रांची के साइक्लोपीडिया ग्रुप ने खराब मौसम व भूस्खलन के बावजूद मजबूत हौसले से मनाली से लेह तक की समुद्र तल से 18 हजार फीट की ऊंचाई तक 550 किलोमीटर की साईकिल यात्रा पूरी की। इसके साथ ही माइ फिटनेस माइ वैक्सीन का संदेश दिया। इसके बाद सभी साइक्लिस्ट लेह से फ्लाइट द्वारा शाम 5 बजकर 40 मिनट में रांची पहुंचे, जहां गुरुनानक सेवक जत्था, बहावलपुरी पंजाबी समाज, झारखंड चैंबर समेत अन्य सामाजिक संगठनों ने शानदार वेलकम किया।

खुशी से गायब हुई थकान

ग्रुप के सदस्यों ने बताया कि यात्रा का मुख्य संदेश था माइ फिटनेस माइ वैक्सीन। साथ ही इस साइक्लिंग एक्सपेडिशन की मुख्य बात विश्व की सबसे कठिनतम समुद्र तल से अठारह हजार फीट की ऊंचाई को प्राप्त करना रहा। जैसे ही हमने इस लक्ष्य को हासिल किया तो खुशी के मारे सारी थकान गायब हो गई। अभियान के दौरान हमें खराब मौसम, ओलावृष्टि, बारिश और कुहासे का सामना करना पड़ा। प्रशासन ने भूस्खलन के कारण 28 जुलाई को आगे जाने की अनुमति नहीं दी, इस वजह से हमें उस दिन जिसपा में ही रुकना पड़ा और उस दिन की दूरी को हमने अगले दिन की यात्रा में मेकअप किया।

टीम में 28 से 50 वर्ष के लोग

बता दें कि साइक्लिंग के शौकीन रांची के सायक्लोपीडिया ग्रुप की 25 जुलाई से शुरू हुई मनाली से लेह की दस दिनों की अनमोल एवं फिट ए-एफ साईकल एक्सपेडिशन सम्पन्न हो गई। ग्रुप में 28 वर्ष से लेकर 50 वर्ष की आयु तक के सदस्य शामिल थे। 50 वर्षीय चंद्रशेखर किंगर, 28 वर्षीय मिक्की नाग के अलावा अनिल अग्रवाल, गौतम कुमार, विकास सिन्हा, अंकुर चौधरी, अविकल मसकारा, अभिजीत चौधरी व सौरभ माहेश्वरी शामिल थे। वापसी में रांची एयरपोर्ट पर वेलकम करने वालों में गुरुनानक सेवक जत्था के सदस्य सूरज झंडई, करण अरोड़ा, आकाश पपनेजा, जीत सिंह, रौनक ग्रोवर, ऋषभ शर्मा ने बुके देकर स्वागत किया। बहावलपुरी पंजाबी समाज के डॉ सतीश मिढा, कवलजीत मिढा, अश्रि्वनी सुखीजा, नरेश पपनेजा, रांची के बाइसायकिल मेयर कनिष्क पोद्दार, बीएनआइ के इडी अंकित जैन, झारखंड चैंबर के अध्यक्ष प्रवीण छाबड़ा, उपाध्यक्ष किशोर मंत्री, जेसीआई के अध्यक्ष गौरव अग्रवाल, माहेश्वरी समाज के अध्यक्ष सौरभ साबू ने अभियान में शामिल सभी सदस्यों बधाई दी।

--