रांची(ब्यूरो)। आखिर कहां गए रोड रिपेयरिंग के 20 करोड़। जी हां, हर साल मानसून में सड़कों पर पथ निर्माण प्रमंडल और नगर निगम 20 करोड़ रुपए से अधिक खर्च करता है। लेकिन, सिटी की सड़कों की हालत देखकर ऐसा नहीं लग रहा है कि इनकी रिपेयरिंग में 20 करोड़ रुपए खर्च हुए होंगे। मुख्य सड़कों के अलावा गली-मुहल्ले की सड़कों से बिटुमिन की परत भी गायब हो चुकी है। सड़क कम गड्ढे ज्यादा नजर आ रहे हैं। वहीं, बरसात के मौसम में इन गड्ढों में जलजमाव और खतरनाक हो गया है। पानी भरा होने से लोगों को लगता है कि छोटा गड्ढा होगा, पार कर जाएंगे, लेकिन जैसे ही गड्ढे में उतरते हैं तो लोग डूब जा रहे हैं। अब ऐसे में सवाल तो बनता है कि रोड रिपेयरिंग के 20 करोड़ रुपए कहां बहा दिए गए। आखिर जनता से वसूले गए टैक्स का हिसाब तो देना ही पड़ेगा।

जर्जर सड़कों पर चलना मुश्किल

सिटी की सड़कों का हाल बुरा है, जहां-तहां जर्जर हो चुके सड़क पर चलना मुश्किल है। सिर्फ एक इलाके नहीं दर्जनों स्थान पर सड़क की हालत खराब है। बारिश में लोगों को खासा परेशानी झेलनी पड़ रही है। जबकि सिर्फ सड़क रिपेयरिंग के नाम पर सरकार हर साल करोड़ों रुपए खर्च करती है। इसके बाद भी सड़क की जर्जर हालत कई सवाल खडे करता है। बीते दो तीन साल में कुछ स्थानों पर सड़क की रिपेयरिंग कराई गई थी। लेकिन घटिया क्वालिटी के कारण मानसून की बारिश में सड़क की सेहत फिर से बिगड़ गई है। रिम्स के पीछे, हरिहर सिंह रोड, इंद्रपुरी जैसे कई उदाहरण है जहां सड़क की रिपेयरिंग कराई गई, लेकिन एक साल भी सड़क दुरुस्त नहीं रहा। जहां-तहां हो चुके बडे-बड़े गड्ढे में वाहनों को चलाना मुश्किल हो रहा है।

विकास के नाम पर खोदी सड़क

दरअसल, शहर के विभिन्न जोन में जलापूर्ति पाइपलाइन, गैस पाइपलाइन, सीवर लाइन और अंडरग्राउंड केबल का काम चल रहा है। इसके अलावा तीन फ्लाईओवर व एलिवेटेड कॉरिडोर के काम की वजह से भी सड़कें क्षतिग्रस्त हो गई हैं। निर्माण कर रही कंपनियां गड्ढा तो कर देती हैं, लेकिन बाद में इसे या तो ऐसे ही छोड़ दिया जाता है या फिर जैसे-तैसे मिट्टी भरकर फॉर्मलिटी पूरी कर दी जाती है।

पब्लिक में गुस्सा

हल्की बारिश होने पर इन गड्ढों में पानी जमा हो जाता है, जिससे अक्सर वाहन सवार दुर्घटना के शिकार हो जाते है। सड़कों की खराब स्थिति से नाराज आम लोगों ने भी इसके लिए आवाज उठाया लेकिन अब तक सड़क की मरम्मती नहीं कराई गई। बता दे कि कुछ दिनो पहले मधुकम शास्त्री चौके के आस-पास रहने वाले लोगों ने खराब सड़क से आक्रोशित हो कर सड़क पर ही धनरोपनी करनी शुरु कर दी थी। यहां के लोगों ने बताया कि कई महीनों से सड़क का हालत बदहाल है। लोगों को आने-जाने मेें परेशानी का सामना करना पड रहा है। खराब सड़क की वजह से हर दिन सड़क दुर्घटना हो रही है। जिससे सिर्फ यूवा ही नहीं बच्चे, बूढ़े और महिलाएं भी चोटिल हो रहे है।

क्वालिटी पर विभाग का ध्यान नहीं

पथ निर्माण विभाग, नगर निगम, एनएच और एनएचएआई शहर और आसपास की सडकों की मरम्मत कराते हैं। लेकिन क्वालिटी सही नहीं होने की वजह से अधिकतर सडकें एक बारिश भी नहीं टीक पातीं, जिन सड़कों में नियमित जलजमाव होता है, वहां की स्थिति दयनीय है। सिर्फ मुख्य सड़क ही नहीं, गलियों और मुहल्लों के सड़कों की भी स्थिति खराब है। प्रमुख सड़क पर जाम लगने से गलियों और मुहल्लों में वाहनों का दवाब बढ़ गया है। गलियों में बगैर बारिश के भी सडक पर जलजमाव जैसी स्थिति बनी रहती है। वार्ड संख्या 30, 31, 32, 36 समेत अन्य इलाकों की मुहल्लों की सड़क जर्जर है।

इन सड़कों पर चलना आसान नहीं

-जामिया नगर होते हुए कडरू तक की सड़क की स्थिति खराब।

-हरमू रोड से चापू टोली तक सड़क पर जहां-तहां दर्जनों गड्ढे

-एदलहातू रोड से ग्रीन पार्क रोड पर बिटुमिन की परत हो चुकी है गायब

-बिरसा चौक से सैटेलाइट चौक सड़क की स्थिति दयनीय।

-गाड़ीखाना चौक से इरगू रोड होते हुए मधुकम सड़क खराब, रोज हो रहे हादसे।

-एलिवेटेड रोड निर्माण की वजह से पिस्का मोड़ से रातू रोड तक सड़क खराब, सर्विस लेन भी जर्जर

-रिम्स से पीछे तालाब के सामने वाली सड़क सालों भर रहती है खराब

-हरिहर सिंह रोड की स्थिति भी खराब

खराब सड़कों की रिपेयरिंग कराई जाएगी। इसके लिए लिस्ट तैयार कराई जा रही है। बारिश के बाद मरम्मत कार्य शुरू होगा।

-कुंवरसिंह पाहन, एएमसी, आरएमसी