रांची(ब्यूरो)। सिटी में क्राइम आउट ऑफ कंट्रोल हो चुका है। हर दिन कहीं न कहीं आपराधिक वारदात को अंजाम दिया जा रहा है। कहीं चोरी-छिनतई तो कहीं मर्डर जैसी वारदात हो रही है। बेखौफ अपराधियों का दुस्साहस इतना बढ़ गया है कि घर में घुसकर छिनतई कर रहे हैं तो कहीं ऑफिस में घुस कर ताबड़तोड़ फायरिंग कर हत्या जैसी वारदात को भी अंजाम देने से पीछे नहीं हट रहे हैं। नगड़ी थाना क्षेत्र स्थित दलादली चौक के समीप हुए माकपा नेता सुभाष मुंडा मर्डर को 24 घंटे का समय बीत चुका है। लेकिन पुलिस के हाथ अबतक कोई सुराग नहीं लगा है। कार्रवाई के नाम पर रांची पुलिस ने अबतक नगड़ी थाना प्रभारी को सस्पेंड किया है, साथ ही सुभाष मुंडा हत्या कांड की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया है। लेकिन अपराधियों को पकडऩे में पुलिस अबतक असफल रही है।

लोगों में आक्रोश

आम पब्लिक का कहना है कि पुलिस न तो उन्हें सुरक्षा दे पा रही है और न ही अपराधियों को गिरफ्तार करने में सफल हो रही है। हाल के दिनों में एक के बाद एक आपराधिक वारदात ने सुरक्षा व्यवस्था की पोल खोलकर रख दी है। महीने भर के अंदर आधा दर्जन से अधिक हत्या, छिनतई और मारपीट के मामले सामने आए हैं। एक के बाद एक हो रहे अपराध ने पुलिस की भी नींद उड़ा कर रख दी है। अपराधियों का दुस्साहस बढ़ा है और वे पुलिस को खुलेआम चुनौती दे रहे हैं। वैसे तो छिटपुट घटनाएं अक्सर होती रही हैं, लेकिन सुभाष मुंडा हत्याकांड के बाद आम लोगों में काफी आक्रोश है। आदिवासी समाज के लोग पुलिस को अल्टीमेटम दे रहे हैं। लेकिन फिलहाल पुलिस सिर्फ सांत्वना के अलावा कुछ नहीं कर पा रही है।

डीएसपी पर भी चली गोली

इसी महीने कमल भूषण के अकाउंटेंट की भी सरेराह गोली मार कर हत्या कर दी गई। बीते चार जुलाई को सुखदेव नगर थाना इलाका गोलियों की तड़तड़ाहट से थर्रा उठा। अपराधियों ने बिल्डर कमल भूषण के अकाउंटेंट संजय कुमार की गोली मार कर हत्या कर दी। इस घटना को गैलेक्सिया मॉल के सामने काली मंदिर रोड में अंजाम दिया गया। वहीं इसी हफ्ते मंगलवार को एक युवक की हत्या कर उसके शव को कपड़े में लपेट कर नामकुम इलाके फेंक दिया गया। लोग तो यह भी कह रहे हैं कि अपराधियों में पुलिस का खौफ नहीं रह गया है। अपराधी लगातार घटनाओं को अंजाम देकर बड़ी आसानी से फरार हो जा रहे हैं। इसी महीने अपराधियों ने एटीएस डीएसपी नीरज कुमार समेत अन्य पुलिस कर्मियों पर भी फायरिंग कर दी, जिसमे डीएसपी बुरी तरह घायल हो गए।

सोशल मीडिया में पुलिस की किरकिरी

अपराध के बढ़े ग्राफ के बाद सोशल मीडिया पर भी पुलिस की किरकिरी हो रही है। जनप्रतिनिधियों के अलावा अब आम नागरिक भी ट्विटर, फेसबुक पर जम कर पुलिस की आलोचना कर रहे हैं। लोगों का कहना है कि जब व्यक्ति अपने खुद के ऑफिस में ही सुरक्षित नहीं है फिर सड़क पर और दूसरे स्थानों पर पुलिस उसे क्या सुरक्षा मुहैया करा पाएगी। अपराधियों को पकडऩे के लिए पुलिस जगह-जगह एंट्री क्राइम चेकिंग अभियान चला रही है। लेकिन यह महज आई वॉश के अलावा कुछ नहीं है। चेकिंग अभियान में पुलिस छोटे-मोटे चोर को पकड़ कर वाहवाही ले रही है, जबकि अपराधी हत्या जैसे जघन्य अपराध कर आसानी से बच निकल रहे हैं।

आम लोगों में दहशत

पुलिस ने उन मामलों को तो सुलझा लिया जिसमें आपसी रंजिश के तहत अपराध हुए, लेकिन पेशेवर तरीके से हुई घटनाओं के उद्भेदन में पुलिस को कोई सफलता हाथ नहीं लगी है। फायरिंग, हत्या, छिनतई से शहर की सड़क पर व्यवसायी, महिलाएं खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। इसी हफ्ते हेसाग में मॉर्निग वाक से लौट रही महिला के गले से सोने की चेन छीनकर अपराधी फरार हो गए। अबतक पुलिस उन्हें नहीं पकड़ पाई है।

हाल फिलहाल हुए क्राइम

26 जुलाई : माकमा नेता सुभाष मुंडा की गोली मारकर हत्या

25 जुलाई : युवक की हत्या कर शव कपड़े में लपेट कर नामकुम स्थित खरसीदाग में फेंका

16 जुलाई : तुपुदाना ओपी क्षेत्र के बसार गढ़ स्थित ओम डेवलपर्स अपार्टमेंट के रहने वाले विद्यानंद शर्मा की हत्या, मामले में पुलिस ने संजय कुमार मिश्रा को किया गिरफ्तार

16 जुलाई : रातू थाना क्षेत्र के हाजी चौक के पास मुख्तार होटल में अपराधियों ने की फायरिंग, जिसमें दो लोगों की हुई मौत

05 जुलाई : सुखदेव नगर थाना क्षेत्र में बिल्डर कमल भूषण के अकाउंटेंट संजय कुमार की दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या