रांची(ब्यूरो)। महिलाओं की पुरुषों के साथ कोई लड़ाई नहीं है। हर क्षेत्र में महिलाएं जो बेहतरीन काम कर रही हैैं, उसके पीछे पुरुषों का भी योगदान रहता है। महिलाओं को कमजोर समझने की मानसिकता के साथ लड़ाई जरूर है। लड़ाई उस मानसिकता से है, जो बात-बात में 'चूड़ी पहन लेनेÓ और 'विधवा विलाप करनेÓ जैसी नीच बातें बोलकर महिलाओं को अपमानित करते हैैं। इन सब के बावजूद महिलाएं आज जिस तेजी से अलग-अलग क्षेत्रों में लोहा मनवा रही हैैं, वह निश्चित रूप से काबिल-ए-तारीफ है। उक्त बातें झरिया विधायक पूर्णिमा नीरज सिंह ने कही। वे शुक्रवार को सिटी के रेडिसन ब्लू होटल के सभागार में आयोजित सीमा सुजुकी प्रेजेंट्स दैनिक जागरण-आई नेक्स्ट नारी टुडे अवार्ड में मुख्य अतिथि के रूप में अपनी बातें रख रही थीं। इस कार्यक्रम में विभिन्न क्षेत्रों में बेहतरीन काम करने वाली 13 महिलाओं को सम्मानित किया गया। समारोह में विशिष्ट अतिथि के रूप में मांडर विधायक शिल्पी नेहा तिर्की और बड़कागांव की विधायक अम्बा प्रसाद भी मौजूद थीं। कार्यक्रम में दैनिक जागरण, रांची के जीएम परितोष झा विशेष रूप से मौजूद थे।

महिलाओं को अवसर मिलना चाहिए

पूर्णिमा नीरज सिंह

आज की महिलाओं को प्रोत्साहित करने की जरूरत है। इस तरह से उनके काम को अगर सम्मान दिया गया तो उनका हौसला बढ़ेगा और वो समाज के लिए और अच्छा काम करेंगी। इसके लिए जरूरी है कि लड़कियों में एजुकेशन बढ़ाया जाए और उनको रोजगार दिया जाए। महिलाओं को फैमिली ओर प्रोफेशनल लाइफ में मैनेज करने की जरूरत है। इससे वो आगे बढ़ सकती हैं। 'दैनिक जागरण-आई नेक्स्टÓ के इस समारोह में जिन महिलाओं को सम्मानित किया गया है, उनका हौसला तो बढ़ेगा ही, जो महिलाएं समाज में अच्छा काम कर रही हैं उनका भी मनोबल बढ़ेगा।

महिलाएं ही महिलाओं को आगे बढ़ाएं

शिल्पी नेहा तिर्की

महिलाओं को सम्मानित करके उनके हौसले को बढ़ाया जा रहा है। बहुत सारी महिलाएं आज अपने बल पर आगे बढ़ रही हैं। आज भी बहुत सारी महिलाएं हैं जो आगे बढऩा चाहती हैं लेकिन उनके पास सुविधाएं और जानकारी नहीं हैं। इसलिए समाज में जो भी शिक्षित महिलाएं हैं उनको दूसरी महिलाओं को मदद कर आगे बढ़ाने की जरूरत है। सरकारी स्तर पर भी महिलाओं को आगे बढ़ाने की जरूरत है। इसमें सभी को मिलकर आगे आना होगा।

महिलाओं को अपनी मेहनत से मिलती है पहचान

अंबा प्रसाद

यहां उपस्थित सभी महिलाओं को उनकी मेहनत के बदौलत पहचान मिली है। महिलाओं को अपॉर्चुनिटी कम मिलती है, इसलिए वे खुद को बहुत ज्यादा प्रूव नहीं कर पाती हैं। महिलाओं को यदि अवसर दिया जाए, तो वे और बेहतर कर सकती हैं। जो महिलाएं अपनी मेहनत और चुनौती को लेकर आगे बढ़ती हैैं, वह आज हर क्षेत्र में अपना नाम रोशन कर रही हैं। लेकिन, समाज को भी अपनी सोच बदलनी होगी। हर मौके पर महिलाओं पर अत्याचार बंद करना ही होगा।

इन्हें किया गया सम्मानित

1. डॉ अंजलि आर सिंह

2. अर्चना वर्मा

3. डॉ भाग्यश्री कर

4. जीनत कौसर

5. ख्याति मुंजाल

6. डॉ माया कुमार

7. डॉ पिंकी कुमारी

8. डॉ प्रियंका तिवारी

9. डॉ रश्मि

10. संगीता कुमारी

11. डॉ सर्बजया सिंह

12. स्वाति राय

13. तरंग मित्तल

कार्यक्रम के स्पांसर्स

टाइटल स्पांसर

1. सीमा सुजुकी - कुश कुमार जायसवाल

इन एसोसिएशन विद

1. श्री बालाजी कंस्ट्रक्शन एंड डेवलपर्स - विकास जायसवाल

2. टेस्ट राइड - तरजिंदर कौर

3. आद्या स्पाइसेज एंड प्रोसेसिंग इंडस्ट्रीज - अर्चना कुमारी सिंह