रांची: बच्चों का शोषण करने के मामले में केवल वही जिम्मेदार होता है जिसने शोषण किया है। उसे और जल्द से जल्द कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए। दैनिक जागरण आईनेक्स्ट ने जब लोगों से चाइल्ड अब्युज के विषय में पूछा कि बाल शोषण के मामलों में गलती किसकी होती है शोषण करने वालों की या बच्चे की। इस सवाल पर लोगों ने बड़ी तादाद करीब 82 परसेंट ने कहा कि इस तरह की घटना के लिए केवल आरोपी ही जिम्मेदार होता है, उसका गुनाह है। हालांकि, 18 परसेंट लोगों ने माना कि बच्चों को भी बर्दाश्त नहीं करना चाहिए, उन्हें सामने आकर सारी सच्चाई बतानी चाहिए।

पुरुष हैं ज्यादा आफेंसिव

बाल शोषण के मामले में महिलाओं की तुलना में पुरुषों का अप्रोच ज्यादा आफेंसिव दिखाई दिया। पुरुषों से पूछे गए इस सवाल के जवाब में करीब 87 परसेंट पुरुषों ने कहा कि ऐसे मामले में केवल आरोपी ही गुनाहगार है और उसे कड़ी सजा मिलनी चाहिए, जबकि 76 परसेंट महिलाओं ने कहा कि बच्चों को जागरूक करने की जरूरत है, ताकि वे लोग खुलकर सामने आएं अन्यथा वह भी अपने शोषण के लिए जिम्मेदार हैं।

पुलिस जवान ही डेली करता था छेड़छाड़

-आपबीती

वह पुलिस विभाग का जवान था, जो हर दिन मेरे साथ छेड़छाड़ करता था। मुझे घर से यह कहकर ले जाया गया था कि पढ़ाया जाएगा, लिखाया जाएगा लेकिन अपने घर ले जाकर जसवंत सिंह और उसकी पत्नी लगातार मेरे साथ दु‌र्व्यवहार करते रहे। पत्नी के बाहर रहने पर वह मेरे शरीर को गलत तरीके से छूने की कोशिश करता था। मैंने कई बार मिन्नतें की कि मुझे घर जाने दिया जाए लेकिन मेरी बात नहीं मानी गई। कई महीनों तक मेरे साथ जबरदस्ती की जाती रही और मारपीट भी की गई। तंग आकर मैंने एक दिन मोहल्ले की एक महिला को सारी बात बता दी। उनके सहयोग से पुलिस विभाग के ही एक अधिकारी से उस जवान की शिकायत की, जिसके बाद उन्होंने उसे बुलाकर बहुत डांटा। मेरे मां-बाप को बुलाया गया और मुझे वापस घर भेज दिया गया।