RANCHI: लेवी नहीं मिलने पर टोल नाके को लूटने की प्लान बना रहे पीएलएफआई के चार नक्सलियों को ओरमांझी पुलिस व एसएसबी की टीम ने बुधवार को दबोच लिया। पुलिस ने इनके पास से तीन देसी कट्टा(दो लोडेड), क्0 जीवित कारतूस, ख्ख् नक्सली पोस्टर, चार मोबाइल समेत स्कूटी व बाइक बरामद की है। टोल को लूटने की योजना के तहत जेल में बंद पीएलएफआई नक्सली कमांडर तुलसी पाहन के कहने पर जराटोली आनंदी गांव में सभी एकत्र हुए थे। इसकी जानकारी रांची पुलिस, एसएसबी, जेजे की टीम को मिली, जिसके बाद छापेमारी कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।

स्कूटी की सीट में छिपाया था कारतूस

गिरफ्तार नक्सली मोहन उरांव की स्कूटी जेएच-0क्सीजे क्897 की सीट के नीचे पीएलएफआई के ख्ख् पोस्टर और दस जीवित कारतूस बरामद किया गया है।

चार वाहनों में लगाई थी आग

गौरतलब हो कि ओरमांझी के पिस्का में क्क् जुलाई की रात क्रशर और बंद माइंस पर हमला कर चार वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया था। यह हमला जेल में बंद पीएलएफआई नक्सली कमांडर तुलसी पाहन के इशारे पर किया गया था। मालूम हो कि जेल में बंद नक्सली कमांडर तुलसी पाहन ने ओरमांझी में पीएलएफआई को मजबूत करने के ख्याल से इलाके में चल रहे क्रशर और माइनिंग प्लांट से पैसे की उगाही की जिम्मेवारी मनीष कच्छप को दी थी। इसको लेकर पीएलएफआई के नक्सली इलाके में दहशत फैलाने लगे, ताकि उन्हें लेवी मिल सके। लेकिन, पैसे की उगाही नहीं हो पा रही थी।

कौन-कौन पकड़े गए

मनोज मुंडा(आनंदी)- ओरमांझी में पत्‍‌नी की हत्या के आरोप में जेल जा चुका है

मनीष कच्छप उर्फ मंगा- वर्ष ख्0क्ख् में नरकोपी थाना से पीएलएफआई केस में जेल गया था

मोहन उरांव- नरकोपी थाने से जेल गया था

महावीर मुंडा उर्फ पीकी- ओरमांझी इलाके में नक्सली वारदातों में शामिल रहा था।

बॉक्स

जेल में मिला था तुलसी से मनोज मुंडा

मनोज मुंडा का परिचय तुलसी पाहन से अपनी पत्‍‌नी की हत्या के केस में जेल में रहने के दौरान हुई थी। मामले में धनबाद के कुख्यात फहीम खान से केस मैनेज करने का लोभ दिया गया था। इसी लोभ में मनोज मुंडा को ओरमांझी थाना क्षेत्र में पीएलएफआई का विस्तार और लेवी वसूलने का जिम्मा सौंपा गया था।