रांची (ब्यूरो): यदि ठगी की शिकायत सही समय पर सही जगह की जाए तो आपके ठगे गए पैसे वापस होने की संभावना है। साइबर ठगी का शिकार होने के बाद समय रहते आप झारखंड पुलिस के टोल फ्री हेल्पलाइन नंबर 1930 पर जानकारी दें।
लोगों को राहत
फ्राड के झांसे में आए लोगों के लिए यह खबर थोड़ी राहत देने वाली है। बीते छह महीने में पुलिस ने 3242 लोगों के पैसे वापस दिलाने में सफलता हासिल की है। इससे अन्य लोगों की भी उम्मीदें बढ़ गई है। ऑनलाइन ठगी होने पर सबसे पहले इस बारे में साइबर सेल को सूचित करें। 24 घंटे के अंदर सूचना देने पर पुलिस अकाउंट ब्लॉक कर पैसे वापस दिला सकती है। साइबर सेल द्वारा जारी किए गए टोल फ्री नंबर 1930 पर शिकायत दर्ज कराने वाले पीडि़तों को पुलिस ने पैसे लौटा दिया है।
मिल रही सफलता
पुलिस ने साइबर ठगी के शिकार लोगों के अकाउंट में 55,63,634 रुपए लौटा पाने में सफलता हासिल की है। ये आंकड़े राज्य के अलग-जिलों से सामने आए हैं। साइबर ठगों ने जिन लोगों के अकाउंट से रुपए ट्रांसफर कराए हैं, उन्हें पुलिस ने ब्लॉक करा दिया था। टोल फ्री हेेल्पलाइन नंबर पर मार्च से अगस्त तक 3,145 शिकायतें प्राप्त हुई थीं। इनमें कुल 55,63,634 रुपए ब्लॉक कराए गए थे। इन पैसे को अलग-अलग अकाउंट नंबर से निकाला गया था। कंप्लेन आने के बाद पुलिस ट्रांजेक्शन की रकम को ब्लॉक कर देती है। जिसके बाद ठगी के शिकार हुए व्यक्ति के अकाउंट में पैसे वापस दिलाने का प्रोसेस शुरू हो जाता है। इसमे पुलिस को सफलता भी मिल रही है।
हेल्पलाइन पर करें शिकायत
आम लोगों की खून-पसीने की कमाई को लुटने से बचाने के लिए एक सिस्टम बनाया गया है। इस सिस्टम का इस्तेमाल करना बेहद आसान है। सिस्टम से जाने पर ठगे हुए पैसे के वापस आने की संभावना बढ़ जाती है। हेल्पलाइन नंबर 155260 और 1930 पर शिकायत दर्ज कराया जा सकता है। यदि आप किसी भी तरह की ऑनलाइन धोखाधड़ी के शिकार होते हैं तो सबसे पहले उक्त दोनों नंबर में किसी में भी अपनी शिकायत दर्ज करा दें। शिकायत दर्ज कराते समय फ्राड की पूरी जानकारी, फ्राड का सही समय, आपके बैंक का नाम-पता और जिस बैंक या ई-वॉलेट से पैसा ट्रांसफर हुआ है, उसकी पूरी जानकारी देनी होगी।
ऐसे काम कर रहा सिस्टम
हेल्पलाइन नंबर पर जब शिकायत दर्ज कराए जाते हैं। तो ये कॉल साइबर क्राइम सेल के कॉल सेंटर में भी पहुंच जाता है। फ्रॉड के बारे में जानकारी रिकार्ड कर ली जाती है। दी गई जानकारी के आधार पर जिस बैंक अकाउंट में पैसा पहुंचता है, साइबर क्राइम सेल द्वारा उस अकाउंट को फ्रीज करा दिया जाता है। अकाउंट फ्रीज होने से फ्राड अपने खाते से पैसा नहीं निकाल पाता। यदि आपकी दी गई शिकायत सही होगी तो आपके अकाउंट से निकला पूरा पैसा आपके बैंक अकाउंट में वापस डाला जाएगा। पैसा वापस डालने की प्रक्रिया उस बैंक की तरफ से होगी, जिसमें आपका पैसा ट्रांसफर हुआ है।
छह महीने में हुए रिकवरी
माह शिकायत ब्लॉक रकम

मार्च 96 2,45,573

अप्रैल 504 7,40,982

मई 510 6,53,579

जून 645 11,42,415

जुलाई 682 2,17,596

अगस्त 705 25,63,489

कुल 3142 55,63,634

(रकम रुपए में)