रांची (ब्यूरो) । डी.ए.वी। पब्लिक स्कूल बरियातू में तीन दिवसीय सी.बी.एस.ई। इन हाउस ट्रेनिंग प्रोग्राम का शुभारंभ हुआ। शिक्षकों के लिए इस अध्यापन क्षमता संवर्धन कार्यशाला में राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के अनुसार अध्यापन के तरीके को अपनाने और उसे उत्कृष्ट करने के तरीकों पर रिसोर्स पर्सन ने प्रकाश डाला गया। इस कार्यक्रम में विषयवार शिक्षकों को दो वर्गों में विभाजित किया गया। भाषा, सामाजिक विज्ञान और नर्सरी शिक्षकों का एक ग्रुप एवं गणित, विज्ञान और कम्प्यूटर साइंस के शिक्षकों का दूसरा ग्रुप था।

टीचर्स एज लर्नर्स पर प्रस्तुति

प्रथम ग्रुप में डी.ए.वी। नीरजा सहाय के अवधेश कुमार सिंह ने एक्सपीरेंशियल लर्निंग, डी.ए.वी। बरियातु की श्रीमती रेशमा नसीम ने आर्ट इंटीग्रेटेड लर्निंग और डी.ए.वी। पुन्दाग की तनुश्री चक्रवर्ती ने टीचर्स एज लर्नर्स पर प्रस्तुति में बताया कि किस तरह पढ़ाई के अन्य तरीकों को अपना कर कक्षा के प्रत्येक विद्यार्थी के लिए अध्यापन रुचिकर बनाया जा सकता है।

नीति के बारे में बताया

सेकेण्ड ग्रुप में डी.ए.वी। बरियातु के बाल विकास तिवारी ने इक्सपेरेंशियल लर्निंग, पारुल सिन्हा ने आर्ट इंटीग्रेटेड लर्निंग और रश्मि दूबे ने द साइंस ऑफ वेलनेस फॉर टीनएजर्स के पहलुओं पर नई शिक्षा नीति के संदर्भ में वर्तमान अध्यापन पद्धति में उसे अपनाने के बिन्दुओं पर प्रकाश डाला।

प्राचार्य श्री विनय कुमार पाण्डेय ने शिक्षकों को सम्बोधित करते हुए कहा कि समय के साथ स्वयं में परिवर्तन लाना प्रत्येक मनुष्य का नैसर्गिक प्रकृति होना चाहिए। ऐसे संवर्धन कार्यशाला को मनोरंजक कार्यक्रम के रूप में लेना चाहिए और बताई गई बातों से अपना आत्मविश्लेषण कर पढ़ाई को रोचक और गुणात्मक परिणाम केन्द्रित बनाने का प्रयास करें।