रांची(ब्यूरो)। प्रत्येक विभाग को कम से कम 80 परसेंट कार्य हिंदी में करने का प्रयास करना चाहिए। ये बातें रांची रेल मंडल के प्रबंधक प्रदीप गुप्ता ने कहीं। वह मंडल राजभाषा कार्यान्वयन समिति रांची की बैठक को संबोधित कर रहे थे। बैठक की अध्यक्षता करते हुए प्रदीप गुप्ता ने कहा कि हिंदी में प्रशिक्षित कर्मचारियों, आशुलिपिकों और टंकक से अधिक से अधिक कार्य हिंदी में कराया जाएं, वेबसाइट द्विभाषी होनी चाहिए, संरक्षा परिपत्र भी अंग्रेजी और हिंदी दोनों भाषाओं में होना चाहिए, स्टेशन के रजिस्टर भी द्विभाषी होने चाहिए। साथ ही उन्होंने मंडल में राजभाषा नियमों, अधिनियमों एवं आदेशों का पूरा-पूरा पालन किया जा रहा है, सभी स्टेशनों पर अनाउंसमेंट हिन्दी, अंग्रेजी दोनों भाषाओं में की जा रही है। उन्होंने कहा कि हिंदी एक बहुत ही सरल एवं सुंदर भाषा है तथा हम सभी हिंदी भाषी हैं। अत: इसे समझना और कार्य करना बहुत आसान है। कोरोना संक्रमण से पूर्व हो रही सभी हिन्दी संबंधित गतिविधियों को पुन: आरंभ करने को कहा।
राजभाषा में काम का मिला इनाम
मंडल कार्यालय के सभाकक्ष में आयोजित बैठक में राजभाषा विभाग द्वारा मंडल पर सभी विभागों द्वारा हिंदी में किए गए कार्यों की प्रगति, पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन द्वारा दर्शाई गई। बैठक में मंडल के विभिन्न विभागों के 40 कर्मचारियों को कार्यालय के अपने दैनिक कार्यों को राजभाषा में करने के लिए मंडल रेल प्रबन्धक प्रदीप गुप्ता द्वारा प्रशस्ति पत्र एवं नकद राशि देकर पुरस्कृत किया गया। बैठक में अपर मुख्य राजभाषा अधिकारी सह अपर मंडल रेल प्रबंधक (इंफ्रा) सतीश कुमार ने कहा कि सभी शाखा अधिकारी अधिक से अधिक हिंदी में कार्य करें तथा अपने अधीनस्थ कार्यरत कर्मचारियों को हिंदी में कार्य करने के लिए प्रोत्साहित करें। बैठक का संचालन सहायक कार्मिक अधिकारी सह राजभाषा अधिकारी चितरंजन कुमार ने किया। मौके पर अपर मंडल रेल प्रबंधक (परिचालन) मनीष कुमार, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ जीसी हेंब्रम, वरिष्ठ मंडल अभियंता (समन्वय) अमित कंचन, वरिष्ठ मंडल विद्युत अभियंता (सामान्य) कुलदीप कुमार, वरिष्ठ मंडल कार्मिक अधिकारी माणिक शंकर, वरिष्ठ मंडल विद्युत अभियंता (टीआरडी) एआर दास समेत अन्य अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित थे।