रांची (ब्यूरो) । डीएवी पब्लिक स्कूल हेहल में 77 वां स्वतंत्रता दिवस को आज़ादी के अमृत महोत्सव के रूप में बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि कुमार मनीष अरविंद भारतीय वन सेवा (1988 बैच, झारखंड कैडर) थे। एनसीसी कैडेट्स द्वारा उन्हें सलामी दी गई। तदुपरांत उन्होंने विद्यालय के प्राचार्य एसके मिश्रा के साथ संयुक्त रूप से ध्वजारोहण किया। प्राचार्य ए के मिश्रा ने सैपलिंग एवं अंगवस्त्र (शॉल) प्रदान कर उनका स्वागत किया। अपने स्वागत भाषण में मिश्रा ने कहा कि आज हम वंदन-अभिनंदन करते हैं, उन वीर सपूतों का जिन्होंने अपने प्राणों की आहुति देकर भारत माता को गुलामी की जंजीरों से मुक्त कराया।

आज़ादी के लिए दे दिया

उन्होंने भारत की माताओं एवं बहनों को नमन करते हुए कहा कि धन्य थीं वे मां-बहनें जिन्होंने मां भारती की आज़ादी के लिए अपने लाल को जंगे आज़ादी में प्रस्तुत कर दिया। अनेकों वीर सेनानियों ने अपने रक्त से इस पावन पुनिता धरती को सींचा है,जिसके कारण हम आज स्वतंत्र एवं स्व'छंद वातावरण में विचरण कर पा रहे हैं.हम धरती से चंद्रयान तक का सफऱ करते हुए गर्व महसूस करते हैं।

धरती को सींचा है

मौके पर मुख्य अतिथि कुमार मनीष अरविंद ने अपने संबोधन में कहा कि इस आज़ादी को पाने के लिए अनगिनत देशभक्तों ने कुर्बानियां दीं.उन्होंने भारतीय सेनाओं से लेकर भारतीय किसानों तक का जिक्र करते हुए कहा कि इन्होंने अपने खून-पसीने से भारत माता की धरती को सींचा है.भारत की आज़ादी में साहित्यकारों और कलमकारों की भी महती भूमिका रही है.हम अपने बच्चों में पवित्र चरित्र का निर्माण करें और देश को भावी जननायक प्रदान करें। कायक्रम में विद्यालय के ब'चों ने देशभक्ति से जुड़े कई नृत्य-गीत प्रस्तुत किए,जो भारत के विभिन्न राज्यों की संस्कृति पर आधारित थे। इस अवसर पर विद्यालय के सभी शिक्षक एवं शिक्षकेत्तर कर्मचारी उपस्थित रहे।