रांची: रांची झारखंड की राजधानी है। लेकिन यहां के हालात देख लोगों को यह महसूस नहीं होता कि वे किसी राज्य की राजधानी में रह रहे हैं। सिटी के प्रमुख इलाकों में रोड की स्थिति दयनीय है। कुछ इलाकों में तो सड़क बनी ही नहीं तो वहीं कई इलाके ऐसे हैं जहां कुछ वर्षो में ही सड़क की हालत जर्जर हो गई है। राजधानी के पॉश इलाका लालपुर में भी ऐसा ही हाल है। लालपुर पीएनटी कॉलोनी में कुछ दूर तक सड़क है। लेकिन वह भी पूरी तरह जर्जर हो चुकी है। वहीं कॉलोनी के अंदर जाने वाली सड़क कभी बनाई ही नहीं गई। बरसात में यहां कीचड़ हो गया है। यहां के लोगों को गंदगी में होकर गुजरना पड़ रहा है। सड़क की स्थिति देख ऐसा लगता है कि मानसून को देखते हुए नगर निगम और पथ निर्माण विभाग की ओर से कोई तैयारी नहीं की गई। आदेश-निर्देश तो कई जारी हुए लेकिन जमीन पर काम कुछ नहीं हुआ।

सड़क पर घुटने भर पानी

सिटी के कुछ इलाकों की सड़क गांव की सड़क से भी बदतर हालत में हैं। यहां घुटने भर पानी जमा है। रिंग रोड से आगे सिमलिया नया टोली में सड़क के नाम पर सिर्फ गड्ढा है। जबकि झारखंड के स्टार महेंद्र सिंह धोनी का आवास भी इसी रोड में है। फिर भी यहां की हालत काफी दयनीय है। वहीं रातू रिंग रोड से मेजर कोठी तक जाने वाली मुख्य सड़क भी जर्जर हालत में है। सड़क के बीचोबीच बड़े-बड़े गढ्डे हो गए हैं। गड्ढों में जलजमाव होने के कारण हर दिन यहां दुर्घटना हो रही है। मोहल्ले के लोगों ने कई बार लोकल जनप्रतिनिधि से सड़क मरम्मती की गुहार लगाई, लेकिन बरसात से पहले इसे ठीक नहीं कराया गया।

ऊबड़-खाबड़ है सड़क

सिटी के कई इलाके ऐसे हैं, जहां सड़क ऊबड-खाबड़ हो चुकी है। हरमू रोड गाड़ी खाना चौक के अंदर अग्रसेन पथ की ओर जाने वाली सड़क की हालत कुछ ऐसी ही है। शुरुआती बारिश में ही यह सड़क ऊबड़-खाबड़ हो चुकी है। यहां रहने वाले लोगों को आने-जाने में काफी परेशानी हो रही है। सड़क टूटी होने की वजह से यहां जलजमाव की स्थिति भी पैदा हो रही है, जिसमें एक्सीडेंट भी हो रहा है। सड़क की मरम्मती के लिए विभाग से फरियाद की गई है। लेकिन इस सड़क को दुरुस्त नहीं किया गया। अब इस रास्ते से होकर गुजरने वाले लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इसके अलावा फतेहउल्लाह रोड, अपर बाजार समेत कई प्रमुख सडकें ऐसी हैं, जो जर्जर हालत में यहां गाड़ी चालाना काफी मुश्किल होगा। कुछ इलाकों में रोड मरम्मती के लिए ग्रीन सिग्नल तो मिला लेकिन एसओआर के पचडे़ में फंस कर सड़क जस की तस रह गई।

सड़क के बीच में बड़े-बड़े गढ्डे बने हुए हैं, जिसमें पानी भर चुका है। शिकायत के बाद भी सड़क को दुरुस्त नहीं किया जा रहा है। बच्चे, बुजुर्ग और महिलाओं को काफी दिक्कत हो रही है।

-सुनील कुमार

सड़कें किसी भी शहर की पहचान होती हैं। सड़क अच्छी हो तो ट्रैफिक भी स्मूथ होता है। लेकिन रांची में कई इलाकों की सड़क इन दिनों जर्जर हो चुकी है। जहां पैदल चलना भी मुश्किल होता है। बारिश में हालत और ज्यादा नारकीय हो गई है।

- अभिमन्यु