रांची (ब्यूरो) । अगर आपके घर होल्डिंग टैक्स, वाटर टैक्स या वेस्ट यूजर चार्ज कलेक्शन करने कोई व्यक्ति आ रहा है तो आपको आंख बंद करके उसपर भरोसा नहीं करना है। घर पर आए व्यक्ति को पैसे देने से पहले या तो उसकी अच्छी तरह से जांच-पड़ताल कर लें या फिर ऐसे लोगों को कहें कि आप ऑनलाइन या खुद निगम आकर भुगतान कर देंगे। दरअसल, राजधानी में एक बार फिर से कुछ फर्जी लोगों ने टैक्स कलेक्टर बनकर घूमना शुरू कर दिया है। वेस्ट यूजर चार्ज कलेक्शन के लिए फर्जी व्यक्ति लोगों के घर-घर टैक्स देने का दबाव बनाते हैं। पैसे नहीं देने पर तरह-तरह की पेनाल्टी लगाने की धमकी भी दी जाती है। जागरूक नागरिक ऐसे ठगों के बहकावे में नहीं आते, लेकिन कुछ ऐसे लोग भी हैं जो ठगों के झांसे में आ जाते हैं। हालांकि, लोगों की सतर्कता से कुछ फर्जी व्यक्ति पकड़ में भी आए हैं।
आई कार्ड भी फर्जी
बड़ी बात तो यह है कि फर्जी कलेक्टर अपने पास नगर निगम का आई कार्ड और रसीद भी रखते हैं, जिसे दिखाने पर कोई भी साधारण व्यक्ति इनके झांसे में आ जाता है। बीते दिनों चुटिया में वेस्ट यूजर चार्ज वसूलने गए लोगों ने आई कार्ड दिखा कर ही लोगों को बातों में फंसाया था। पैसे लेने के बाद इन लोगों ने उसकी रसीद भी दी। वेस्ट यूजर चार्ज के अलावा डोर टू डोर होल्डिंग टैक्स और वाटर टैक्स कलेक्शन के लिए भी कुछ फर्जी लोग राजधानी में घूम रहे हैं, जो खुद को नगर निगम का टैक्स कलेक्टर बताते हैं। इन फर्जी टैक्स कलेक्टरों ने चुटिया, अपर बाजार, मोरहाबादी, हरमू रोड समेत अन्य इलाकों में रहने वाले भवन मालिकों को चूना लगाया है। कुछ ऐसे भी मामले आए हैं जिसमें होल्डिंग टैक्स का भुगतान ऑनलाइन करके उस पर मिलने वाली 10 प्रतिशत की छूट टैक्स कलेक्टर ने खुद रख ली।
सतर्कता की अपील
इस तरह का फर्जीवाड़ा सामने आने के बाद नगर निगम ने टैक्स पेयर से सावधानी बरतने की अपील की है। नगर आयुक्त ने कहा कि कुछ लोग स्वयं को नगर निगम का कर्मचारी बताते हुए टैक्स कलेक्शन के लिए जाते हैं, ऐसे लोगों से आम नागरिकों को सर्तक रहने की जरूरत है। इन असामाजिक तत्वों को पैसा देने से पहले पूरी पड़ताल करनी जरूरी है। ऐसी शिकायत आने पर इसकी तत्काल सूचना निगम के हेल्पलाइन नंबर 9431104429 पर दी जा सकती है।
चुटिया में दुकानदार को ठगा
चुटिया स्थित बिकानेर स्वीट के संचालक से फर्जी टैक्स कलेक्टर बन एक युवक ने कचरा यूजर चार्ज वसूल लिया। उसके पास रांची नगर निगम का आईडी कार्ड भी था। पैसे लेने के बाद उसने इसकी रसीद भी थी। हालांकि दुकान के ओनर को बाद में जब उस पर शक हुआ तो वे रसीद लेकर नगर निगम पहुंचे। जहां जांच कराने पर उनके द्वारा किसी प्रकार का भुगतान नहीं किए जाने की बात सामने आई। साथ ही फ्रॉड द्वारा दी गई रसीद भी नकली निकली। इसके बाद दुकानदार और नगर निगम की टीम ने उस व्यक्ति को फोन करके दूसरे दुकानदारों से भी भुगतान लेने की बात कहीं। इस पर फर्जी व्यक्ति उनकी बात में आ गया और इस तरह से उसे पकड़ा जा सका। लोगों ने उसे पकड़ कर चुटिया थाना के हवाले कर दिया।
पुराने कर्मी ही कर रहे गलत
नगर निगम की ओर से कई बार कचरा, होल्डिंग, वाटर टैक्स वसूलने की जिम्मेवारी प्राइवेट कंपनी को दी जाती रही है। कंपनी की ओर से कर्मचारियों को हायर किया गया था। कंपनी को तो टर्मिनेट कर दिया गया लेकिन उसके कर्मचारी अब भी टैक्स कलेक्टर बनकर घूम रहे हैं। चुटिया थाना क्षेत्र से पकड़ा गया व्यक्ति भी पहले सीडीसी कंपनी में कार्यरत था। हालांकि, नगर निगम कंपनी को मार्च 2022 में ही टर्मिनेट कर दिया है। लेकिन उसी की आड़ में कुछ लोग अब भी फर्जीवाड़ा कर रहे हैं।
क्या कहते हैैं लोग
पिछले माह मेरे घर से होल्डिंग टैक्स लेने एक युवक आया था, जो खुद को नगर निगम का कर्मचारी बता रहा था। जब उसे कहा गया की ऑनलाइन पेमेंट कर देंगे तो वह जबरदस्ती करने लगा। शक होने पर मैंने कंपनी का नंबर मांगा तो वह भाग गया।
- अजय कुमार

नगर निगम का आई कार्ड गले में टांगे एक युवक वेस्ट यूजर चार्ज लेन आया था। उसने बताया कि नगर निगम ही टैक्स वसूल रहा है। टैक्स नहीं देने पर 200 परसेंट पेनाल्टी लग जाएगा। मेेरा मात्र 800 रुपए का बिल था, मैने उसे दे दिया। बाद में पता चला की वह ठग था।
- राहुल कुमार


किसी तरह के संदिग्ध व्यक्ति को पेमेंट नहीं करें। बेहतर होगा कि भुगतान ऑनलाइन या नगर निगम कार्यालय आकर ही करें।
- शशि रंजन, नगर आयुक्त, आरएमसी