--कमड़े, पंडरा और चान्हो में छापेमारी में पांच अरेस्ट

--हरियाणा व चंडीगढ़ से तस्करी कर लाई जा रही थी नकली शराब

400 पेटी अवैध विदेश शराब जब्त

03 मिनी फैक्ट्रियों को संचालित कर रहे थे शराब माफिया

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ये पकड़े गए

शराब माफिया पंकज प्रसून, विशाल कुमार, केशव कुमार, दुखहरण साव (चान्हो के चोरेया का रहनेवाला) और पिठोरिया निवासी सूरज उरांव।

ये हुआ फरार

पंकज प्रसून का भांजा अंकित गुप्ता।

किसने की छापेमारी

उत्पाद विभाग और पुलिस की टीम ने।

रांची : रांची में उत्पाद विभाग और पुलिस ने शराब की तीन मिनी फैक्ट्रियों का भंडाफोड़ किया है। इन फैक्ट्रियों से नकली शराब को ब्रांडेड शराब की बोतलों में पैके¨जग कर बिहार और लोकल बाजार में बेची जा रही थी। नकली शराब लाइसेंसी शराब दुकान की आड़ में चंडीगढ़ और हरियाणा से शराब मंगाई जा रही थी। इसका खुलासा करते हुए शराब माफिया सहित पांच आरोपितों को गिरफ्तार किया गया है। इनमें शराब माफिया पंकज प्रसून के अलावा बिहार निवासी विशाल कुमार, केशव कुमार, चान्हो के चोरेया निवासी दुखहरण साव और पिठोरिया निवासी सूरज उरांव शामिल हैं। हालांकि दूसरा सरगना अंकित गुप्ता टीम के आने से पहले ही फरार हो गया। इनके पास से 400 से ज्यादा पेटी शराब, ब्रांडेड लेबल, ढक्कन व कार्टन जब्त किए गए हैं।

पूरी तैयारी के साथ बोला धावा

उत्पाद विभाग को सूचना मिली थी कि शराब माफिया प्रसून कमड़े और चान्हो में विदेशी शराब की मिनी फैक्ट्री चला रहा है। इसी आधार पर विभाग की टीम ने चान्हो पुलिस के सहयोग से चोरिया में एक घर में छापेमारी की। इस दौरान भारी मात्रा में नकली शराब के साथ दुखहरण को पकड़ा गया। उसकी निशानदेही पर टीम ने पंडरा पुल और रातू के कमड़े में छापेमारी की। दोनो जगहों पर टीम ने अवैध विदेशी शराब के साथ ब्रांडेड रैपर व बोतल के अलावा नकली शराब बरामद किया। पूछताछ में टीम को यह जानकारी हुई कि शराब माफियाओं का नेटवर्क बिहार, बंगाल, ओडि़सा, चंडीगढ़ समेत अन्य जगहों पर फैला हुआ है।

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लोहरदगा जिले के लिए बनाया था लाइसेंस

बताया जा रहा है कि पंकज प्रसून ने नकली शराब का धंधा करने के लिए ही लोहरदगा जिले के लिए शराब दुकान का लाइसेंस बना रखा था। देशी और विदेशी शराब दोनों का लाइसेंस है। वह रातू के कमड़े में ही चार मंजिला का मकान बनाकर रहता है, उसी मकान में होटल भी चलता है। वहीं नकली शराब की रिपैके¨जग कर तस्करी करता था। ज्यादातर शराब बिहार भेजी जाती थी, कुछ शराब होटलों और ढाबों में सप्लाई करता है। इसके लिए उसने पूरा गिरोह तैयार कर रखा था। उसका खास मैनेजर भांजा अंकित गुप्ता है।

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अरुणाचल प्रदेश की शराब को झारखंड

पंकज प्रसून का नेटवर्क चंडीगढ़ से निकलकर अरुणाचल जाने वाली शराब की तस्करी के लिए काम करता है। सस्ती दर वाली शराब चंडीगढ़ से मंगवाकर रांची में रिपैके¨जग करवाकर बिहार और रांची के लोकल बाजार में बेचता है। इसके लिए उसने ट्रांसपोर्ट, सप्लायर सहित पूरा नेटवर्क तैयार कर रखा है। सस्ती कीमत की शराब चंडीगढ़ से निकलकर गढ़वा, पलामू, लातेहार, कुड़ू के रास्ते घुसकर कर रांची तक पहुंचती है। जबकि संबंधित सप्लायर के पास अरुणाचल प्रदेश जाने के लिए पास बना है। जिस पास का दुरुपयोग कर प्रसून को यह शराब की सप्लाई की जा रही है।

प्रसून के खिलाफ बिहार में दर्ज हैं कई मामले : उत्पाद विभाग और पुलिस इस पूरे नेटवर्क को खंगालने में जुटी है। प्रसून के खिलाफ बिहार में भी कई मामले दर्ज हैं। जिसे उत्पाद विभाग और पुलिस की टीम खंगाल रही है।

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छापेमारी टीम में ये थे शामिल

छापामारी दल में निरीक्षक उत्पाद संजीत कुमार देव, अवर निरीक्षक उत्पाद संजय कुमार, ललित सोरेन, अभिषेक आनंद, निखिल चंद्र, नीलेश सिन्हा, सहायक अवर निरीक्षक उत्पाद रवि रंजन, आशीष पांडेय तथा उत्पाद बल शामिल थे.उत्पाद और पुलिस की टीम ने सोमवार रात ही धावा बोला रात दस बजे से लेकर सुबह आठ बजे तक छापेमारी चली।

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1500 में शराब लेकर छह हजार तक में बिक्री :

सस्ती कीमत पर ली गई शराब की रिपै¨जग में लाखों का खेल चलता है। 1500 रुपये में नकली और सस्ती कीमत की शराब खरीदी जाती है। जिसे रिपैके¨जग कर छह हजार तक में बिक्री की जाती है। लोकल मार्केट में रांची के बालकरण और नीरज नामक शराब व्यवसायियों को मुहैया करता था। उनसे कीमत भी कम लेता था।

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लोहरदगा के कुडू में उतारी जाती थी शराब : पूछताछ में आरोपियों ने टीम को बताया कि सस्ती शराब लोहरदगा के कुडू में उतारा जाती थी। वहां से अन्य फैक्ट्रियों में भेजी जाती थी। शराब कारोबारियों से कुड़ू ऑफिस में ही डी¨लग की जाती थी। इसके बाद शराब की सप्लाई होती थी। ग्रामीण इलाकों के अलावा नकली शराब की बिक्री बिहार, यूपी समेत अन्य इलाकों में की जाती है। पिठोरिया में करीब छह माह पहले पकड़े गए शराब कारोबारी गणेश गोराई भी प्रसून का खरीदार था। वह पिठोरिया के चंदवे इलाके में शराब की अवैध मिनी फैक्ट्री चला रहा था। फिलहाल उसके गिरोह के सभी लोग जेल में हैं।

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