रांची (ब्यूरो)। लाभुकों की सुविधा के लिए ही ई पॉश मशीन से राशन वितरण शुरू किया गया था। लेकिन यही मशीन अब पीडीएस डीलर के साथ-साथ लाभुकों की भी बड़ी परेशानी बन गई है। मशीन को हाल ही में अपडेट किया गया है, जिसके बाद इसके नए वर्जन से राशन वितरण को और जटिल बना दिया है। दरअसल नए वर्जन में एक लाभुक को को चार बार अंगूठा लगाना पड़ रहा है। पहले से ही टू जी नेटवर्क के कारण राशन वितरण में परेशानी होती रही है। अब एक ही लाभुक को चार बार अंगूठा लगाने के कारण 30 से 40 मिनट का समय लग रहा है। ऊपर से नेटवर्क की परेशानी अलग। भ्रष्टाचार को रोकने के लिए विभाग द्वारा नियम में बदलाव किया गया है। लेकिन ये बदलाव सिर्फ डीलर ही नहीं, बल्कि लाभुकों की भी परेशानी बढ़ा रहा है। इस संबंध में संघ के सदस्यों ने विभाग को अपनी समस्या से अवगत कराया है।
समय से नहीं मिल रहा राशन
मशीन अपडेशन के बाद समय से राशन वितरण पर भी असर पड़ा है। राशन डीलरों के सेंटर पर लाभुकों की लाइन लगी रहती है। लेकिन तकनीकी खराबी और नेटवर्क के कारण समय से राशन वितरण नहीं हो रहा। इस संबंध में पीडीएस डीलर संतोष ने बताया कि विभाग द्वारा ई-पॉश मशीन में सॉफ्टवेयर के नये वर्जन को अपडेट करने के बाद पहले से ज्यादा परेशानी होने लगी है। लाभुक का बार-बार फिंगर प्रिंट लेना पड़ता है। एक बार में एक ही अनाज का वितरण हो पा रहा है। अलग-अलग अनाज के लिए अलग-अलग फिंगर प्रिंट लेना पड़ता है। नेटवर्क की तो समस्या रहती ही है। साथ ही कई लाभुक ऐसे हैं जिनके अंगूठे की रेखाएं मिटने के कारण बार-बार मशीन में अंगूठा रखने के बाद भी आइडेंटिफाई नहीं हो पाता।
नए वर्जन के कारण राशन वितरण ठप
महीना खत्म होने को लेकिन अबतक 50 परसेंट भी राशन वितरण नहीं हुआ है। डीलरों का कहना है बार-बार फिंगर प्रिंट लगाने के लिए कहने पर लाभुक भी नोकझोंक करने लगते हैं। नये नियम के कारण डीलरों और लाभुकों के बीच मारपीट की भी नौबत आ रही है। इधर अबतक नेटवर्क अपडेट नहीं किया गया है। आज भी राशन वितरण टू जी नेटवर्क पर ही किया जा रहा। जिससे हर दिन नेटवर्क की भी समस्या बनी रहती है। एक ओर सभी सरकारी काम फोर जी नेटवर्क से हो रहे है तो वहीं दूसरी राशन वितरण को अब भी अपंग बना कर रखा गया है।

राशन लेने में काफी समय लग जाता है। सुबह-सुबह आठ बजे गए थे राशन लेने, दस बजे लौटे हैं। हर लाभुक से बार-बार फिंगर प्रिंट लिया जा रहा था।
-कौशल्या, लाभुक

कभी नेटवर्क तो कभी दूसरी समस्या के कारण राशन लेने में परेशानी होती रहती है। अब एक नई समस्या सामने आ गई है। इससे अच्छा पहले वाला ही वर्जन है।
-सुधीर, लाभुक