रांची (ब्यूरो) । डीएवी राष्ट्रीय खेल 2022(अंडर-19) बालक वर्ग के तीन-दिवसीय खेल प्रतियोगिता में झारखंड का शानदार प्रदर्शन रहा। खेल प्रतियोगिता का उद्घाटन डीएवी कॉलेज प्रबंधन समिति,नई दिल्ली के सेक्रेटरी अजय सूरी ने किया। इन खेलों की मेजबानी, डीएवी झारखंड ज़ोन-बी के सहायक अधिकारी एम के सिन्हा एवं झारखंड राज्य के आर ओ, ए आर ओ (मनोज कुमार सिन्हा, केसी श्रीवास्तव, डॉ उर्मिला सिंह, अरुण कुमार, पी हाजऱा, ओ पी मिश्रा) को संयुक्त रूप से मिली है। इन सभी राष्ट्रीय खेल प्रतियोगिताओं को डॉ जे पी सूर निदेशक पी एस-1 सह डीएवी नेशनल गेम्स कॉर्डिनेटर की देख-रेख में बिरसा मुंडा मेगा स्पोट्र्स काम्प्लेक्स, खेलगांव एवं डीएवी हेहल, डीएवी, पुंदाग, डीएवी गांधीनगर में सुचारु रूप से आयोजित की जा रही हैं।

चार हजार स्टूडेंट्स हो रहे शामिल

डी.ए.वी। संस्थाओं के द्वारा आयोजित राष्ट्रीय खेलकूद प्रतियोगिता में देश के विभिन्न राज्यों से आए बालक वर्ग में 4000 से अधिक स्टूडेंट्स खेलकूद की 25 विभिन्न स्पर्धाओं में अपनी उत्कृष्ट खेल प्रतिभा का परिचय दे रहे हैं।

खेल का रिजल्ट

कबड्डी-प्रथम झारखंड, द्वितीय उत्तराखंड एवं तृतीय दिल्ली एनसीआर

कबड्डी में बेस्ट कैचर अनुज उत्तराखंड

बेस्ट राइडर- आशु, झारखंड

टीटी- प्रथम दिल्ली, द्वितीय, पंजाब एवं तृतीय झारखंड

खो-खो- प्रथम झारखंड द्वितीय हरियाणा और तृतीय दिल्ली एनसीआर

बेस्ट प्लेयर-तेजस नारंग दिल्ली एन सी आर

योगा-प्रथम, वेस्ट बंगाल, द्वितीय हरियाणा एवं चंडीगढ़ तथा तृतीय दिल्ली एनसीआर

चेस- प्रथम बिहार, द्वितीय उड़ीसा एवं तृतीय आंध्र प्रदेश

क्रिकेट-प्रथम वेस्ट बंगाल, द्वितीय बिहार एवं तृतीय पंजाब

फाइनल मैच में बेस्ट बंगाल के रूपक को मैन ऑफ द मैच घोषित किया गया। अपनी 113 रनों की शतकीय पारी में उन्होंने 14 छक्के और 6 चौके लगाए।

फुटबॉल-प्रथम झारखंड, द्वितीय वेस्ट बंगाल एवं तृतीय राजस्थान

झारखंड पहुंचा फाइनल में

प्रतियोगिता के दौरान हॉकी और हैंडबॉल में झारखंड की टीम फाइनल में पहुंच गई है। वहीं डीएवी गांधीनगर नगर में आयोजित कबड्डी, चेस और टीटी में सफल खिलाडियों को डीएवी प्रबंध समिति के कोषाध्यक्ष नानक चंद गर्ग ने मेडल एवं ट्रॉफी देकर उत्साहित किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि जीत-हार जीवन का अंग है। खेल में एक खिलाड़ी का पुरस्कार जीतने से बढ़कर दर्शकों का दिल जीत लेना श्रेष्ठ है। वहीं प्रिंसिपल एसके सिन्हा ने आगत अतिथियों का स्वागत किया और कहा कि खेल में विनर से अधिक लूजर का महत्व अधिक होता है। खेल में कोई आज जेता तो कल विजेता बनता है। डॉ जे पी सूर (निदेशक पी एस-1)एवं एम के सिन्हा ने सभी खेल स्थलों का दौरा किया और खिलाडिय़ों को शुभकामनाएं देते हुए उनकी हौसला अफजाई की। इस अवसर पर एन। एन। श्रीवास्तव, किरण यादव, हंसपाल, एन। खान, रेखा पाण्डेय समेत डी। ए। वी। के प्रिंसिपल उपस्थित थे।