रांची (ब्यूरो)। रांची नगर निगम शहर के लोगों के साथ दो तरह का व्यवहार कर रहा है। एक तरफ करोड़ों रुपए के बड़े बकायेदार हैं जो निगम को बकाया पैसा नहीं दे रहे हैं, वहीं दूसरी ओर छोटे बकायेदार हैं जो पांच हजार, दस हजार रुपए बकाया रखते हैं उन लोगों को बार-बार नोटिस भेजा जा रहा है। रांची नगर निगम का शहर के कई सरकारी भवनों पर करीब 66 करोड़ रुपए का टैक्स बकाया है, यह कई सालों से है। नगर निगम कई बार नोटिस भेज रहा है लेकिन पैसा वसूल नहीं हो पा रहा है। वहीं छोटे बकायेदारों के घर तक नगर निगम की टीम पैसा लेने पहुंच जा रही है।

सुविधाओं के बदले पैसा

शहर के लोगों को सड़क, नाली, बेहतर साफ-सफाई, स्ट्रीट लाइट और अन्य मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने के एवज में नगर निगम हर घर से होल्डिंग टैक्स वसूलता है। इस राशि से शहर में विकास कार्यों के साथ-साथ नगर निगम अपने कर्मियों को वेतन भी देता है। यदि आम लोग समय पर टैक्स का भुगतान नहीं करते हैं, तो टैक्स वसूलने के लिए नगर निगम संबंधित घर मालिक को नोटिस के साथ-साथ संपत्ति बरामद करने की चेतावनी तक देता है। वहीं, शहर के कई ऐसे सरकारी प्रतिष्ठान हैं, जिन पर नगर निगम का करोड़ों रुपये टैक्स बकाया है। लेकिन, नगर निगम ऐसे प्रतिष्ठानों पर किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं कर रहा है।

18 संस्थानों पर 66 करोड़ बकाया

नगर निगम से प्राप्त जानकारी के अनुसार, शहर के केवल 18 सरकारी प्रतिष्ठानों पर ही 66 करोड़ टैक्स बकाया है। यह बकाया साल 2016 यानी पिछले सात वर्षों से है। समय पर ये प्रतिष्ठान-भवन टैक्स का भुगतान करें, इसके लिए नगर निगम ने इन्हें कई बार नोटिस भी दिया है। लेकिन, न तो ये नोटिस का उत्तर देते हैं और न ही टैक्स का भुगतान करते हैं।

ये हैं निगम के बकायेदार

संस्थान बकाया

एचईसी 33.88 करोड़

खेलगांव 10.35 करोड़

बिरसा मुंडा जेल 3.62 करोड़

पंडरा बाजार 4.30 करोड़

बिरसा मुंडा स्टेडियम, मोरहाबादी 2.78 करोड़

सदर हॉस्पिटल 1.90 करोड़

एनएचएम नामकुम 1.19 करोड़

जिला नजारत व जिला प्रशासन 1.68 करोड़

इंदिरा पैलेस हिनू 75 लाख

प्रोजेक्ट व अन्य भवन 73 लाख

कुसई कॉलोनी 31 लाख

एस्ट्रोटर्फ हॉकी स्टेडियम, मोरहाबादी 53 लाख

बड़े बकायेदारों पर कसेगा शिकंजा

रांची नगर निगम जिन पर होल्डिंग टैक्स का करोड़ों रुपए बकाया है उनसे वसूली की तैयारी कर रहा है। अब नगर निगम ऐसे बड़े बकायेदारों पर शिकंजा कसने की तैयारी कर चुका है। इन्हें चिन्हित कर निगम वसूली करने की योजना बना रहा है। उन बकायेदारों को पहले नोटिस भेजा जाएगा, एवं राशि जमा करने के लिए एक निश्चित समय सीमा दी जाएगी। राजधानी रांची में कई प्राइवेट संस्थाओं के साथ-साथ सरकारी भवनों पर भी करोड़ों रुपए का टैक्स बकाया है।

प्रॉपर्टी भी कर सकता है सील

बड़े बकायेदारों को नोटिस भेजकर बकाया राशि का भुगतान करने को कहा जा रहा है। निर्धारित समय तक राशि का भुगतान नहीं होने पर संबंधित संस्थानों का अकाउंट भी फ्रीज कर सकता है नगर निगम। इसके अलावा प्रॉपर्टी सील करने पर भी विचार चल रहा है। हालांकि, इस तरह का नोटिस नगर निगम पहले भी जारी करता रहा है। लेकिन बड़े बकायेदारों पर इसका कोई खास असर नहीं दिखा है। सबसे ज्यादा बकाया सरकारी संस्थानों पर है। नगर निगम क्षेत्र स्थित लगभग 200 सरकारी संस्थानों ने होल्डिंग टैक्स की राशि जमा नहीं की है। लेकिन इन बड़े बकायेदारों पर निगम कोई कार्रवाई नहीं करता है, सिर्फ नोटिस भेजकर इतिश्री कर लेता है।

रिकॉर्ड वसूली की है आरएमसी ने

राज्य भर में सबसे ज्यादा होल्डिंग टैक्स वसूलने का रांची नगर निगम ने रिकॉर्ड बनाया है। 2023-24 के वित्तीय वर्ष के प्रथम क्वार्टर की समाप्ति पर रांची नगर निगम द्वारा होल्डिंग टैक्स की वसूली राज्य भर के बाकी नगर निकायों की तुलना में सबसे ज्यादा की गई है। 1 अप्रैल 2023 से लेकर 30 जून 2023 तक करीब 73 हजार करदाताओं से होल्डिंग टैक्स वसूला गया। 27, 04, 73281 रुपए होल्डिंग टैक्स के रूप में जमा करा दिए गए हैं। 17,53,28503 रुपए डोर टू डोर कलेक्शन के माध्यम से प्राप्त किए गए हैं। जबकि 3,32,67204 रुपए रांची नगर निगम कार्यालय और डोरंडा स्थित सुविधा केंद्र में करदाताओं द्वारा जमा कराया गया है। वहीं 6,18,77574 रुपए डिजिटल पेमेंट के माध्यम से करदाताओं ने होल्डिंग टैक्स के रूप में निगम के खाते में जमा कराया है।