रांची(ब्यूरो)। रांची को जाम मुक्त बनाने के लिए जुडको ने सिटी के तीन जगहों पर फुट ओवर ब्रिज बनाने का निर्णय लिया। इसके लिए डीपीआर बना और टेंडर भी निकाला गया, लेकिन रांची में फुट ओवर ब्रिज बनाने के लिए कोई ठेकेदार आगे नहीं आ रहा है। विभाग के लोगों ने पटना में फुट ओवर ब्रिज का निर्माण कर चुकी कंपनियों से भी संपर्क किया, लेकिन बात नहीं बनी। अब जुड़को ने फुट ओवर ब्रिज बनाने के लिए 5वीं बार टेंडर निकाला गया है।

कागजों पर ही बन रहा

जुडको द्वारा कागजों पर ही फुट ओवर ब्रिज बनाने का काम किया जा रहा है। विभाग के अधिकारियों का कहना है कि हर बार इस उम्मीद से टेंडर निकाला जाता है कि एजेंसी का चयन कर लिया जाएगा, लेकिन कोई भी एजेंसी इस काम को करने के लिए आगे नहीं आ रही है। इस वजह से विभाग द्वारा टेंडर पर टेंडर निकाला जा रहा है।

रखी है यह शर्त

जुडको ने टेंडर शर्त रखी है कि उसी कंपनी को काम मिलेगा, जो पहले फुट ओवर ब्रिज बना चुकी है। अभी तक झारखंड में किसी भी एजेंसी ने फुट ओवर ब्रिज बनाने का काम नहीं किया है। इसके कारण जो कंपनी इस काम को करना भी चाहती है, तो अहर्ता पूरी नहीं कर पाने की वजह से टेंडर में शामिल नहीं हो पा रही है।

बड़ी कंपनियों का इंट्रेस्ट नहीं

जुडको के टेंडर में एक दूसरी शर्त भी है। इसमें कहा गया है कि जो कंपनी रेलवे में फुट ओवर ब्रिज और स्टील ब्रिज का काम कर चुकी है वो ही टेंडर में शामिल हो सकती है, लेकिन बड़ी कंपनियों ने छोटा काम करने से मना कर दिया है। जो कंपनी रेलवे ओवरब्रिज का काम कर रही है वह फुट ओवर ब्रिज बनाने के लिए आगे नहीं आ रही है।

10 करोड़ होंगे खर्च

तीनों फुट ओवरब्रिज पर 10.36 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। साथ ही काम लेने वाली कंपनी को 12 महीने में फुट ओवरब्रिज कंप्लीट करना होगा। न्यूक्लियस मॉल के पास बनने वाले फुट ओवरब्रिज पर 3.88 करोड़, किशोरगंज के पास बनने वाले पर 3.92 करोड़ और चर्च कॉम्प्लेक्स के पास के पुराने फुट ओवरब्रिज को अपग्रेड करने में 2.56 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे।

8 फुट ओवरब्रिज प्रस्तावित

रांची में ट्रैफिक के ज्यादा दबाव वाले इलाकों में 8 फुट ओवरब्रिज के निर्माण का प्रस्ताव है। इनमें रातू रोड चौक, बिरसा चौक, हरमू चौक, बिग बाजार के पास, रोस्पा टावर, अल्बर्ट एक्का चौक, किशोरगंज चौक और न्यूक्लियस मॉल के पास शामिल हैं। इन सभी जगहों पर बड़े मार्केट और शॉपिंग कॉम्प्लेक्स होने की वजह से दिन भर लोगों का आना-जाना लगा रहता है। गाडिय़ों के आवागमन के बीच सड़क पार करने के दौरान हादसे होते रहते हैं। नए फुट ओवरब्रिज के बनने से लोगों को सुविधा मिलेगी।

फुट ओवर ब्रिज का नहीं हो रहा यूज

सरकार ने लोगों की सुविधा के लिए करोड़ों रुपए खर्च कर फुट ओवरब्रिज बनाने की योजना बनाई है। ये आधुनिक तकनीक से बनाए जाएंगे। फुटओवर ब्रिज पर जाने के लिए सीढिय़ों की जगह एस्केलेटर और एलीवेटर लगाए जाएंगे। लेकिन बड़ा सवाल ये है कि क्या इन फुट ओवरब्रिज का वाकई सदुपयोग हो पाएगा। दरअसल लोग फुट ओवरब्रिज में चढ़कर जाने के बजाय सड़क पार करना ज्यादा आसान समझते हैं। चर्च कॉम्प्लेक्स के पास बना फुट ओवरब्रिज सिर्फ देखने के लिए है। इक्के-दुक्के लोग ही इसपर चढ़कर सड़क पार करते हैं। वहीं रांची रेलवे स्टेशन में भी नया फुट ओवरब्रिज बना है, लेकिन लोग इसका भी उपयोग कम ही करते हैं।