RANCHI: राज्य के सबसे बड़े हॉस्पिटल रिम्स में मरीज इलाज कराने आते हैं। इस बिल्डिंग की नींव तो काफी मजबूत है। लेकिन इसके चारों ओर खड़े विशाल पेड़ इसे कमजोर बनाने लगे हैं। चूंकि कई विशाल पेड़ भवनों पर गिर गए हैं, जिससे भवनों को नुकसान पहुंचा है। वहीं आए दिन हादसे का खतरा भी मंडरा रहा है। अगर जल्द ही इसे हटाया नहीं जाता है तो कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। इसके बावजूद रिम्स प्रबंधन ने आंखें मूंद रखी है। ऐसे में सवाल उठना लाजिमी है कि क्या किसी हादसे के बाद ही प्रबंधन की नींद खुलेगी।

एडमिनिस्ट्रेटिव बिल्डिंग को नुकसान

हॉस्पिटल की नई एडमिनिस्ट्रेटिव बिल्डिंग का निर्माण तीन साल पहले कराया गया था, जिसकी बाउंड्री से सटा एक विशाल पेड़ बिल्डिंग पर गिर गया। अब वह पेड़ बाउंड्री और बिल्डिंग के सहारे बीच में लटका है, जिससे बिल्डिंग को तो नुकसान हुआ है, वहीं बाउंड्री भी टूट गई है। लेकिन सबसे ज्यादा खतरा वहां पर गाड़ी पार्क करने वालों को है। चूंकि सावधानी हटी और दुर्घटना घटी वाली कहावत सही साबित हो जाएगी। वहीं गाडि़यों को नुकसान होगा सो अलग।

मेन बिल्डिंग में रास्ता ब्लॉक

हॉस्पिटल की मेन बिल्डिंग में अधिकारियों के आफिस जाने वाले रास्ते में भी बड़ा पेड़ गिर गया है। इस वजह से जहां बिल्डिंग में दरार आ गई है। वहीं पूरा रास्ता भी ब्लॉक हो गया है। अब इस रास्ते से आने वाले मेडिकोज को भी परेशानी झेलनी पड़ रही है। कई लोग तो अपनी जान जोखिम में डालकर इसी रास्ते से आते हैं। वहीं बाकी मेडिकोज दूसरे रास्ते से होकर क्लास अटेंड करने आते हैं।

क्या कहते हैं स्टाफ्स

जिस तरह से ये पेड़ कई दिनों लटके हैं। उससे यह तो तय है कि अब हादसे के बाद ही इसे हटाया जाएगा। इस वजह से काफी परेशानी होती है। कभी जल्दी में जाना हो तो सोचना पड़ता है।

जयप्रकाश

काम जरूरी हो तो गाड़ी लगाने के लिए सोचना पड़ता है। गलती से गाड़ी लगाकर निकल गए तो ध्यान उसी जगह पर लगा रहता है। प्रबंधन को गिरे हुए विशाल पेड़ों को हटाने की जरूरत है।

प्रकाश कुमार