रांची(ब्यूरो)। डेमरेज शुल्क में बढ़ोतरी वापस लेगा रेलवे। इस संबंध में रांची रेल मंडल के डीआरएम जसमीत सिंह बिंद्रा ने निर्देश दे दिया है। बता दें कि झारखंड चैंबर ऑफ कॉमर्स और रांची रेल मंडल के डीआरएम की एक बैठक डीआरएम कार्यालय में हुई, जहां चैंबर अध्यक्ष किशोर मंत्री ने उन्हें नए वित्तीय वर्ष की शुभकामना देते हुए नामकुम यार्ड में रैक से माल उतारने में होनेवाली परेशानियों से अवगत कराया। इसी क्रम में डेमरेज शुल्क में छह गुणा बढोतरी होने पर चिंता जताते हुए उन्होंने अवगत कराया कि व्यापारियों को 6000 रुपए की जगह अब 50 हजार रुपए डेमरेज शुल्क का भुगतान करना पड़ रहा है। चैंबर अध्यक्ष के आग्रह पर डीआरएम ने अधिकारियों को कल से बढ़े हुए डेमरेज शुल्क को वापस लेने के लिए निर्देशित किया। वहीं, चैंबर अध्यक्ष के आग्रह पर नामकोम यार्ड में 100 लेबर के लिए रेस्ट रूम की व्यवस्था करने के लिए आश्वस्त किया। इससे पहले वर्तमान रेस्ट रूम की समीक्षा की जाएगी।

टिकट काउंटर खोलने की मांग

कोविड महामारी के दौरान से गुमला में बंद पड़े रेलवे टिकट काउंटर को खोलने की जरूरत बताते हुए चैंबर अध्यक्ष ने कहा कि काउंटर के बंद होने के कारण गुमला जिले के लोगों को लोहरदगा, टोरी और रांची पर निर्भर रहना पड़ता है। उचित होगा कि गुमला में बंद हो चुके रेलवे टिकट काउंटर को शहर के बीचोंबीच उचित स्थल पर फिर से खोलने की पहल की जाए। डीआरएम ने गुमला में टिकट काउंटर खोलने के चैंबर अध्यक्ष के आग्रह पर उन्होंने जल्द ही निविदा प्रक्रिया आरंभ करने के लिए आश्वस्त किया और कहा कि मई तक यह प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी।

हटिया दुर्ग को नागपुर तक चलाएं

प्रतिनिधिमंडल ने झारखंड से छत्तीसगढ़ की रेलवे कनेक्टिविटी को जोड़े जाने की बात कहते हुए ट्रेन संख्या 08185/08186 हटिया दुर्ग को नागपुर तक विस्तारित करते हुए इसका परिचालन प्रतिदिन करने का सुझाव दिया। कहा गया कि इस मार्ग में भारी भीड़ रहती है जिस कारण यात्रियों को आरक्षित सीटें उपलब्ध नहीं हो पातीं। साथ ही रांची से अहमदाबाद नई ट्रेन के परिचालन को भी जरूरी बताया गया।

रांची से अयोध्या सीधी ट्रेन मिले

झारखंड चैंबर के कार्यकारिणी सदस्य और डीआरयूसीसी सदस्य नवजोत अलंग ने रांची से अयोध्या सीधी ट्रेन के परिचालन को जरूरी बताया। यह भी सुझाया कि ट्रेन संख्या 18611/12 रांची बनारस एक्सप्रेस का विस्तार लखनऊ तक कर दिया जाए। इसके लिए अलग रैक की भी जरूरत नहीं है। लोहरदगा-टोरी लाइन से सप्ताह में तीन दिन इस ट्रेन को परिचालित करने का निर्णय यात्रियों के हित में होगा।

डीआरएम ने चैंबर को किया आश्वस्त

डीआरएम जसमीत सिंह बिंद्रा ने चैंबर प्रतिनिधिमंडल की सभी बातों पर रांची रेलमंडल की ओर से समुचित कार्रवाई के लिए आश्वस्त किया। उन्होंने यह भी अवगत कराया कि पिस्का, टांगरबस्ली और टाटीसिलवे स्टेशन पर भी रैक साइडिंग-वे बनाने की दिशा में योजना पर कार्य जारी है। चैंबर भी इसकी समीक्षा कर हमें इसकी संभावनाओं पर अपने विचार से अवगत कराए। प्रतिनिधिमंडल ने सीनियर डीसीएम निशांत कुमार और डीओईएम स्नेहा सिंह से भी मुलाकात की। प्रतिनिधिमंडल में चैंबर अध्यक्ष किशोर मंत्री, उपाध्यक्ष आदित्य मल्होत्रा, सह सचिव अमित शर्मा, डीआरयूसीसी और कार्यकारिणी सदस्य नवजोत अलंग, रोहित पोद्दार, सदस्य महेंद्र जैन, राजा बग्गा, अंकुर जैन, अशोक केडिया शामिल थे।