत रहे हैं कंज्यूमर्स। जी हां, बिजली विभाग उपभोक्ताओं के साथ धोखाधड़ी कर रहा है। नियमानुसार, ड्यू डेट तक जमा करने वाले बिल में छूट शामिल रहती है और उसके बाद बिल जमा करने पर छूट नहीं मिलती है। जाहिर है ड्यू डेट के बाद जमा करने पर बिल बढ़ जाता है। लेकिन, यहां बिल की वसूली कुछ मनमाने ढंग से हो रही है। एक तो ड्यू डेट के पहले ही बिल जमा किया जा रहा है, लेकिन वसूली ड्यू डेट के बाद वाली राशि की हो रही है। कारण पूछने पर एटीपी सेंटर में बैठा कर्मचारी कहता है कि आपका बिल सिस्टम में अपडेट नहीं है, इसलिए आपको ड्यू डेट के बाद वाली बढ़ी हुई राशि ही जमा करनी पड़ेगी, चाहे आप ड्यू डेट से पहले ही क्यों नहीं जमा करें। यह वाकया शुक्रवार को बरियातू बिजली ऑफिस में बिल जमा करने गए शैलेंद्र सिन्हा के साथ हुआ, जो विभाग की इस दबंगई से खासे नाराज नजर आए। कहा कि किसी न किसी बहाने बिजली विभाग लोगों को लूटकर अपनी झोली भरने में लगा हुआ है। हालांकि, यह पहला मामला नहीं है, ऐसे कई दर्जनों लोग विभाग की इस मनमानी के शिकार हो रहे हैं।
कई एटीपी सेंटर मे मनमानी
काउंटर पर बैठे एजेंट ने बताया कि सिस्टम अपडेट नहीं हुआ है। यही कारण है कि बिल कितना, कब तक जमा करना है और कितना छूट देना है, इसकी जानकारी नहीं मिल पा रही है। कंज्यूमर को घर पर मीटर रीडिंग करके बिल दिया जाता है, उसी के आधार पर पैसा जमा लिया जा रहा है। लेकिन लोग छूट देने की बात कहते हैं। हंगामा भी कर देते हैं। बार-बार लोगों को समझाने के बाद भी लोग समझना नहीं चाहते। सिस्टम कब तक अपडेट होगा, इस सवाल का कोई जवाब एजेंट के पास नहीं है। सिर्फ एक काउंटर का ऐसा हाल नहीं है, बल्कि सिटी के अधिकतर मैन्यूअल काउंटर पर कोई छूट नहीं दी जा रही है। बिल जमा करने आए अमृतेश ने बताया कि समय पर इसीलिए आकर पैसा देते हैं, ताकि छूट मिल जाए। बिजली विभाग बिल का एक पैसा छोड़ेगा नहीं, जितना बिल है पूरा जमा करना होता है। लेकिन जो आम पब्लिक का अधिकार है, उसे भी नहीं छीन रहा है।
कंज्यूमर्स की जेब पर डाका
किसी कंज्यूमर का यदि बिल 5000 रुपए है और उसे मिलने वाला एक परसेंट का रिबेट 50 रुपए होता है। सिस्टम अपडेट नहीं होने की बात कह कर कंज्यूमर्स से छूट न देकर पूरा पैसा वसूल लिया जाता है। ऐसा अगर सिर्फ एक काउंटर से दिन भर में करीब 50 उपभोक्ताओं के साथ होता है तो उनसे 2500 रुपए अतिरिक्त ले लिए जाएंगे। इस तरह विभाग और एजेंसी मिल कर कंज्यूमर्स को मिलने वाली छूट पर डाका डाल रहे है।

केस 1
बरियातू के रहने वाले शैलेंद्र सिन्हा को 5400 रुपए का बिल आया। 15 दिसंबर तक जमा करने पर उन्हें करीब 50 रुपए की छूट मिल जाती। लेकिन सिस्टम अपडेट नहीं होने की बात कहकर उनसे पूरा 5400 रुपए वसूल लिया गया।

केस 2
कोकर के रहने वाले रंजीत यादव के साथ भी ऐसा ही हुआ। रंजीत को 4300 रुपए का बिल दिया गया। समय से पहले जमा करने के बाद भी रंजीत को रिबेट का कोई लाभ नहीं मिला।

इस तरह की समस्या की जानकारी अब तक नहीं मिली है। इसकी जांच कराकर ठीक करा दिया जाएगा।
-पीके श्रीवास्तव, जीएम, जेबीवीएनएल