RANCHI: राजधानी में ई-रिक्शा वालों ने सड़क पर तो कब्जा कर ही लिया है, बिजली विभाग को भी लाखों रुपए का चूना लगा रहे हैं। रांची की सड़कों पर चलने वाले हजारों ई-रिक्शा की बैट्री चार्ज के लिए चालकों ने बिजली का कामर्शियल कनेक्शन नहीं लिया है। सभी ई-रिक्शा डोमेस्टिक कनेक्शन या टोका फंसाकर चार्ज कर रहे हैं। बिजली विभाग के एसई अजीत कुमार ने बताया कि अब तक ई-रिक्शा वालों ने कॉमर्शियल कनेक्शन नहीं लिया है। जल्द ही नगर निगम को पत्र लिखकर यह जानकारी मांगी जाएगी कि शहर में कितने ई -रिक्शा चल रहे हैं, और उन पर तत्काल कार्रवाई की जाएगी।

टोका फंसाकर चार्ज कर रहे

सिटी में करीब पांच हजार ई रिक्शा फर्राटा भर रहे हैं। लेकिन इनमें किसी ने भी बिजली विभाग से कॉमर्शियल कनेक्शन नहीं लिया है। विभाग यह मानकर चल रहा है कि ये सभी टोका फंसाकर ई-रिक्शा को चार्ज करते हैं। वहीं, कई ई रिक्शा पुराने मॉडल के हैं, जो चार्ज होने में नए मॉडल की अपेक्षा कई गुना अधिक बिजली की खपत करते हैं। पुराने मॉडल का एक ई-रिक्शा दिनभर में करीब 20 यूनिट से अधिक बिजली खपत करता है। इससे इनकी आधी कमाई बिजली के बिल जमा करने में जा सकती है, लेकिन, ई-रिक्शा चालक टोका फंसा कर चार्ज कर अपने पैसे बचा लेते हैं और विभाग को लाखों के राजस्व का चूना लगा रहे हैं।

5000 में 1000 को ही परमिशन

रांची शहर में करीब पांच हजार ई-रिक्शा चल रहे हैं, इसमें से करीब एक हजार ई-रिक्शा को ही रूट परमिशन दिया गया है। अगर बिजली विभाग नगर निगम से रजिस्टर्ड ई रिक्शा का डाटा भी लेता है तो जो अवैध रूप से चल रहे हैं, उनको कैसे पकड़ा जाएगा।

कार्मशियल कनेक्शन जरूरी

शहर में चलने वाले ई -रिक्शा व्यापारिक गतिविधि होने के कारण इसके लिए कॉमर्शियल कनेक्शन लिया जाना चाहिए। लेकिन, किसी ने भी विभाग में आवेदन नहीं दिया है। इसे बिजली विभाग भी स्वीकार करता है। अजीत कुमार ने कहा कि ई-रिक्शा वाले टोका डालकर बिजली की चोरी कर रहे हैं, कुछ घरेलू कनेक्शन पर चार्ज करते हैं, लेकिन दोनों ही स्थिति में बिजली चोरी हो रही है। जल्द ही इनपर कार्रवाई की जाएगी।

दिन में दो बार चार्ज होता है

ई-रिक्शा चलाने वाले दिन में दो बार इसे चार्ज करते हैं। शहर के बाहरी हिस्सों में बसी कॉलोनियों में ये लगे स्विच से टोका लगाकर चार्ज करते हैं। नये मॉडल के ई-रिक्शा एक बार चार्ज होने में दो से तीन यूनिट बिजली की खपत करते हैं, जबकि पुराने मॉडल के 10 से 12 यूनिट। एक बार चार्ज होने में 60 से 70 किलोमीटर ही चल पाते हैं। सभी ई-रिक्शा चालक 24 घंटे में दो बार चार्ज करते हैं। ई रिक्शा की बैट्री 80 एम्पियर की होती है, वहीं घरेलू बैट्री 160 एम्पियर की होती है, पर घर में लगी बैट्री इनवर्टर से चार्ज होती है वहीं ई-रिक्शा की बैट्री चार्जर के जरिए। ई-रिक्शा चालक कहीं भी चार्जर जोड़कर बैट्री चार्ज करने लगते हैं।

वर्जन

रांची में ई-रिक्शा चलाने वाले लोगों ने कार्मशियल कनेक्शन नहीं लिया है। विभाग द्वारा जल्द ही नगर निगम को पत्र लिखकर ई-रिक्शा चालकों को नोटिस दिया जाएगा। हर ई-रिक्शा चालक को कार्मशियल कनेक्शन लेना अनिवार्य है। जल्द ही छापेमारी की कार्रवाई शुरू की जाएगी।

अजीत कुमार, अधीक्षण अभियंता, बिजली विभाग रांची