रांची(ब्यूरो)। पिछले साल ठंड के मौसम में रांची आने वाले यात्रियों को कोलकाता और रायपुर एयरपोर्ट पर घंटों इंतजार करना पड़ता था। रांची के बिरसा मुंडा एयरपोर्ट पर ठंड के मौसम में कुहासा के कारण विमानों का डाइवर्ट होना या फि र समय पर लैंड नहीं होना आम समस्या बन गई थी। लेकिन, अब यह समस्या खत्म हो गई है। अब कितना भी अधिक कोहरा क्यों ना हो, विमान रांची एयरपोर्ट पर लैंड करेगा। दरअसल, रांची एयरपोर्ट पर इंस्टूमेंट लैंडिंग सिस्टम(आईएलएस) लगाया जा चुका है। इसके बाद अब ठंड के मौसम में कुहासे के बावजूद बिरसा मुंडा एयरपोर्ट पर समय पर फ्लाइट लैंड करेगी।

विजिब्लिटी बढ़ जाएगी

इस मशीन के लगने के बाद विमानों के डाइवर्ट और समय पर लैंड नहीं होने की समस्या खत्म हो जाएगी। मशीन की वजह से विजिब्लिटी हजार मीटर तक ज्यादा हो जाएगी। पिछले साल तक यह मशीन यहां इंस्टॉल नहीं होने के कारण जब तक ढाई हजार मीटर विजिब्लिटी नहीं होती, तब तक विमान को लैंड करना मुश्किल होता था। लेकिन जब आईएलएस लग गया है तो 1300 मीटर तक की विजिब्लिटी में भी विमान को लैंड कराया जा सकेगा।

क्या है आईएलएस

आईएलएस में लोकलाइजर और गाइडर पाथ नामक के दो यंत्र होते हैं, जिसमें सेंसर लगा होता है। कुहासे के दौरान यह सेंसर एयरोप्लेन को लैंड कराने में मदद करता है। यदि विजिब्लिटी कम होती है तो वैसे समय में आईएलएस काफी महत्वपूर्ण होता है। पिछले साल तक ठंड के मौसम में कुहासा के कारण एयरलाइंस का डाइवर्ट होना साधारण बात थी।

पौने 6 करोड़ हुए खर्च

रांची एयरपोर्ट पर इस सिस्टम को लगाने में लगभग 5.67 करोड़ रुपये का निवेश हुआ है। नए सिस्टम को एयरपोर्ट पर कमीशन किया गया है। नई प्रणाली के इंस्टालेशन, अलाइनमेंट, टेस्टिंग और फ्लाइट इंस्पेक्शन का काम एयरपोर्ट अथॉरिटी की रेडियो निर्माण और विकास इकाई, उड़ान द्वारा आंतरिक रूप से किया गया है। यह इंस्टूमेंट लैंडिंग सिस्टम आईसीएओ अंतर्राष्ट्रीय नागरिक उड्डयन संगठन के मानकों के अनुरूप है। उल्लेखनीय है कि सामान्य या प्रतिकूल मौसम की स्थिति में इसी सिस्टम का उपयोग होता है।

कैच टू अप्रोच लाइटिंग

रन-वे के इंड प्वाइंट से 900 मीटर तक कैच टू अप्रोच लाइटिंग सिस्टम लगाया गया है। जब कोहरे में विमान उतरेगा, उस समय पायलट को यह लाइट विमान उतारने में मदद करेगी। स्पष्ट दिखेगा कि रनवे की स्टार्टिंग प्वाइंट कहां से शुरू हो रही है। अब रांची एयरपोर्ट से पहले यह सुविधा जयपुर, अमृतसर, दिल्ली, कोलकाता, लखनऊ, भोपाल एयरपोर्ट पर है। इन एयरपोर्ट पर कोहरे व धुंध में भी प्लेन की लैंडिंग में परेशानी नहीं हो रही है। अब इस लिस्ट में रांची एयरपोर्ट भी शुमार हो जाएगा।

रांची एयरपोर्ट पर बढ़ी फैसिलिटीज

अब रांची के बिरसा मुंडा एयरपोर्ट से सफ र करने वाले यात्रियों को नई सुविधाएं मिलने लगी हैं। एयरपोर्ट टर्मिनल बिल्डिंग में नया एयरोब्रिज बनकर तैयार हो गया है। अब एक साथ चार फ्लाइट के यात्री सीधे टर्मिनल बिल्डिंग में प्रवेश कर पाएंगे। इस नए एयरोब्रिज के बन जाने के बाद अब कुल चार एयरोब्रिज हो गए हैं। कई दफा एयरोब्रिज पर विमान के लगे रहने के कारण एयरपोर्ट पर आने वाले विमान को एप्रोन पर ही यात्रियों को उतारना पड़ता है, जिन्हें धूप और बारिश के बीच में ही विमान से उतरना पड़ता है। कैनोपी को भी बढ़ाया जाएगा।

एयरपोर्ट पर आईएलएस लगाया गया है। इससे कोहरे में भी विमान उतारने में मदद मिलेगी। पहले जब रांची एयरपोर्ट पर यह मशीन नहीं लगी थी, तो कोहरे में विमान को डायवर्ट किया जाता था।

-आरआर मौर्या, डायरेक्टर, बिरसा मुंडा एयरपोर्ट, रांची