रांची (ब्यूरो) । प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय के स्थानीय सेवा केन्द्र चौधरी बगान हरमू रोड रांची में पूर्व मुख्य प्रशासिका दादी गुलजार जी के स्मृति में मीठी दादी जी के निमित ब्रह्माभोजन रखा गया एवं श्रद्धासुमन अर्पित की गई। इस अवसर पर अपने उदगार अभिव्यक्त करते हुए झारखंड सरकार के अतिरिक्त सचिव अभय नन्दन अम्बष्ठ, भाप्रसे ने कहा कि जिंदगी को सहज और रूहानी तरीके से जीने का फलसफा देने वाली, चेहरे पर सदा मीठी मूसकान और आंखों में परमात्मा के प्यार की चमक रखने वाली प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय की पूर्व मुख्य प्रशासिका दादी हृदयमोहिनीजी उर्फ दादी गुलजार ने अपना पार्थिव शरीर त्याग कर 11 मार्च शिवरात्रि के पावन अवसर पर परमात्मा की गोद में समा गई।

50 वर्ष से भी ज्यादा

हुंडई मोटर्स के क्षेत्रीय प्रबंधक आअमरजीत कुमार ने कहा लगभग 50 वर्ष से भी ज्यादा समय से दादी ने परमात्मा के संदेश को विश्व में फैलाने का काम किया। 93 वर्ष की आयु में उन्होंने अंतिम सांस ली। दादी गुलजार ने छोटी सी उम्र में ही खुद को परमात्मा के हवाले कर दिया था। दादी गुलजार ने अपने नाम को पूरा सार्थक किया है, वे जहां जाती थीं वहां गुल खिलते थे। केन्द संचालिका ब्रह्माकमारी निर्मला बहन ने कहा दादी की दृष्टि से ही जैसे लाखों आत्माओं को सुकुन मिल जाता था। शांति और भगवान की अनुभूति की एक प्रतीक थीं दादी जी। अंतरराष्ट्रीय कॉन्फ्रेन्स, सेमिनार में लाखों लोगों के जीवन में सुख और शांति लाने का तरीका बताने वाली दादी संस्था में कई विभागों की हेड थीं.दादी हदयमोहिनी जी 46 हजार बहनों की मार्गदश्शक और अभिभावक भी थीं।