रांची(ब्यूरो)। चलती है क्या 9 से 12बॉलीवुड का यह गाना रांची के हॉस्टल में रहकर पढ़ाई करने वाली स्कूल-कॉलेज गोइंग लड़कियों के लिए बड़ी मुसीबत साबित हो रहा है। वहीं, लॉज-हॉस्टल में रहने वाली वर्किंग गल्र्स के लिए भी परेशानी का सबब बन गया है। जी हां, गल्र्स हॉस्टल या लॉज के पास आए दिन मंडरा रहे लड़कों ने लड़कियों का जीना मुहाल कर दिया है। जब भी लॉज या हॉस्टल से लड़कियां बाहर निकल रही हैं वहां मंडरा रहे लड़के उनके ऊपर फब्तियां कसने से नहीं चूक रहे हैं। छेड़खानी ही नहीं, नौबत मारपीट तक पहुंच जा रही है। वहीं, हॉस्टल मैनेजमेंट व पुलिस एक्टिव नजर नहीं आ रही है। हॉस्टल के पास पेट्रोलिंग के दावे तो पुलिस खूब करती है, लेकिन हकीकत में यह दिखाई नहीं पड़ता। ऐसे में लड़कियों की परेशानी बढ़ती जा रही है। बता दें कि राजधानी रांची में स्कूल, कॉलेज, यूनिवर्सिटीज, कोचिंग सेंटर ज्यादा है, या यूं कहें कि एजुकेशन हब होने के कारण आसपास के जिलों या दूसरे स्टेट की लड़कियां भी यहां हॉस्टल में रहकर पढ़ाई करती हैं, लेकिन मनचलों ने इनके लिए मुसीबत खड़ी कर दी है। लालपुर के एक हॉस्टल में रहकर पढ़ाई करने वाली लड़कियों ने दैनिक जागरण आईनेक्स्ट से अपनी परेशानी साझा की। इनके अनुसार, हर शाम छह से आठ बजे तक हॉस्टल के बाहर लडकों का जमावड़ा लगता है, जो गलत नजरिए से लड़कियों को घूरते हैं और कमेंट करते हैं। कई वर्किंग लड़कियां भी हॉस्टल में रहती हैं, जो रात में ड्यूटी से हॉस्टल लौटते वक्त ईव टीजिंग की शिकार हो रही हैं।

हॉस्टल के बाहर नशेबाजी

सिटी के लालपुर, पुरुलिया रोड, मेन रोड, रातू रोड, चुटिया समेत कई इलाकों में हॉस्टल संचालित हो रहे हैं। कुछ हॉस्टल लड़कियों की सिक्योरिटी का पूरा ख्याल रखते हैं। हॉस्टल में सुरक्षा मानकों को भी पूरा किया जाता है। लेकिन ज्यादातर हॉस्टल में सुरक्षा के मानक पूरे नहीं किए जाते। यहां तक सिक्योरिटी गार्ड भी तैनात नहीं किया गया है। इन हॉस्टल के बाहर ही आवारा लड़के अड्डाबाजी और नशा का सेवन करते रहते हैं। हर आने जाने वाली लड़कियों को कमेंट पास करने से लेकर छेड़छाड़ भी करते हैं। पुलिस की ओर से भी हॉस्टल में रहने वाली लड़कियों को मदद नहीं मिलती है। हॉस्टल में रहने वाली लड़कियों ने बताया कि पुलिस पेट्रोलिंग भी नहीं करती है। कुछ हादसा होने पर पुलिस को फोन करने से पुलिस आ जाती है। लेकिन यदि पहले से पुलिस मौजूद रहे तो किसी भी लड़की के साथ गलत व्यवहार नहीं होगा।

पढाई छूटने के डर से कंप्लेन नहीं

हॉस्टल में रहने वाली लड़कियों से जब पूछा गया कि कंप्लेन क्यों नहीं करती हैं तो लड़कियों ने बताया कि शिकायत करेंगे तो बात बढ़ेगी। मामला घरवालों तक पहुंचेगा तो पढ़ाई भी छूट जाएगी। इसी डर से कोई लड़की कंप्लेन नहीं करना चाहती। हालांकि हॉस्टल मैनेजेंट से शिकायत की गई है। कुछ दिनों तक सब ठीक रहता है। हॉस्टल की ओर से प्रेशर बनाने पर पुलिस वाले भी आते हैं और पेट्रोलिंग भी होती है। लेकिन कुछ ही दिन में हालत फिर पहले की ही तरह हो जाती है। लड़के अड्डाबाजी करते हैं। उनसे कुछ कहने पर पीछा करने लगते हैं। मोबाइल नंबर मांगते हैं। सभी परेशानियां झेलकर लडकियां चुपचाप रहती हैं और अपने पढ़ाई पर फोकस करती हैं।

लालपुर थाना पहुंचा मामला

लालपुर स्थित गल्र्स हॉस्टल के समीप कुछ दिनों पहले ही एक लड़की के साथ कुछ आवारा लड़कों ने छेड़छाड़ कर दी। लड़की रोते हुए हॉस्टल पहुंची और सारी बातें अपने टीचर को बताई। इसके बाद हिम्मत दिखाते हुए लड़की अपने टीचर के साथ लालपुर थाना पहुंची और मामला दर्ज कराया। लड़की की कंप्लेन करने के बाद आसपास के लोगों ने भी उसका साथ दिया और पुलिस से उक्त स्थान से अड््डेबाजी बंद कराने की मांग की। स्थानीय लोगों ने बताया कि ये लड़के सिर्फ लड़कियों को कमेंट ही नहीं करते बल्कि मारपीट कर मुहल्ले का नाम भी खराब करते हैं। आये दिन नशा करने के बाद इलाके में मारपीट की जाती है। हर शाम सात बजे के बाद अड्डाबाजी और नशाखोरी शुरू हो जाती है।

लड़कियों के साथ छेड़छाड़ मामले पर गंभीरता से एक्शन लिया जाएगा। सभी थानों को हॉस्टल और गल्र्स कॉलेज के आस-पास पेट्रोलिंग बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं।

- अंशुमन कुमार, सिटी एसपी