RANCHI: रामकिशोर महतो ने तीन महीने से एक रुपया नहीं कमाया। लेकिन अब उन्हें छह हजार रुपए का जुर्माना भरना होगा। क्योंकि रामकिशोर महतो के पिताजी बाइक में पीछे बैठे थे और संयोगवश उन्होंने हेलमेट नहीं पहना रखा था, इसके लिए एक हजार और रामकिशोर के पास ड्राइविंग लाइसेंस नहीं निकला तो उसका पांच हजार रुपए जुर्माना अलग से ठोक दिया गया है। राम किशोर गिडगिडाता रहे, माफी मांगते रहे, लेकिन पुलिस वालों ने उनकी एक न सुनी। क्योंकि, पुलिस वालों को ऊपर से ही आर्डर मिला है, ज्यादा से ज्यादा चालान काटने का। यह कहानी सिर्फ अकेले रामकिशोर की नहीं है, बल्कि सिटी के हजारों राम किशोर की यही दास्तान है, जो पुलिस के जुल्म का शिकार हो रहे हैं। दैनिक जागरण आइनेक्स्ट यह नहीं कहता कि आप नियम तोडते जाओ और पुलिस माफ करती जाए। लेकिन अभी के हालात कुछ और हैं। तीन महीने के लॉकडाउन की वजह से लोगों को एक पैसे की आमदनी नहीं हुई है। ऊपर से पुलिस का यह जांच अभियान करेला वह भी नीम चढ़ा के समान साबित हो रहा है। सिग्नल ग्रीन होते ही पुलिस चौक पर मुस्तैद हो जाती है। बगैर हेलमेट वालों को ऐसे दबोचती है जैसे यह उसी का शिकार हो। पुलिस द्वारा इस वक्त किया जाने वाला जांच अभियान आम लोगों के दर्द को बढ़ाने के सिवा और कुछ नहीं है। जी हां, दैनिक जागरण आईनेक्स्ट ने बुधवार को सिटी के अलग-अलग चौक का रियलिटी चेक किया, तो लगभग हर जगह ऐसा ही कुछ नजारा दिखा।

स्पॉट: रातू रोड

टाइम: 11:40 बजे

रातू रोड में वैसे भी हर दिन जांच अभियान चलता रहता है। डीजीपी के निर्देश के बाद यहां की पुलिस और ज्यादा सजग हो गई है। पहले ड्राइविंग करने वाले का हेलमेट चेक किया जाता था। लेकिन अब बाइक में बैठने वाले दोनों लोगों को हेलमेट पहनना अनिवार्य कर दिया गया है। रातू रोड में 90 परसेंट वैसे ही लोग पकडे़ गए, जिसमें पिलीयन राइडर ने हेलमेट नहीं पहन रखा था। वाहनों को सिग्नल मिलते ही चौक पर खडे़ पुलिस जवान को भी सिग्नल मिल गया। पुलिस ने दस मिनट में दर्जनों पिलीयन राइडर को फाइन कर दिया। लोग माफी मांगते रहे, लेकिन पुलिस ने एक न सुनी।

स्पॉट: कचहरी चौक

टाइम: 12:50 बजे

कचहरी चौक का भी नजारा ऐसा ही है। यहां भी फटाफट बाइक सवार, स्कूटी सवार को रोका गया और फाइन किया गया। कई बुजुर्ग लोगों ने पुलिस के हाथ भी जोडे़ लेकिन पुलिस ने जरा भी रहम दिली नहीं दिखाई। कुछ लोगों ने कहा कि उन्हें मालूम नहीं था कि पीछे बैठने वाले को भी हेलमेट लगाना जरूरी है। इस बार माफ कर दीजिए, अगली बार पहन लेंगे। लेकिन पुलिस बगैर चालान किए किसी को भी जाने नही दी। किसी को एक हजार तो किसी को छह हजार का चालान काटा गया।

स्पॉट: लालपुर

टाइम: 01:20 बजे

लालपुर में एक बाइक सवार मेन रोड की ओर से आ रहा है। उसने हेलमेट पहन रखी है, लेकिन पीछे बैठा व्यक्ति बगैर हेलमेट के है। चौक के समीप आने पर जैसे ही पुलिस की नजर पड़ी वह दाई ओर निकलकर कांटाटोली की ओर भागने लगा। लेकिन उसी वक्त पुलिस की नजर भी उस पर पड़ गई और जवान ने ऐसे दौड़ाकर उसे दबोच लिया, जैसे वो कोई बहुत बड़ा क्रिमिनल हो, जो भाग रहा है। फिर क्या था उसे चेक पोस्ट पर लाया गया गया, जहां उस पर एक हजार रुपए का फाइन किया गया। बाइक सवार ने काफी मिन्नतें की, लेकिन पुलिस वाले भला कैसे सुन लें।

स्पॉट: मिशन चौक

समय: 01:40 बजे

जेवियर कॉलेज से आगे मिशन चौक पर भी जांच अभियान चलाया गया। यहां भी ज्यादातर वैसे ही लोगों को फाइन किया गया जिसमें पीछे बैठने वाले ने हेलमेट नहीं लगा रखा था। कई बार परिस्थितियां ऐसी बनीं जब पुलिस को देख बाइक सवार भागने की कोशिश करता और गिर जाता है। एक बाइक सवार पुलिस को देख कर अपने साथ बैठे युवक को उतार दिया और खुद वहां से भाग गया। युवक को पुलिस काफी देर बिठाए रखी, जब बाइक सवार नहीं आया तो युवक को छोड़ दिया गया।

स्पॉट: हरमू रोड

टाइम: 02:50 बजे

हरमू रोड गाड़ीखाना चौक के समीप पुलिस ने दिनभर चेकिंग अभियान चलाया। अपर बाजार से आ रहे रामकिशोर महतो को पुलिस ने पकड़ लिया। रामकिशोर अपने पिता के साथ थे, जो संयोगवश हेलमेट नहीं पहन पाए थे। रामकिशोर ने बताया की वह काफी गरीब है, पिता के लिए दवा लेने आए हैं। जानकारी के अभाव में हेलमेट नहीं पहन पाए हैं। आगे से ऐसी गलती दोबारा नहीं करेंगे। इस बार प्लीज माफ कर दीजिए। पुलिस ने फाइन काटने के लिए उसका ड्राइविंग लाइसेंस मांगा, रामकिशोर के पास लाइसेंस भी नहीं निकला। ट्रैफिक पुलिस ने उनको छह हजार दो सौ रुपए फाइन कर दिया।

लोगों ने शेयर किया दर्द

पापा की दवा लेने आए थे। प्राइवेट काम करते हैं। लॉकडाउन में काम बंद रहा। दस जून से काम पर जा रहे हैं। खाने के लिए भी दिक्कत हो रही है। ऐसे में फाइन कहां से भरेंगे। सरकार को जिस वक्त हमलोगों की मदद करनी चाहिए उस वक्त सरकार हम लोगों के जख्मों को और खरोंच रही है।

-रामकिशोर महतो

मैं गरीब बच्चों के लिए काम करती हूं। बच्चों को शिक्षा देती हूं। मैंने हेलमेट लगाया था। सिर्फ कुछ देर के लिए खोली, उतने में ही पुलिस ने पकड़ लिया। बार-बार पुलिस के सामने हाथ जोड़ती रहे, लेकिन पुलिस एक न सुनी। एक हजार रुपए फाइन कर दिया गया। अब राशन खरीदने के लिए सोच रहे हैं, ऐसे में फाइन कहां से जमा करें।

- सीमा कुमारी

सरकार का यह रवैया गलत है। हमलोग सभी नियम मान रहे हैं। लेकिन सरकार फाइन करने का नया-नया तरीका निकालती है। अब पिलीयन राइडर को हेलमेट पहनने के लिए कहा गया है। इसे आदत बनाने में थोड़ा वक्त तो लगेगा ही। कम से कम इस वक्त पुलिस को यह अभियान नहीं चलाना चाहिए।

-संदीप कुमार