RANCHI:राजधानी रांची में अपराध चरम पर है। अपराधी बेखौफ हैं, खुलेआम किसी को भी मारने की धमकी और फिरौती मांगने की घटना को अंजाम दे रहे हैं। ये कहना गलत नहीं होगा कि बीते कुछ महीनों से सिटी में डर का कारोबार तेजी से फैल रहा है। लोगों को फोन पर डराओ और उनसे फिरौती मांगो। लगातार यहां धमकियों का एक सिलसिला सा चल पड़ा है। अपराधी खुलेआम किसी को भी जान से मारने की धमकी दे रहे हैं। राजनेता, बिजनेसमैन से लेकर बिल्डर को भी जान से मारने की धमकी मिल रही है। दिलचस्प बात यह है कि अपराधी पीएलएफआई सुप्रीमो दिनेश गोप के नाम पर रंगदारी मांगते हैं। जबकि दिनेश गोप ने अक्सर पत्र जारी कर किसी तरह की लेवी मांगने से साफ इनकार करता रहा है।

पैसे नहीं देने पर मर्डर की धमकी

मंगलवार को ही पूर्व विधायक सुखदेव भगत को जान से मारने की धमकी का मामला सामने आया है। सुखदेव भगत को मारने के लिए 40 लाख रुपए सुपारी देने की बात भी सामने आई है। इसी प्रकार कुछ दिनों पहले एक बडे़ बिजनेसमैन सह लोजपा प्रदेश अध्यक्ष को भी जान से मारने की धमकी दी जा चुकी है। जिस प्रदेश में वीआईपी लोगों को खुलेआम जान से मारने की धमकी दी जाती हो वहां आम इंसान कैसे चैन की सांस ले सकता है। राजनेताओं एवं बिजनेसमैन से उग्रवादी संगठन पीएलएफआई का नाम लेकर रंगदारी मांगी जा रही है।

केस-1

पूर्व विधायक को मिली धमकी

पूर्व विधायक सुखदेव भगत से आठ दिसंबर को जान से मारने की धमकी दी गई है। इसके लिए अपराधियों ने सुखदेव भगत के जान कीमत 40 लाख रुपए लगाई है। सुखदेव भगत ने इस संबंध में डीजीपी एमवी राव से मिलकर पूरे मामले की जानकारी देते हुए उच्चस्तरीय जांच की मांग की है। उन्होंने बताया कि क्षेत्र के ही एक युवक के माध्यम से संदेश भिजवाया गया था कि उन्हें से जान से मारने के लिए 40 लाख रुपये की सुपारी दी गई है। इसी प्रकार लोहरदगा के ही पूर्व विधायक आजसू पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष कमल किशोर भगत को भी जान से मारने की धमकी दी गई है।

केस 2

वीरेन्द्र प्रधान से दो करोड़ मांगी रंगदारी

चार दिसबंर को लोजपा के प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र प्रधान से दो करोड़ रुपए की लेवी मांगी गई थी। पीएलएफआई का हवाला देते हुए रंगदारी देने को कहा गया था। नहीं देने पर जान से मारने की धमकी दी गई, हालांकि अगले ही दिन पीएलएफआई के सुप्रीमो दिनेश गोप ने पत्र जारी कर किसी तरह की लेवी मांगने से साफ इंकार किया।

केस 3

कारोबारी को मिली थी धमकी

नवंबर में धुर्वा के टेंट हाउस कारोबारी संदीप कुमार से 50 लाख रुपए की रंगदारी मांगी गई थी। नहीं देने पर संदीप को भी जान से मारने को कहा गया था। यह धमकी भी पीएलएफआई का नाम लेकर ही मांगी गई थी। रंगदारी नहीं देने पर उन्हें जान से मारने और उनकी दुकान को बम से उड़ाने की धमकी दी गई थी। संदीप ने धुर्वा थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई थी। वहीं इसी महीने दो चावल व्यवसायियों से भी जेल में बंद गैंगस्टर सुजीत सिन्हा के नाम पर 50-50 लाख रुपए की लेवी देने को कहा गया था। नहीं देने पर जान से मारने का कहा गया।

केस 4

सीएम को भी मिल चुकी है धमकी

चार महीने पहले ही राज्य के मुखिया हेमंत सोरेन को भी इस तरह की धमकी मिल चुकी है। एक ई-मेल के जरिए सीएम को जान से मारने की धमकी दी गई थी, हालांकि धमकी देनेवाले को पुलिस ने गिरफ्तार भी किया।

क्या कहते हैं डीजीपी

सुखदेव भगत को मिली धमकी मामले को गंभीरता से लेते हुए इसकी जांच शुरू हो चुकी है। कुछ चोर-बदमाश टाइप के लोग बडे़ संगठन का नाम लेकर ऐसी हरकत कर रहे हैं। जल्द ही पुलिस सभी का पर्दाफाश करेगी।

-एमवी राव, डीजीपी, झारखंड

क्या कहती हैं साइकोलॉजिस्ट

अक्सर ऐसे लोगों का नाम खौफ पैदा करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है, जिन्होंने अपराध की दुनिया में अपना नाम स्थापित किया है। छोटे-छोटे अपराधी बड़े गैंग या बड़े गैंगस्टर्स का नाम लेकर खौफ के कारोबार को बढ़ाना चाहते हैं। ऐसा कर वे लोगों के भीतर मौजूद फियर इंस्टिंक्ट को प्रोवोक करते हैं। यह पूरी तरह से साइकोलॉजिकल गेम है।

-डॉ भाग्यश्री कर, क्लीनिकल साइकोलॉजिस्ट