RANCHI: अगर आप भी रिम्स में डॉ। सीबी शर्मा की यूनिट में इलाज कराने जा रहे हैं, तो जरा संभल कर जाइए। क्योंकि ध्यान चूका नहीं कि आपका पैर फ्रैक्चर हुआ। वहीं आपके इंज्यूरी होने से भी इन्कार नहीं किया जा सकता है। दरअसल, डॉ। शर्मा की यूनिट में एक फीट तक फ्लोर टूट गया है, जो धीरे-धीरे और बढ़ता ही जा रहा है। अगर यही स्थिति रही तो कोई भी मरीज सीधे ग्राउंड फ्लोर में गिरेगा। इस संबंध में हेड डॉ। सीबी शर्मा ने दो बार प्रबंधन को चिट्ठी भी लिखी है। इसके बावजूद इसे बनाने की पहल नहीं की जा रही है। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या किसी हादसे के बाद ही प्रबंधन की नींद खुलेगी।

नीचे के फ्लोर में आर्थो वार्ड

मेडिसीन वार्ड हास्पिटल के फ‌र्स्ट फ्लोर पर है। उसके ठीक नीचे आर्थो का इनडोर वार्ड है। जहां पर हड्डी के गंभीर मरीजों का इलाज चलता है। ऐसे में आर्थो के मरीजों के अलावा ही आर्थो वार्ड में आने वाले परिजनों को भी परेशानी हो सकती है।

वर्जन

ऐसी कोई जानकारी मुझे नहीं मिली है और न ही कोई चिट्ठी अब तक मेरे पास आई है। इसके बारे में मुझे बताना चाहिए था। इस मामले को तत्काल देखा जाएगा।

-डॉ। बीएल शेरवाल, डायरेक्टर, रिम्स