रांची (ब्यूरो)। डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी यूनिवर्सिटी (डीएसपीएमयू) सभागार में सोमवार को युवा महोत्सव स्पंदन का आगाज हुआ। यह कार्यक्रम 24 नवंबर तक चलेगा। इसका उद्घाटन यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ तपन कुमार शांडिल्य के द्वारा दीप जलाकर किया गया। मौके पर प्रो अनिल कुमार, कुलसचिव डॉ नमिता सिंह और वित्त पदाधिकारी डॉ आनंद मिश्रा मौजूद थे। उदघाटन सत्र को संबोधित करते हुए कुलपति डॉ तपन कुमार शांडिल्य ने कहा कि यह युवा महोत्सव पूरे तरीके से विश्वविद्यालय के युवाओं को समर्पित है। उन्होंने सभागार में उपस्थित विद्यार्थियों और प्रतिभागियों से कहा कि यह विश्वविद्यालय और कार्यक्रम आपका अपना है और पूरे उत्साह और अनुशासन के साथ इसमें अपनी भागीदारी सुनिश्चित करें और इस महोत्सव को सफल बनाएं।

सभी के योगदान को सराहा

इस कार्यक्रम की सफलता के लिए कुलपति ने शिक्षकों, कर्मियों, निर्णायक मंडली और विद्यार्थियों की सराहना करते हुए उनसे सहयोग की अपील की। उन्होंने कहा कि अनुशासन और प्रतिभा के सामंजस्य से यह युवा महोत्सव एक सकारात्मक संदेश देकर जाएगा। इससे पूर्व कार्यक्रम की शुरुआत गणेश वंदना के साथ की गई। उसके बाद शिव नटराज से संबंधित नृत्य विश्वविद्यालय के संगीत विभाग के द्वारा प्रस्तुत किया गया।

30 प्रतियोगिताएं होंगी

गौरतलब है कि चार दिवसीय इस युवा महोत्सव में लगभग 30 प्रतियोगिताएं शामिल है। उदघाटन सत्र के बाद पहले दिन क्लासिकल वोकल, क्लासिकल इंस्ट्रुमेंटल, लाइट वोकल, वेस्टर्न वोकल, ग्रुप सांग, रंगोली, पोस्टर मेकिंग, ऑन स्पॉट पेंटिंग और मेहंदी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इनमें कुल 151 प्रतिभागियों ने अपनी संस्कृतिक प्रतिभा का प्रदर्शन किया। इन प्रतियोगिताओं में संगीत की निर्णायक मंडली में लिली मुखर्जी, मृणाल पाठक, श्रीजीत चटर्जी, कन्हैया कुमार पाठक और फाइन आर्ट के निर्णायक मंडली में विनोद कुमार रंजन और सीआर हेम्ब्रम शामिल थे। इन विजयी प्रतिभागियों को 23 नवंबर को पुरस्कृत किया जाएगा। उदघाटन सत्र में अतिथियों का स्वागत प्रो डॉ अनिल कुमार और मंच संचालन डॉ शुची संतोष बरवार ने किया।